क्राइम पेट्रोल देख प्रेमी के साथ कुछ यूं रची जमींदार के अपहरण की साजिश Panipat News
क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर हरियाणवी डांसर कविता यादव ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पानीपत में जमींदार नरेश अघी के अपहरण की साजिश रची थी।
पानीपत, [विजय गाहल्याण]। उत्तर प्रदेश के जिला बागपत के शुभानपुर निवासी शुभम त्यागी को ब्रांडेड जूते व कपड़े पहने का शौक है। शराब पीनी व अय्याशी उसका शगल रहा है। ठेकेदारी में घाटा हो गया। शौक पूरे नहीं कर पा रहा था। इसलिए प्रेमिका काजल यादव के साथ मिलकर मॉडल टाउन के करोड़पति जमींदार नरेश अघी का अपहरण कर फिरौती वसूलने की साजिश रची। मास्टरमाइंड काजल थी, लेकिन असल रोल शुभम त्यागी का रहा। शुभम ने यू ट्यूब, आपराधिक वारदातों पर आधारित टीवी शो क्राइम पेट्रोल और फेसबुक के जरिये वारदात करने के तरीके से लेकर पुलिस से बचने का बारीकी से अध्ययन किया। इसके बाद चचेरे भाई अंकित, फुफेरे भाई अमित और रिश्तेदार नरेंद्र त्यागी को सब्जबाग दिखाया कि वे पांच घंटे में चार-चार लाख रुपये कमा सकते हैं। वे उसकी बातों में आ गए और वारदात को अंजाम दे डाला।
12 जुलाई की रात काजल के बुलावे पर नरेश अघी रेंजरोवर गाड़ी से घर से निकले। रास्ते में काजल मिली और उसे फार्म हाउस की तरफ सौदापुर के शराब के ठेके के पास ले गई। जहां पहले से ही इंतजार कर रहे शुभम व उसके तीन रिश्तेदारों ने आइ-20 गाड़ी रेंजरोवर के आगे अड़ा दी। अंकित व उसके दो साथियों ने अघी के साथ मारपीट की। शुभम ने काजल को घसीटकर यह दिखाया कि उसका भी अपहरण किया गया है। इसके बाद अघी की आंखों पर कपड़ा बांध दिया। बाद में काजल रेंजरोवर में बैठकर शुभम के साथ चली गई।
पुलिस को दिया चकमा
पुलिस को चकमा देने के लिए जीटी रोड की बजाय दिल्ली पैरलल नहर की पटरी से सोनीपत क्षेत्र में राई स्पोट्र्स स्कूल के पास पहुंचे। यहां से वह गाजियाबाद के लोनी में ट्रोनिका सिटी के निर्माणाधीन फ्लैट पर पहुंचे। वहां पर अघी और काजल को कमरे में बंधक बनाकर रखा। आरोपितों ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। बाद में अघी के फोन से बेटे को कॉल कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। फिरौती लेने के बाद उन्होंने अघी को गाड़ी समेत छोड़ दिया। 13 जुलाई की सुबह शुभम और उसके रिश्तेदार अपने-अपने घर लौट गए। काजल ने भी केजीपी से वैन ली और पानीपत आ गई।
अघी के सिम ने खोला अपहरण राज राज
काजल हर रोज सुबह नेट पर समाचार पत्र पढ़ती थी। इसके बाद कॉल कर शुभम को पुलिस की गतिविधि की जानकारी देती थी। सीआइए-1 ने तीन दिन से सोनीपत के मुरथल, राई और गाजियाबाद क्षेत्र में डेरा डाल रखा था, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं मिला। अघी के मोबाइल फोन ने अपहरण का राज खोल दिया। सीआइए-1 संदीप छिक्कारा की टीम ने शुभम और अन्य तीन बदमाशों को पकड़ लिया।
मुरथल टोल से नहीं गुजरे बदमाश, तीन बार कार के नंबर बदले
एसपी सुमित कुमार ने बताया कि नरेश अघी का अपहरण कर बदमाश मुरथल के टोल प्लाजा से नहीं गुजरे। वारदात में इस्तेमाल आइ-20 कार शुभम ने 2018 में खरीदी थी। वारदात के बाद पुलिस से बचने के लिए शुभम ने तीन बार कार का नंबर बदला। वारदात में शामिल शुभम और उसके रिश्तेदारों ने मोबाइल पर भी आपस में बातचीत नहीं की।
पांचों में बंटे एक-एक लाख, पुलिस जांच ठंडी होने पर 15 लाख बंटने थे
पुलिस पूछताछ में आरोपित शुभम ने बताया कि नरेश अघी की फिरौती से मिले 20 लाख में से पांच लाख रुपये खर्चे के बांट लिए थे। उसके, काजल व अन्य तीन के हिस्से में एक-एक लाख रुपये आए थे। बाकी 15 लाख रुपये पुलिस की जांच ठंडी होने पर बांटे जाने थे। रुपये उसने छिपा रखे थे।
जमींंदार नरेश अघी।
150 सीसीटीवी कैमरों से मिले अहम सुराग
