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134 ए के तहत दाखिला नहीं मिलने पर अभिभावकों ने बीईओ कार्यालय में जताया रोष

134 ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिले को लेकर अभिभावक बच्चों के साथ चक्कर लगा रहे है।

By Edited By: Published: Tue, 07 May 2019 05:58 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 06:00 AM (IST)
134 ए के तहत दाखिला नहीं मिलने पर अभिभावकों ने बीईओ कार्यालय में जताया रोष
134 ए के तहत दाखिला नहीं मिलने पर अभिभावकों ने बीईओ कार्यालय में जताया रोष
जागरण संवाददाता, समालखा : 134 ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिले को लेकर अभिभावक बच्चों के साथ चक्कर लगा रहे है। लेकिन कोई सीट पुरी होने तो कोई विभाग की तरफ से लिस्ट जारी न होने की बात बोल उनको चलता कर देता है। ऐसे में परेशान अभिभावकों ने सोमवार को खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में पहुंचकर न केवल रोष जताया, बल्कि उनके सामने समस्या रखी। वहीं बीईओ भी सीटे फुल होने की बात सुन लाचारी जताते दिखे। हालांकि उन्होंने अभिभावकों से आनलाइन ही स्कूल से संबंधित शिकायत करने का आह्वान किया, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों को भेजा जा सके। बीईओ कार्यालय पहुंचे अभिभावक प्रीति समालखा, पूजा डिकाडला, कुलदीप मनाना, सुमन करहंस, सरला मनाना, कुलदीप ¨ढडार, हसीना व मंजू वासी समालखा ने बताया कि उनके बच्चों ने 134 एक के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिला पाने को लेकर परीक्षा दी थी। जिसमें वो अच्छे अंक लेकर उर्तीण हुए और ऑनलाइन विभाग की तरफ से उनको स्कूल अलॉट कर दिए गए। लेकिन पिछले कई कई दिन से वो स्कूलों के चक्कर लगा रहे है, परंतु उनके बच्चों को दाखिला नहीं दिया जा रहा है। उनका कहना है कि कोई स्कूल संचालक सीट फुल होने तो कोई विभाग की तरफ से लिस्ट जारी न होने की बात बोल चलता कर देता है। उन्होंने बताया कि जब वो विरोध करते है तो उनके साथ दु‌र्व्यवहार तक किया जाता है। अभिभावकों का कहना है कि जब स्कूलों में सीट ही फुल थी तो उनको बच्चों को वो स्कूल अलाट क्यों किए। इसको लेकर अधिकारी के पास जाते है तो वो भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं देते। उनका कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों व सरकार की अनदेखी के कारण स्कूल संचालक अपनी मनमर्जी कर रहे है और उनके बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। बीईओ से हुई तू तू मैं मैं डिकाडला वासी एक महिला बीईओ से मिलने पहुंची। उसने कहा कि स्कूल संचालक सीट फुल होने की बात बोल रहे है। जब सीट फुल थी तो उनके बच्चों को उक्त स्कूल अलॉट क्यों किया गया। जिस पर बीईओ ने कहा कि स्कूल अलॉट ऑनलाइन कम्प्यूटर से हुए है, इसमें हमारी क्या गलती। जिस पर महिला भड़क गई और खरी खरी सुनाने लगी। फिर बीईओ भी कहां पीछे रहने वाले थे, उन्होंने भी जवाब दिया मेरे ते ना उलझे। म्हारे गेल लड़ण में के मिलेगा। 626 को अलॉट हुए स्कूल दो जमा पांच मुद्दे से जुड़े सोनू वर्मा ने बताया कि खंड में 1140 छात्रों ने आवेदन किया था। जिसमें से 729 बच्चे उर्तीण हुए और 626 बच्चों को शिक्षा सदन चंडीगढ़ के द्वारा स्कूल आबंटित किए गए। परंतु स्कूल संचालक बच्चों को दाखिला देने में मनमर्जी कर रहे है। संबंधित पोर्टल पर करें शिकायत बीईओ बृजमोहन गोयल का कहना है कि अभिभावक लगातार दाखिला न मिलने की शिकायत लेकर आ रहे है। ज्यादातर स्कूलों में सीट फुल होने की समस्या आ रही है। हम बात करके काफी बच्चों को दाखिले के लिए भेज भी रहे है। इसके बावजूद भी कोई स्कूल दाखिला नहीं देता है तो अभिभावक बच्चे के रजिस्ट्रेशन से ही आनलाइन शिकायत करे, ताकि उन्हें उच्च अधिकारियों को भेजकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा जा सके।

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