लीगल एडवाइजर ने 249 की ऑनलाइन शॉपिग की, खाते से निकाले 50 हजार
साइबर ठग शिक्षित समाज को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहे। ऑनलाइन शॉपिग करने के दौरान ठगों ने मॉउल टाउन के लीगल एडवाइजर के खाते से 50 हजार रुपये उड़ा दिए। डेबिट कार्ड से पेट्रोल डलवाने पर एडवाइजर को ठगी का पता लगा। शिकायत पर मॉडल टाउन थाना पुलिस ने ठगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : साइबर ठग शिक्षित समाज को भी निशाना बना रहे हैं। ऑनलाइन शॉपिग करने के दौरान ठगों ने मॉडल टाउन के लीगल एडवाइजर के खाते से 50 हजार रुपये उड़ा दिए। डेबिट कार्ड से पेट्रोल डलवाने पर एडवाइजर को ठगी का पता चला। शिकायत पर मॉडल टाउन थाना पुलिस ने ठगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
मॉडल टाउन के धर्मपाल लीगल एडवाइजर हैं। धर्मपाल ने बताया कि उन्होंने 21 फरवरी को क्लब फैक्ट्री से 249 रुपये की दो कुर्ती की शॉपिग की थी। गूगल पे से पेमेंट की। इसी दिन शाम को वह कार से चंडीगढ़ जाने लगे तो पेट्रोल डलवाने लगे तो बैलेंस नहीं मिला। जबकि खाते में 50178 रुपये थे। धर्मपाल ने बैलेंस चेक किया तो 50 हजार रुपये कटने का पता लगा। बैंक खुलने पर उन्होंने मैनेजर से मामले की शिकायत की। जांच-पड़ताल करने पर दो बार में 50 हजार रुपये पेटीएम खाते में ट्रांसफर होने की जानकारी मिली। धर्मपाल के पास 25 हजार रुपये कटने का एक मैसेज तो आया, लेकिन दूसरे का मैसेज भी नहीं आया। धर्मपाल ने बताया कि स्टेट बैंक की साइबर टीम भी मामले की पड़ताल कर रही है। ऑलाइन शॉपिग में डिलीवरी पर करें पेमेंट
ऑनलाइन शॉपिग कंपनी डिलीवरी पर पेमेंट करने का भी विकल्प देती हैं। कुछ कंपनियां ऑर्डर बुक करते समय ही ऑनलाइन पेमेंट मांगती है। वर्तमान में ठग हर ऑनलाइन ट्रेडिग कंपनी पर मौजूद हैं। इससे बचने के लिए ऑनलाइन शॉपिग में कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प अपनाएं। अनजान बैंक खातों में ऑनलाइन रुपये का लेन-देन भारी पड़ सकता है।