घर जाने को स्टेशन पहुंची बच्ची, ट्रेन चली तो मासूम की बात सुन मुस्कुराए अधिकारी
पानीपत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1400 कामगार रवाना किए गए। इसी ट्रेन में एक पांच साल की मासूम बच्ची भी बैठी थी। जब ट्रेन चल दी तो मासूम ने अधिकारियों से बात की।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत रेलवे स्टेशन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन लगाई थी। इसमें 14 सौ कामगारों को भेजा गया। यह ट्रेन बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई। इसी ट्रेन में कामगार की एक बच्ची भी बैठी थी। जब ट्रेन चली तो उसने सुरक्षाकर्मियों और अधिकारियों से बात की। उसकी बात सुनकर सभी मुस्कुरा दिए।
डीसी अंकल..। मैं चली अब अपने घर मुजफ्फरपुर। मम्मी पापा के साथ जल्द ही लौट कर पानीपत आऊंगी। पांच वर्ष की छोटी बच्ची ने ट्रेन खुलने से चंद सेकेंड पहले जब यह बात कही तो सुरक्षाकर्मी भी मुस्कुरा उठे। श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार शाम को छह बजे 1400 कामगारों को लेकर रवाना हो गई। पुलिस अधिकारियों ने तालियां बजा कर गंतव्य स्थान पर पहुंचने की शुभकामनाएं दी। शेल्टर होम से लाकर कामगारों को ट्रेन में बिठाया गया।
शेल्टर होम से स्टेशन लाए गए
पानीपत से नौंवी श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए चली। ट्रेन में 631 श्रमिक समालखा से और 769 कामगार पानीपत से भेजे गए। इन सभी को विभिन्न शेल्टर होम से बसों के माध्यम से पानीपत रेलवे स्टेशन लाया गया। ट्रेन को रवाना करने से पूर्व सैनिटाइज किया गया। चिकित्सकों की टीम ने कामगारों का हेल्थ चेकअप किया। संस्थाओं की तरफ से उन्हें खाने के पैकेट व पानी की बोतलें उपलब्ध कराई गई।
इन जिलों के कामगार हुए सवार
ट्रेन में मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, दरभंगा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, शिवहर और सीतामढ़ी कामगार सवार हुए। लॉकडाउन में तंगी के बाद सबके चेहरे पर घर जाने की खुशी झलक रही थी।
डीसी ने बढ़ाया हौसला
डीसी धर्मेंद्र सिंह ने शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन में सवार कामगारों को रवाना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। एमडी प्रदीप अहलावत, डीएसपी सतीश वत्स व डीएसपी बिजेन्द्र ङ्क्षसह ने तालियां बजाकर श्रमिकों को रवाना किया। इस मौके पर मौजूद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक प्रमुख राजेश गोयल व जिला प्रचार प्रमुख केदारनाथ ने ट्रेन में सफर करने वाले कामगारों को पांचजन्य पत्रिका भी वितरित की।
किसने क्या कहा
-दरभंगा जाने वाले पप्पू पासवान ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अपने घर जा रहे हैं। पानीपत में टेंट की दुकान पर काम करते थे। दोबारा काम शुरू होने पर जल्द लौट आएंगे।
-गोपालगंज जाने वाले निरंजन ने बताया कि लॉकडाउन में पेंटिंग काम छूट गया। काम शुरू होने पर वे वापस पानीपत आएंगे।