सहायक रजिस्ट्रार की एक मामले में दो रिपोर्ट, सीएम को शिकायत
सहकारी समितियां पंचकूला के सहायक रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा सीएम विडो पर गलत जानकारी देने का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : सहकारी समितियां पंचकूला के सहायक रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा सीएम विडो पर गलत जानकारी देने का मामला सामने आया है। एक मामले में एआर द्वारा दो अलग-अलग रिपोर्ट पेश की है। देवेंद्र कुमार ने सीएम विडो पर दी शिकायत में बताया है कि न्यू बैंकर्स कोआपरेटिव थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी लिमिटेड पंचकूला डिपाजिट एंड लोन का काम करती थी। जिसमें वर्ष 2012 में कुछ ऋणकर्ताओं द्वारा सोसायटी के रिकॉर्ड अभिरक्षक के साथ मिलीभगत करके सोसायटी का रिकॉर्ड खुर्दबुर्द किया था। जिसकी एफआइआर दिसंबर 2012 को दर्ज हो गई थी। इसमें तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद चालान पेश किया गया था। सहायक रजिस्ट्रार एवं पुलिस की रिपोर्ट में स्पष्ट तौर लिखा था कि इस मामले में ओर किसी की संलिप्तता नहीं पाई गई। मामला अभी अदालत में विचाराधीन
इस मामले में उस समय नया मोड़ एक आरोपित के साथी ने सीएम विडो पर 27 जून 2018 को एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें उसने अपना डिपोजिट किया पैसा दिलवाने की मांग की। इस मामले की जांच सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां द्वारा की गई। इसकी रिपोर्ट 27 सितंबर 2019 को सीएम विडो पर सहायक रजिस्ट्रार द्वारा दाखिल की गई। इसमें स्पष्ट तौर पर बताया कि उपरोक्त सोसायटी का चुनाव 27 सितंबर 2008 को हुआ था और उसके बाद आज तक चुनाव नहीं हुए, इसलिए पूर्व प्रबंधक कमेटी सदस्यों को सूचित करके नई प्रबंधक कमेटी का गठन किया जाएगा। उसके बाद सोसायटी द्वारा जिन लोग को लोन दिया गया है, उसकी वसूली में से डिपोजिट करने वालों को पैसे दे दिया जाएगा। साथ ही ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देते हुए जानकारी दी कि सोसायटी में किसी प्रकार का गबन नहीं हुआ। इसके बाद मामले को बंद करने की सिफारिश सहायक रजिस्ट्रार द्वारा की गई। एक माह बाद बदली रिपोर्ट
इसी बीच सहायक रजिस्ट्रार द्वारा अपनी रिपोर्ट में हेरफेर करते हुए पहली रिपोर्ट में एक महीने बाद 23 अक्टूबर 2019 को दो ओर लाइनें जोड़ते हुए रिपोर्ट का रुख बदल दिया और पूर्व कमेटी के पदाधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए उनके खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश उपरजिस्ट्रार को की गई। जबकि इस रिपोर्ट में सहायक रजिस्ट्रार ने लिखा है कि सोसायटी में कोई गबन नहीं है, ऐसे में सहायक रजिस्ट्रार की रिपोर्ट सवालों के घेरे में आ गई है। इस मामले में देवेंद्र कुमार ने सीएम से गुहार लगाई है कि मामले में किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवाई जाए, क्योंकि सहायक रजिस्ट्रार द्वारा बार-बार रिपोर्ट बदलना उनकी भूमिका पर संदेह जताता है।