आंधी ने खोली बिजली निगम की पोल, एक साथ गिरे 50 से अधिक पोल
आंधी ने बिजली निगम की पोल खोलकर रख दी। समालखा क्षेत्र में 50 से अधिक पोल गिर गए। 33 केवी सहित 11 केवी के दर्जनों फीडर की सप्लाई प्रभावित रही।
पानीपत, जेएनएन। बीती रात आई आंधी और बारिश से बिजली निगम को भारी नुकसान हुआ। 50 से अधिक बिजली के खंभे गिर व टूट गए। बिजली के तार टूट गए। केबल और डिक्स पंक्चर हो गए। 33 केवी मनाना, छदिया, हल्दाना सहित 11 केवीए के दर्जनों फीडर की सप्लाई बाधित हो गई। शुक्रवार 3:30 बजे तक आबादी से जुड़े सभी फीडरों को बारी-बारी से चालू कर दिया गया। उपभोक्ताओं को घंटों बिजली से महरूम होना पड़ा। बंद पड़े एग्रीकल्चर फीडरों को शनिवार को चालू किया जाएगा।
आंधी के आते ही बृहस्पतिवार शाम 7:20 बजे से फीडरों की बिजली सप्लाई बंद होती चली गई। 8:30 तक लगभग सभी फीडर बंद हो गए। आंधी के बंद होने पर फीडरों की ट्रायल ली गई तो अधिकांश चालू नहीं हो सके। कस्बे के अधिकांश फीडरों को रात में ही चालू कर दिया गया, लेकिन अनाज मंडी और लाइन पार के फीडर सुबह में चालू हुए। चालू फीडरों पर भी मरम्मत के कारण शुक्रवार दिनभर परमिट का सिलसिला चलता रहा।
इन फीडरों की सप्लाई रही बाधित
33 केवी हल्दाना बृहस्पतिवार रात से शुक्रवार 15 बजे, मनाना 15.15 बजे और छदिया 15:30 बजे तक प्रभावित रहे। लाइन पार 11 केवी शुक्रवार अल सुबह 2:05 बजे, मिनी सचिवालय सुबह 6:30 बजे, जौरासी डीएस सुबह 3:45 बजे, अनाज मंडी दोपहर 12:20 बजे, डिकाडला डीएस सुबह 10:55 बजे तक प्रभावित रहे। वहीं सुबह में 220 केवी पावर हाउस में लगे टी-वन ट्रांसफार्मर में खराबी आने से भी आधा दर्जन से अधिक फीडरों की सप्लाई प्रभावित रही। बिजली कर्मचारी दिनभर लाइनों पर गिरे पेड़ों के हटाने, टूटे खंभे को खड़ा करने, तार, डिस्क और केबल की मरम्मत में लगे रहे। एसडीओ दलजीत वर्मा ने बताया कि आबादी से जुड़े सभी 33 और 11 केवीए के फीडर चालू हो गए हैं। 50 से अधिक खंभों के गिरने और टूटने की अभीतक सूचना है। इससे निगम को लाखों का नुकसान हुआ है। एपी फीडरों की पेट्रोङ्क्षलग के बाद नुकसान का पता चलेगा।