Move to Jagran APP

प्रदूषण बोर्ड की शर्तो से तो बंद हो जाएगा पानीपत का टेक्सटाइल उद्योग Panipat News

उद्यमियों की सबसे बड़ी मांग सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट द्वारा साफ किए गए पानी को पुन प्रयोग में लाने की है। दैनिक जागरण के मंच से भी रविवार को उद्यमियों ने सांसद के समक्ष यही मुद्दा उठाया था।

By Edited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 10:16 AM (IST)Updated: Tue, 16 Jul 2019 08:25 PM (IST)
प्रदूषण बोर्ड की शर्तो से तो बंद हो जाएगा पानीपत का टेक्सटाइल उद्योग Panipat News
प्रदूषण बोर्ड की शर्तो से तो बंद हो जाएगा पानीपत का टेक्सटाइल उद्योग Panipat News

पानीपत, जेएनएन। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के नियम रंगाई और टेक्सटाइल उद्योग को बंद कर देंगे। उद्योगों को पानी की जरूरत है। उद्यमी जल बचाना चाहते हैं, लेकिन इससे पहले एसटीपी से उन्हें पानी मिलना शुरू हो। पानीपत का पर्यावरण खराब न हो, इस पर उद्योग जगत एक मंच पर खड़ा है। सेक्टर 25 स्थित जिमखाना क्लब में उद्यमियों ने पानीपत डायर्स एसोसिएशन के बैनर तले बैठक की। सरकार के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा को कठिनाइयों से अवगत कराया। उद्योग के संचालन में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए मांगें भी रखी। उद्यमियों की सबसे बड़ी मांग सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट द्वारा साफ किए गए पानी को पुन प्रयोग में लाने की है। दैनिक जागरण के मंच से भी रविवार को उद्यमियों ने सांसद के समक्ष यही मुद्दा उठाया था।

loksabha election banner

पानीपत डायर्स एसोसिएशन, हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स, पानीपत एक्सपोर्ट एसोसिएशन सहित अन्य औद्योगिक एसोसिएशन ने एक मंच समस्या गिनाते हुए कहा कि सीपीसीबी ने जो शर्ते लागू की है, उससे उद्योग जगत तबाह हो जाएगा। देश के अन्य राज्यों में यह नहीं है। पीएनजी और भूजल के लिए एनओसी की शर्त के कारण यहां का उद्योग लुधियाना, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शिफ्ट होगा। विधायक ने आश्वासन दिया कि इन गंभीर समस्याओं को हल करवाएंगे।

रंगाई उद्योगों के लिए मिले एसटीपी का पानी
सुरेश गुप्ता पानीपत स्पिनिंग मिल एसोसिएशन के महासचिव सुरेश गुप्ता का कहना है। रंगाई उद्योगों में पानी की समस्या को दूर करने के लिए एसटीपी का पानी उपलब्ध करवाया जाए। ऐसा होने पर पानी की समस्या हल हो जाएगी। पानी का सदुपयोग होगा। जमीन का पानी प्रयोग नहीं करना पड़ेगा। नहरी जल की जरूरत भी नहीं होगी।

रंगाई व टेक्सटाइल उद्योग खतरे में
भीम राणा पानीपत डायर्स एसोसिएशन के प्रधान भीम राणा ने कहा कि दो-तीन मुद्दे ऐसे आ गए हैं, जिनसे उद्योग बंद हो जाएंगे। अकेले रंगाई ही नहीं पूरा टेक्सटाइल उद्योग खतरे में है। पंजाब सहित नौ राज्यों ने अपना जलबोर्ड बना है। प्रदेश में यह नहीं है। दिल्ली केंद्रीय भूजल बोर्ड से उद्योगों को एनओसी लेनी होती है, जो नहीं मिलती। इसके लिए हमें एसटीपी से निकलने वाला साफ पानी दिलवाया जाए। जेडएलडी का प्रस्ताव है उसे बनवाया जाए।

उद्योगों को उजड़ने नहीं दिया जा सकता
विनोद खंडेलवाल हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन विनोद खंडेलवाल ने कहा कि उद्योगों को उजड़़ने नहीं दिया जाना चाहिए। उद्योग चलाना (सरवाइव करना) मुश्किल होता जा रहा है। वातानुकुलित कमरों (एसी) में बैठकर जो आदेश लागू किए जा रहे हैं, वह गलत हैं। एक समस्या दूर होती है दूसरी तैयार रहती है। पीएनजी प्रयोग करने से उद्योगों पर बोझ पड़ेगा। यह तीन गुना महंगी पड़ती है।

एन्हांसमेंट पर स्थिति स्पष्ट करें
विभू पालीवाल उद्योगपति विभू पालीवाल ने कहा कि एन्हांसमेंट का मामला तीन साल से लटका पड़ा है। इस पर स्थिति स्पष्ट की जाए। यहां के उद्योगों में एक-डेढ़ एकड़ जमीन वाले किसानों के बच्चे काम करते हैं। उद्योग बंद होते हैं तो किसान भी प्रभावित होंगे। एन्हांसमेंट के मामले को विधायक सीएम का हाथ पकड़ कर सुलझा सकते हैं। इस मामले का तुरंत समाधान किया जाए।

सेक्टर 25 के विकास कार्यो के टेंडर के बाद काम नहीं
एचएस धम्मू सेक्टर 25 इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रधान एचएस धम्मू ने कहा कि सेक्टर में सीवर, सड़क के लिए 29 करोड़ स्वीकृत हुए थे। टेंडर भी हो चुके हैं उसके बाद काम नहीं हो रहा। पता नहीं फाइल कहां दब गई है। ड्रेन की दोनों तरफ सड़क बनने से रेत वालों का अवैध कब्जा हट सकेगा। रेत उड़ने से उद्योगों की मशीनरी खराब हो रही है। ग्रीन बेल्ट में शराब के ठेके खोलने की अनुमति किसने दी है।

विधायक बोले- समस्याओं का समाधान कराएंगे पानीपत
ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा ने कहा कि उद्योगों की सभी समस्याओं को उन्होंने बारीकी से समझा है। एसटीपी से निकलने वाले पानी को दोबारा प्रयोग में कैस लाया जा सकता है, इसे ¨सचाई विभाग इसे देख रहा है। चीफ इंजीनियर से बैठक कर उद्योगों तक पाइप लाइन लाने का काम होगा। पानीपत के उद्योगों की समस्याओं के लिए लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने मौके पर ही यमुना एक्शन प्लान के एक्सईएन से एसटीपी की रिपोर्ट ली। एन्हांसमेंट पर उन्होंने कहा कि फैसला लिया जा चुका है, जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। जल बोर्ड बनाने के मामले में सीएम से बात करेंगे। सेक्टर 25 के टेंडरों का पता कर काम शुरू करवाया जाएगा। पीएनजी व अन्य मुद्दों के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर से मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि इसके लिए समय लिया जाएगा। सांसद संजय भाटिया का भी सहयोग लेंगे। फंड की जो जरूरत पड़ेगी उसे सीएम अनाउंसमेंट से लेंगे।

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर निर्यातक विजय अग्रवाल, ललित गोयल, मनीष अग्रवाल, राजेंद्र खुराना, राकेश भाटिया, मुकेश रेवड़ी, नरोत्तम अग्रवाल, विनोद ग्रोवर व सुभाष नारंग मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.