श्रीकृष्ण की बारिश धुन, पानी पर नाचा शहर
जागरण संवाददाता पानीपत श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जैसे ही रात 12 बजे आरती शुरू हुई भोग लग
जागरण संवाददाता, पानीपत : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जैसे ही रात 12 बजे आरती शुरू हुई, भोग लगा, उसी समय बादल भी बरस पड़े। यूं लगा श्रीकृष्ण ने बांसुरी बजाई और बारिश धुन निकल पड़ी। 16 घंटे मूसलधार बारिश ने चार साल का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया। चार साल पहले 2016 में इतनी अधिक बारिश दर्ज की गई थी। बुधवार देर रात दो बजे शुरू हुई बारिश वीरवार को शाम तीन बजे तक होती रही। जिले में बापौली ब्लॉक में सबसे अधिक 172 एमएम बारिश दर्ज की गई। उसके समालखा में 158 एमएम बारिश दर्ज हुई। पानीपत 84 एमएम बारिश हुई।
वीरवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई। दिनभर बादल बरसे। बारिश का पानी चारों तरफ जमा हो गया। देर शाम तक पानी नहीं उतर पाया था। जनस्वास्थ्य विभाग ने आठ पंप लगातार चलाए। पानी निकासी के लिए निगम की टीमें अलग से जुटी रहीं। भारी बारिश होने के कारण ड्रेन ओवर फ्लो हो गई। सेक्टर 11 हो या सेक्टर 12 सड़कें लबालब थीं। यही हालत बाजारों के बन गए। जीटी रोड पर पानी भर जाने के कारण वाहनों की गति भी मंद पड़ गई। कई वाहन पानी घुसने के कारण बंद हो गए। वाहन चालकों की परेशानी झेलनी पड़ी।
बाहरी कॉलोनियों में मकानों में पानी भर गया। लोग देर शाम तक पानी निकालने में लगे रहे।
मौसम विभाग के अनुसार वर्ष 2016 में अगस्त माह में एक दिन पानीपत में 73 एमएम बारिश हुई थी। वर्ष 2016 का रिकॉर्ड भी टूट गया। (बुधवार रात्रि 2 बजे से वीरवार शाम चार बजे तक बारिश) पानीपत : 84 एमएम समालखा : 158 एमएम इसराना : 45 एमएम बापौली : 172 एमएम मतलौडा : 61 एमएम
तापमान में गिरावट
झमाझम बारिश होने से पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों का राहत मिली। सावन में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान तीन अंक गिर गया। 29 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। न्यूनतम तापमान में एक अंक की गिरावट रही। न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा।
बारिश ने धो डाला प्रदूषण
भारी बारिश ने प्रदूषण को धो डाला। एयर क्वालिटी इंडेक्स 69 एमजी पर आ गया। दो दिन पहले यह 86 एमजी पर था। इतना साफ मौसम लॉकडाउन के बाद अब देखने को मिला।