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राशन डिपो संचालक ने पत्‍नी और बेटा-बेटी के सिर में मारी गोली, फिर कर ली आत्‍महत्‍या

हरियाणा के पानीपत में एक राशन डिपो संचालक ने परिवार का कत्ल करके खुद भी आत्महत्या कर ली। पानीपत के राजनगर में यह वारदात हुई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 10:30 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 05:14 PM (IST)
राशन डिपो संचालक ने पत्‍नी और बेटा-बेटी के सिर में मारी गोली, फिर कर ली आत्‍महत्‍या
राशन डिपो संचालक ने पत्‍नी और बेटा-बेटी के सिर में मारी गोली, फिर कर ली आत्‍महत्‍या

पानीपत, जेएनएन। हरियाणा के पानीपत में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक राशन डिपो संचालक पति ने अपनी पत्नी, बेटी और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को भी गोली मार ली। पानीपत के वार्ड नंबर 16 के राजनगर में एक राशन डिपो संचालक ने परिवार का कत्ल और आत्‍महत्‍या से कॉलोनी में हड़कंप मच गया। सुबह आरोपित के पड़ोस में रहने वाले पिता जब घर पहुंचे तो वारदात का पता चला। मौके पर पुलिस पहुंच गई है और मामले की जांच की जा रही है। डिपो संचालक की पत्‍नी के मायके पक्ष की शिकायत पर पिता, मां, भाई और उसकी पत्‍नी पर केस दर्ज कर लिया गया है।

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 वार्ड-16 के राजनगर की गली नंबर तीन में शुक्रवार रात को डिपो होल्डर ने लाइसेंसी रिवाल्वर से पत्नी, बेटे व बेटी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हत्या की वजह पुलिस पारिवारिक कलह मान रही है। वहीं, डिपो होल्डर के साले का आरोप है कि उसकी बहन के सास-ससुर ने जमीन से बेदखल करने और देवर ने घर से बर्तन बाहर फेंक देने की धमकी दी थी। उन्हीं से परेशान होकर जीजा ने ये कदम उठाया है। 

सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त जींद के मोरखी गांव के नफे सिंह राजनगर में छोटे बेटे नवीन के साथ रहते हैं। बड़े बेटे 36 वर्षीय अनिल कुमार शर्मा ने घर के पास ही सरकारी राशन डिपो ले रखा था। वह अलग पास के ही मकान में रहता था। गत रात्रि अनिल ने दूध में नशीली दवा मिलाकर पत्नी 35 वर्षीय पूनम, 11 वर्षीय बेटी प्राची और सात वर्षीय बेटे अंशु को पिलाकर बेड पर लेटा दिया। इसके बाद उन पर मिट्टी का तेल डाला, लेकिन आग नहीं लगाई। बाद में उसने लाइसेंसी रिवाल्वर से सिर में गोली मारकर तीनों की हत्या कर दी। खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

शनिवार सुबह करीब सात बजे आजाद नगर का राशन डिपो होल्डर राजेश घर गया और मेन गेट खटखटाया। दरवाजा नहीं खोला तो वह नफे सिंह को बुला लाया। नफे सिंह पड़ोसी सज्जन सिंह की छत से घर में घुसे। कई आवाज लगाई। दरवाजा नहीं खुला तो तोड़ दिया। चारों के शव खून से लथपथ बेड पर पड़े थे। उन्होंने पूनम के स्वजनों व पुलिस को सूचना दी। मौके पर एसपी मनीषा चौधरी, डीएसपी संदीप कुमार, डीएसपी राजेश फोगाट और सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर डॉ. नीलम आर्य ने मौका मुआयना किया। मौके से रिवाल्वर, दो मोबाइल फोन, माचिस और केरोसिन की दो बोतल बरामद की। 

Murder

साले ने ये शिकायत दर्ज कराई      

करनाल दहा गांव के पवन कुमार ने बताया कि वे दो भाई व दो बहनें हैं। 2008 में मंझली बहन पूनम की शादी राजनगर के नफे सिंह के बेटे अनिल कुमार से हुई थी। बहन का ससुर नफे ङ्क्षसह, सास अंगुरी, देवर नवीन, देवरानी कविता, अनिल का ममेरा भाई सोनीपत के बिटाना गांव का मोहन और चचेरा भाई महिंद्र किसी न किसी दिन उसके जीजा अनिल को मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। शुक्रवार रात को सास, ससुर और देवर ने जीजा को धमकी दी थी कि वे उसे जमीन व जायदाद से बेदखल कर देंगे। इन सभी से तंग आकर जीजा अनिल ने बहन, भांजी व भांजे की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में खुद को गोली मारका जीवन लीला समाप्त कर ली। रिवाल्वर बेड के नीचे फर्श पर पड़ी थी। 

पवन के बयान पर अनिल कुमार के खिलाफ धारा 302 (हत्या) करने, शस्त्र अधिनियम, नफे ङ्क्षसह, अंगुरी, नवीन, कविता, मोहन और महिंद्र के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए मजबूर करने) का मामला दर्ज कर लिया है। 

सुनील कुमार, प्रभारी, थाना मॉडल टाउन


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