विश्वास की नींव में जमाया व्यापार, जब उधार दिए रुपये मांगे तो दी जान से मारने की धमकी Panipat News
उद्यमी पिता-पुत्र ने यार्न एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त सचिव से 26 लाख की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पानीपत, जेएनएन। सेक्टर-24 के उद्यमी पिता पुत्र-पुत्र ने यार्न एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त सचिव को धागे से कपड़ा बनाने का झांसा देकर 26 लाख रुपये हड़प लिये। आरोपित पीडि़त को झूठे केस में फंसा मारने की धमकी दे रहे हैं। वहीं आरोपित ने आरोप निराधार बताए हैं।
यार्न एसो. के पूर्व संयुक्त सचिव सेक्टर-12 निवासी संजय गुप्ता ने पुलिस को शिकायत दी कि उसकी एनएफएल टाउनशिप के पास न्यु गुप्ता कॉरपोरेशन के नाम से फैक्ट्री है और धागा, कपड़ा खरीदने व धागा डबलिंग का काम है। 2016 में धागा व्यापारी जितेंद्र मलिक ने उसे उझा गेट स्थित एसआर टेक्सटाइल के मालिक सेक्टर-24 के रविंद्र मलिक व उसके पिता आजाद सिंह से मिलवाया।
उधार में बिलों के जरिए लेन देन
उसने दोनों को धागा उधार में बिलो के जरिये देना शुरू कर दिया। शुरू में पेमेंट समय पर देकर विश्वास जमा लिया। मई-जून 2018 में दोनों ने उसे कहा कि धागा भेज दें। वे धागे का कपड़ा बनाकर दे देंगे। उसने सितंबर 2018 तक 30 लाख रुपये का धागा कपड़ा बनाने के लिए दे दिया। दोनों आरोपितों ने धागे का कपड़ा बनाकर किसी अन्य उद्यमी को बेच दिया और रुपये बैंक में जमा करा दिये। ये लोग मशीन खराब होने व लेबर की समस्या बताकर झूठ बोलते रहे।
खाप का नेता बता दी धमकी
फैक्ट्री की मशीनें बेचकर बैंक के सीसी लोन क्लीयर करके फैक्ट्री किराये पर दे दी। उसने आरोपितों से ब्याज के अलावा 26 लाख रुपये लेने हैं। वह जितेंद्र के साथ घर गया तो आजाद सिंह ने खाप का नेता बताकर धमकाया कि झूठे केस में फंसवा देगा। बेटे के प्रदेश के बड़े-बड़े बदमाशों से संबंध हैं और उसे मरवा देगा। कई जगह जमीन पर कब्जा कर रखा है।
आरोपित से जान का खतरा
27 अक्टूबर 2019 को दिवाली के मौके पर वह फिर से जितेंद्र के साथ घर गया तो आजाद सिंह ने घर के बाहर पटाखे बेचने के लिए लगा रखे थे। आरोपित ने उसे बंधक बनाकर गाली-गलौज की और धमकाया कि पानीपत में व्यापार करना है तो दोबारा उसके घर मत आना। अन्यथा उसे व परिवार पर हमला करवाकर मरवा देगा। उसका भाई पुलिस में है। इसलिए पुलिस भी कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी। आरोपितों ने उसके साथ 26 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली है। आरोपितों से उसे जान-माल का खतरा है। इस मामले में पुलिस आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करे, ताकि वे व्यापार कर सके। इस बारे में सेक्टर-29 थाना प्रभारी सतनारायण का कहना है कि रङ्क्षवद्र मलिक और उसके पिता आजाद मलिक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
संजय गुप्ता को कपड़ा बनाकर दिया, नहीं की धोखाधड़ी
आरोपित रविंद्र मलिक ने कहा कि संजय गुप्ता धोखाधड़ी के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। वह गुप्ता को धागे से कपड़ा बनाकर दे चुका है। सात हजार रुपये की पेमेंट बकाया थी। वे भी लौटा चुका है। उनके पिता ने संजय गुप्ता को धमकी नहीं दी है। उन्हें बदनाम करने की साजिश है।