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समागम के ज्ञान से आएगा जीवन में निखार : सुदीक्षा महाराज

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By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 06:25 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 06:14 AM (IST)
समागम के ज्ञान से आएगा जीवन में निखार : सुदीक्षा महाराज
समागम के ज्ञान से आएगा जीवन में निखार : सुदीक्षा महाराज

फोटो सहित : 101 से 105 तक नंबर गेम

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2.45 बजे समागम स्थल के मुख्य द्वार पर पहुंची सुदीक्षा महाराज

72वां संत निरंकारी समागम शुरू

90 साल पूरे हुए मिशन के अरविन्द झा, पानीपत

संत निरंकारी मिशन के 90 वर्ष पूरे होने पर हम सब सालाना समागम मनाने के लिए दूर-दूर से इकट्ठे हुए हैं। समागम के ज्ञान से जीवन में निखार आएगा। मानवता की भलाई सर्वोपरि है। भोड़वाल माजरी में शनिवार को 72वें निरंकारी संत समागम का शुभारंभ करते हुए यह बात निरंकारी मिशन की छठी सद्गुरु सुदीक्षा महाराज ने कही।

उन्होंने कहा कि समागम में मिशन के सत्य, प्रेम और एकतव्य पर आधारित संदेश देते हैं। आत्मा का परमात्मा से मिलन होता है। सत्य प्रेम का भाव ले लेता है। जैसे ही हम निरंकार परमात्मा से नाता जोड़ते हैं तो हर घट में इसका नूर देखने लगते हैं। यही हमारी पहचान बन जाती है। ज्ञान का अहसास होते ही हमारे जीवन में निखार आता है। हम संसार में व्यवहार करने वाले बन जाते हैं। निरंकार कृपा करें कि यह भाव बना रहे। हम इसे संसार के कोने-कोने तक फैला सकें। विदेशी श्रद्धालु आए समागम

तीन दिन के इस समागम में देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु भोड़वाल माजरी आए हैं। यूरोपीय और अन्य देशों से भी निरंकारी मिशन से जुड़े 1500 से अधिक श्रद्धालु पहले दिन समागम में शामिल हुए। हजारों रंगीन लाइटों से समागम स्थल सजाया गया है।

ये रहे मौजूद

समागम स्थल पर संत निरंकारी मंडल के अध्यक्ष गोविद सिंह, उपाध्यक्ष डीडी नागपाल और केंद्रीय योजना और सलाहकार बोर्ड के चेयरमैन के आर चड्ढ़ा ने गुलदस्ता भेंट कर सुदीक्षा महाराज का स्वागत किया। शोभायात्रा में हजारों साध संगत ने उनकी आगवानी की। सबसे आगे सेवादल का बैंड उसके पीछे समागम के सभी प्रबंधक और दूर देश से आए प्रचारक महात्मा चल रहे थे। निरंकार की जयघोष समागम स्थल गूंज उठा। समागम में आज

-संत निरंकारी समागम के दूसरे दिन रविवार को सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक सेवादल की रैली होगी।

-विभिन्न प्रांतों और विदेशों से आए हजारों लोग इस रैली में शिरकत करेंगे।

-दोपहर 2 बजे से रात 8:30 बजे तक सुदीक्षा महाराज प्रवचन करेंगी।

जानिए छठी सद्गुरु सुदीक्षा महाराज के बारे में

34 साल 8 माह की सुदीक्षा का जन्म 13 मार्च 1985 को दिल्ली की निरंकारी कॉलोनी में हुआ। 36 वर्षों तक मिशन के चौथे सतगुरु रहे बाबा हरदेव सिंह की तीन बेटियों में सबसे छोटी हैं।

12 साल की उम्र में ही सुदीक्षा पिता के साथ समागमों में जाने लगीं।

वर्ष 2007 में मनोविज्ञान में बीए किया।

13 मई, 2016 को कनाडा में कार दुर्घटना में पिता हरदेव की मृत्यु के बाद पत्नी माता सविदर ने पांचवीं सदगुरु की जिम्मेदारी संभाली। 2018 में बनी सद्गुरु

माता सविदर ने सुदीक्षा को 16 जुलाई, 2018 को निरंकारी सद्गुरु घोषित कर दिया। 20 दिन बाद ही माता सविदर का निधन हो गया।

भोड़वाल माजरी में पहले समागम के लिए 80 एकड़ में पंडाल लगाया है। 24 से 26 नवंबर तक चलने वाले समागम में 70 देशों से 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने का दावा है। 27 देशों में फैला है निरंकारी मिशन

संत निरंकारी मिशन की स्थापना 1929 में हुई थी। मुख्यालय दिल्ली में है।

भारत में प्रत्येक प्रांत में इसके अनुयायी हैं। सुदीक्षा के पिता बाबा हरदेव सिंह ने विश्व को मानवता का संदेश देकर कई पुरस्कार जीते।


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