मानव तस्करी पीड़ितों की मदद करेगा डीएलएसए, हुई पहली काउंसिलिग
हरियाणा विधिक सेवाएं प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण(डीएलएसए)ने मानव तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण के पीडितों को कानूनी सहायता सरंक्षण प्रदान करने और पुनर्वास के लिए अभियान शुरू किया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा विधिक सेवाएं प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण(डीएलएसए)ने मानव तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण के पीडितों को कानूनी सहायता, सरंक्षण प्रदान करने और पुनर्वास के लिए अभियान शुरू किया है। इस कड़ी में बुधवार को एक ऐसी लड़की की काउंसिलिंग की गई, जिसे बंगलादेश से शादी का झांसा देकर लाया गया और यहां उसे देह व्यापार में धकेल दिया।
डीएलएसए के सचिव एवं सीजेएम मनोज कुमार राणा ने बताया कि मानवता बिक्री के लिए नहीं है, इसी स्लोगन को आधार मानकर मानव तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण के पीड़ितों के लिए योजना चलाई गई है। मानव तस्करी समाज में प्रचलित बुराइयों में से एक है। इस पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। योजना का मुख्य उदेश्य समाज से ऐसे बुरे तत्वों को हटाना है जो महिलाओं और बच्चों की खरीद-फरोख्त में शामिल हैं। मानव की खरीद-फरोख्त, नाबालिगों को देह व्यापार में धकेलने जैसी गतिविधियों से जुड़े कानूनी मुददों के बारे में जनमानस को जागरूक भी किया जायेगा।
सीजेएम ने बताया कि मूल रूप से बंगलादेश वासी जिस लड़की की काउंसिलिंग की गई है, उसकी फाइल बाल कल्याण समिति से मंगा ली है। केस की जांच अधिकारी को पेश होने के लिए कहा गया है। इस मामले में लड़की की हर संभव मदद की जाएगी। पांच मई का है मामला : सिटी थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में आधी रात को किशोरी छत से कूदकर पडोसी के घर में दाखिल हुई थी। उसने बताया कि दिल्ली वासी संदीप उसे शादी का झांसा देकर लाया और दिल्ली में दुष्कर्म किया। इसके बाद राहुल नाम के मानव तस्कर को बेच दिया। उसने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और अजय नाम के दलाल को बेच दिया। उसने भी दुष्कर्म किया और पानीपत वासी मन्नु को 12 हजार रुपये में तीन रात के लिए बेच दिया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भी लिया था।