एसपी सुमित कुमार ने कहा कि नरेश अघी ने यह नहीं बताया कि वारदात के समय उसके साथ काजल साथ में थी। अगर अघी इसकी जानकारी 13 जुलाई को पुलिस को दे देते तो आरोपित पहले ही गिरफ्तार कर लिए जाते। सीआइए-1 ने वारदात स्थल से लेकर ट्रोनिका सिटी तक 150 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इनसे सुबूत जुटाए गए और अपराधियों को पकड़ा। उसकी लोगों से अपील है कि वे पेट्रोल पंप, दुकान, शोरूम और घरों में भी सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। इससे पुलिस को अपराधियों को पकडऩे में आसानी होगी। एसपी का कहना है कि बदमाशों को पकडऩे वाले सीआइए वन इंचार्ज संदीप छिक्कारा को सी वन सर्टिफिकेट दिलाने के लिए डीजीपी से सिफारिश की है
शुभम ने केनरा बैंक के क्लर्क का टेस्ट पास कर रखा है, गलत संगत ने बनाया अपराधी
शुभम त्यागी गली व सड़क निर्माण का ठेकेदार है। परिवार की स्थिति भी ठीक है। वर्ष 2018 में उसने केनरा बैंक के क्लर्क का टेस्ट पास किया था। जल्द ही नियुक्ति होनी थी। उसके खिलाफ 2015 में बागपत के थाने में मारपीट का मामला दर्ज है। अय्याशी व गलत लड़कों की संगत ने उसे अपराधी बना दिया। काजल पहले कुंडली के पास मसाज पार्लर में काम करती थी। दो साल से शुभम की काजल प्रेमिका है।
निजी बस पर कंडक्टर है अमित, मारपीट करता है
पुंडरी गांव का अमित 12वीं पास और अविवाहित है। पिता रामफल की आटा चक्की है। वह भी पहले चक्की पर काम करता था। अब वह निजी बस पर कंडक्टर की नौकरी कर रहा था। वह नशा करता है और लोगों के साथ मारपीट करता है। उसका आपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
मधुबन 5वीं बटालियन में क्लर्क है अंकित, भाई के बहकावे में चुना अपराध का रास्ता
शुभानपुर गांव का अंकित त्यागी ग्रेजुएट व अविवाहित है। वह क्लर्क भर्ती हुआ। अब मधुबन में पुलिस की 5वीं बटालियन में अंडर ट्रेनिंग क्लर्क है। अंकित ताऊ के बेटे शुभम की बातों में आ गया और जल्द रुपये कमाने के फेर में अपराध के रास्ते पर चल पड़ा।
नरेंद्र का पत्नी से हो चुका है तलाक, नहीं करता है कोई काम
घसौली गांव का नरेंद्र एमए, बीएस पास है। उसका पत्नी से तलाक हो चुका है। वह बेरोजगार है। कोई काम नहीं करता है। उसने भी रुपये कमाने के लिए शुभम व अन्य दो रिश्तेदारों का अघी के अपहरण में साथ दिया।
काजल का पति से हो चुका है तलाक, लाखों कमाई के फेर में बनीं अपराधी
काजल मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली है। उसने काबड़ी गांव के अमित के साथ शादी की। उसकी एक बेटी है। काजल का पति से तलाक हो चुका है और वह किराये पर पुरेवाल कॉलोनी में रहती है। उसे हरियाणवी गानों पर मॉडलिंग का शौक है। वह जल्द लाखों रुपये कमाना चाहती थी। इसी वजह से अपराधी बन गई। तीन साल पहले काजल एक महिला के मकान पर नरेश अघी से मिली थी। तभी से दोनों में दोस्ती हो गई। अघी नहर किनारे एक कोठी पर काजल से अक्सर मिलता था।
फेसबुक पर बना रखी है कजल चड्ढा के नाम से आइडी
काजल यादव ने फेसबुक पर काजल चड्ढा के नाम से आइडी बना रखी है। इसमें उसने जन्म 1 जनवरी 1987 लिखा है, जबकि पुलिस ने काजल की आयु 22 वर्ष बताई है। काजल ने 4 जुलाई को हरियाणवी हास्य कलाकर झंडू के साथ फोटो खींचकर प्रोफाइल में लगा रखा है। 28 जून को उसने हथेली पर अंग्रेजी में शुभम लव त्यागी का प्रोफाइल भी लगा रखा है। 19 मई को हरियाणवी एल्बम बिगड़ी बहू का पोस्टर लगा रखा है।
दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज कराया
एसपी ने बताया कि काजल ने सेक्टर-24 के अंकित के खिलाफ महिला थाने में शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने की महिला थाने में शिकायत दी। जांच में मामला झूठा निकला। डीएसपी सतीश कुमार वत्स ने केस रद कर दिया था। यह भी पता लगाया जा रहा कि काजल ने कहीं और लोगों को झूठे केस में फंसाकर तो वसूली नहीं की है।