अक्टूबर से शुरू होगा नया अस्पताल
जीटी रोड पर करीब 34.5 करोड़ की लागत से बन रहे 100 बेड के आधुनिक अस्पताल का एडीएम अमरदीप जैन ने निरीक्षण किया। आक्सीजन गैस कैप्सूल वाटर हार्वेस्टिग बिजली लाइन शिफ्टिंग लिफ्ट और फायर एनओसी आदि के कामों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, समालखा : जीटी रोड पर करीब 34.5 करोड़ की लागत से बन रहे 100 बेड के आधुनिक अस्पताल का एडीएम अमरदीप जैन ने निरीक्षण किया। आक्सीजन गैस कैप्सूल, वाटर हार्वेस्टिग, बिजली लाइन शिफ्टिंग, लिफ्ट और फायर एनओसी आदि के कामों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य अधिकारी को एक अक्टूबर से अस्पताल में कामकाज शुरू करने को कहा।
उल्लेखनीय है कि 2013 में इसका निर्माण शुरू हुआ था। पांच मंजिला इमारत का 2016 में काम पूरा होना था, लेकिन ग्रांट और अन्य सुविधाओं के विस्तारीकरण से यह समय पर पूरा नहीं हुआ। आनन फानन में गत 02 फरवरी को सीएम मनोहर लाल से इसका उद्घाटन करवा दिया गया। फिर भी साढ़े सात माह बाद अस्पातल के चालू नहीं होने पर एसडीएम ने लोक निर्माण, पब्लिक हेल्थ, स्वास्थ्य आदि संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में इसका निरीक्षण किया। सभी को अपने-अपने छोटे-छोटे कामों को पूरा करने के निर्देश दिए। जाने आने के रास्ते की है समस्या
जीटी रोड पर मनाना बीएड कॉलेज के सामने अंडर पास निर्माणाधीन है। यहीं से अस्पताल जाने का मुख्य रास्ता है। नेशनल हाईवे पर निर्माण कार्य सालों से बंद होने से यह चालू नहीं हो सका है। यहां गति नियंत्रक लाइट भी नहीं लगी है। आसपास में कोई कट भी नहीं है। अस्पताल के चालू होने पर एंबुलेंस सहित लोगों को रास्ते की परेशानी रहेगी। एसडीएम ने एनएचएआइ के अधिकारी से बात कर इसे चालू करवाने का भरोसा दिया है। केवल 16.5 फीट चौड़ा है मुख्य रास्ता
जीटी रोड से नए अस्पताल की दूरी करीब 50 मीटर है। सड़क की चौड़ाई 16.5 फीट है। रास्ता का दक्षिणी भाग काफी गहरा है। दोनों ओर से वाहनों के क्रासिग में यहां समस्या होगी। हादसे का डर रहेगा। मनाना के आजाद सिंह ने एसडीएम से कहा कि वह रास्ते के लिए 16.5 फीट जमीन देने को तैयार है। उसके बदले उसे मनाना पंचायत की इतनी जमीन दी जाए। एसडीएम ने उसे बीडीपीओ को इसका प्रस्ताव देने को कहा है। सीएम के पास तबादले की फाइल भेजने की बात कही है। अधिकारियों के बयान
जनस्वास्थ्य अधिकारी हरविदर शर्मा ने कहा कि उनका वाटर हार्वेस्टिंग का काम बाकी है जिसे एक अक्टूबर से पहले पूरा कर दिया जाएगा। वहीं पीडब्ल्यूडी के एसडीओ सोमबीर दहिया और जेई साहिल ने कहा कि लिफ्ट, फायर सिस्टम और गैस की एनओसी के लिए आवेदन दे दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही इसे चालू कर दिया जाएगा। एसडीओ ने कहा कि मर्चरी और स्टाफ निवास के लिए ग्रांट की मांग की गई है। एसएमओ पवन कुमार ने कहा कि स्टाफ और उपकरणों की मांग उच्चाधिकारी से की गई है। सबकुछ ठीक होने पर एक अक्टूबर से इसे चालू किया जाएगा।