बेटी की अंतिम विदाई पर हरियाणा में दो दिन का शोक, लोग बोले-बहुत याद आएंगी सुषमा
हरियाणा की बेटी सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई पर राज्य में शोक की लहर है। राज्य में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर दो दिन का शोक रहेगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा की बेटी व पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन से पूरे राज्य में शोक है। लोग अब तक विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि हरियाणा को सियासत की बुलंदियों पर पहुंचाने वाली हरदिल राजनेता सुषमा नहीं रहीं। दिवंगत आत्मा के सम्मान में हरियाणा सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। लोगों का कहना है कि सुषमा चली गईं, लेकिन हरदम याद आएंगी।
राज्य की मनोहरलाल सरकार ने सुषमा स्वराज के निधन पर दो दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया। बुधवार को सभी सरकारी भवनों पर नियमित रूप से फहराये जाने वाले राष्ट्रीय ध्वज ध्वज आधे झुके रहे। बृहस्पतिवार को भी सरकारी स्तर पर कोई मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। वहीं, पूर्व विदेश मंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए राजनेताओं ने शोक की इस घड़ी में पीडि़त परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल सहित राज्य के कई राजनेता दिल्ली में सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देने पहुंचे और उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। मुख्यमंत्री मनोहरलाल, कई कैबिनेट मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुउ्डा सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया।
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राज्यभर में लोगों ने सुषमा स्वराज के निधन को हरियाणा के लिए अपूरणीय क्षति बताया। लोगों का कहना है कि कभी भी किसी तरह की परेशानी में सुषमा जी से संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत मदद दी। उनके चले जाने से राज्य के लोगों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। सुषमा स्वराज हमेशा याद आएंगी।
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'' सुषमा स्वराज प्रखर वक्ता, मृदुभाषी, सरल हृदय, कर्मठ पार्टी नेता एवं समाजसेविका थीं। उन्होंने सदैव जनसेवा और निर्धनों के जीवन सुधार के लिए कार्य किया। उनसे 1977 से परिचय था। जीवन में शुरू से ही उन्होंने पार्टी एवं समाज के लिए अनुकरणीय कार्य कर देश की सेवा की है जो बहुत ही सराहनीय है।
- सत्यदेव नारायण आर्य, राज्यपाल, हरियाणा।
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'' अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े होने के नाते सुषमा स्वराज के साथ लंबे समय तक काम करने का अवसर प्राप्त हुआ। शोक संतप्त परिवार को हार्दिक संवेदना। उनके निधन से जो क्षति पहुंची है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती।
- ओम प्रकाश धनखड़, कृषि मंत्री, हरियाणा।
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'' हरियाणा की माटी से जुड़ीं सुषमा स्वराज के निधन से देश एक अनुभवी राजनेता की सेवाओं से वंचित हो गया है। उनके निधन से न केवल हरियाणा व पूरे देश में शोक की लहर है, बल्कि विश्व भी आहत है।
- कैप्टन अभिमन्यु, वित्त मंत्री, हरियाणा।
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''सुषमा स्वराज के परिवार के साथ राजनीतिक ही नहीं, बल्कि घनिष्ठ पारिवारिक संबंध भी थे। उनके निधन से देश-प्रदेश ही नहीं, बल्कि चौटाला परिवार को भी कभी न पूरी होने वाली क्षति पहुंची है। वह बेहद काबिल वक्ता और एक परिपक्व नेता थीं। मैं परमपिता परमात्मा से विनती करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति दें और अपने चरणों में शरण दें।
-अभय चौटाला, इनेलो के प्रधान महासचिव।
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'' हरियाणा की बेटी, असाधारण, प्रतिभाशाली व एक दिग्गज नेता, एक प्रखर वक्ता, पूर्व विदेश मंत्री बहन सुषमा स्वराज के निधन पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। भगवान उन्हें अपने चरणों में स्थान दें व उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
- धर्मबीर सिंह, सांसद, भिवानी-महेंद्रगढ़।
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'' सुषमा जी ने चौधरी देवीलाल जी के साथ अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। 1977 में चौधरी देवीलाल की सरकार में मात्र 25 वर्ष की आयु में मंत्री बनी और 1979 में हरियाणा में जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष भी बन गईं। ऐसी कद्दावर नेता को जननायक जनता पार्टी शत-शत नमन करती है।
- नैना चौटाला, जेजेपी समर्थक इनेलो विधायक।
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