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पुलिस का स्‍टाफ बताकर घुसे, महंत को लूटा, डीजीपी को देना पड़ा दखल Panipat news

प्राचीन मंदिर गगड़वाला में देर रात चार बदमाशों ने ने मंदिर के महंत रामदास को बंधक बनाकर 50 हजार लूट लिए। खुद को सीआइए स्‍टाफ बताया। पुलिस ने नहीं उठाया फोन।

By Edited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 08:34 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 03:07 PM (IST)
पुलिस का स्‍टाफ बताकर घुसे, महंत को लूटा, डीजीपी को देना पड़ा दखल Panipat news
पुलिस का स्‍टाफ बताकर घुसे, महंत को लूटा, डीजीपी को देना पड़ा दखल Panipat news

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। चार बदमाशों ने मंदिर के महंत रामदास को बंधक बनाकर 50 हजार रुपये लूट लिए। खुद को सीआइए स्टाफ बताने वाले चारों लुटेरों ने महंत से नकदी लूटने के बाद मंदिर के गर्भ गृह का ताला तोड़ कर वहां भी तलाशी ली। 

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लूट के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। महंत ने कमरे का दरवाजा किसी तरह खोलकर भक्तों को सूचित किया। सूचना पाकर एसपी कुलदीप यादव ने मौके पर पहुंच कर अपराधियों को जल्दी पकड़ने का दावा किया। दोपहर को यमुनानगर में बिलासपुर डीएसपी आशीष चौधरी ने सीआइए स्टाफ के साथ मंहत रामदास से लूट की जानकारी ली। महंत के बयानों पर पुलिस ने पुलिस ने चार अज्ञात बदमाशों पर लूट का मामला दर्ज कर लिया। 

खुद को सीआइए स्टाफ बता रहे थे बदमाश
महंत रामदास ने बताया कि बुधवार रात को मंदिर परिसर में बने कमरे में सोए हुए थे। रात को डेढ़ बजे के करीब चार युवक मंदिर की दीवार फांद कर मंदिर परिसर में घुस आए और उनकी चारपाई पर आकर बैठ गए। वे खुद को सीआइए स्टाफ बताने लगे। चारों युवकों ने मुंह को काले रंग के कपड़ों से ढका हुआ था। एक युवक ने मंदिर में सीसीटीवी कैमरों के बारे में पूछा और फिर उनका मोबाइल छीनकर बंधक बना दिया। 

भंडारे के लिए जुटाई थी रकम 
महंत रामदास ने बताया कि उन्होंने यह रकम अगले माह गुरु पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले भंडारे के लिए श्रद्धालुओं से दान मांगकर जमा की हुई थी। चारों युवकों के हाथ में लाठियां थी। करीब दो घंटे तक सारे सामान को खंगालने के बाद अलमारी में रखे 50 हजार रुपये लूट कर मंदिर के मुख्य द्वार से फरार हो गए। 

 एसएचओ, डीएसपी, एसपी व कंट्रोल रूम में नहीं उठाया फोन
महंत रामदास के साथ लूट की सूचना पाकर मंदिर गगड़वाला पहुंचे श्रद्धालु प्रतीक बंसल, सचिन राणा, मनु गुप्ता व मुकेश अग्रवाल ने सबसे पहले तो एसएचओ को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं सुना। इसके बाद डीएसपी को फोन किया तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला। एसएचओ व डीएसपी से बात न होने से परेशान श्रद्धालुओं ने 100 नंबर के अलावा एसपी को भी फोन मिलाया। लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। निराश होकर उन्होंने डीजीपी मनोज यादव को फोन करके मामले की जानकारी दी तो पुलिस हरकत में आई। इसके बाद एसपी कुलदीप यादव के साथ कई पुलिस अधिकारी सुबह सात बजे ही मंदिर में पहुंच गए। उन्होंने मामले की जांच शुरू की। एसपी ने महंत रामदास को सुरक्षा के अलावा मामला जल्दी सुलझाने का भरोसा दिया। 

तीन माह पहले भी तीन मंदिरों में चोरी हुई
12 मार्च की रात को चोरों ने कस्बे के साईं मंदिर, महा कली मंदिर व शनिदेव मंदिरों के मेन गेट के ताले तोड़ कर वहां से दस हजार की नकदी के अलावा शनि देव का चांदी का मुकुट व गैस सिलेंडर चोरी कर लिया था। लेकिन आजतक भी पुलिस उन चोरों का कोई सुराग नही लगा पाई है। मंदिरों में हो रही चोरियां व लूट की वारदातों से श्रद्धालुओं में गहरा रोष व्याप्त है।


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