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कोरोना में फायदा पहुंचाता है हल्दी वाला दूध, वीटा करेगा सप्लाई, देसी गाय का घी भी करेगा तैयार

कोरोना के संक्रमण काल में हल्दी वाला दूध काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में भी कोरोना से बचाव के लिए हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ (वीटा) अब इसे मार्केट में उतारेगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 01:37 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 02:53 PM (IST)
कोरोना में फायदा पहुंचाता है हल्दी वाला दूध, वीटा करेगा सप्लाई, देसी गाय का घी भी करेगा तैयार
कोरोना में फायदेमंद है हल्दी वाला दूध। (सांकेतिक फोटो)

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ (वीटा) अब मार्केट में उपभोक्ताओं के लिए हल्दी वाला दूध मार्केट में उतारेगा। कोरोना के संक्रमण काल में हल्दी वाला दूध काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में भी कोरोना से बचाव के लिए हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। वीटा का हल्दी वाला दूध नवंबर के पहले सप्ताह तक बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है। देसी गाय के दूध से तैयार घी भी उपभोक्ताओं के लिए अगले साल जनवरी के प्रथम सप्ताह में उपलब्ध हो सकेगा।

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हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल की अध्यक्षता में हुई हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक में दोनों परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि हल्दी वाले दूध में काली मिर्च के अंश भी मिलाए गए हैं, जो हल्दी के साथ मिलकर रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने में सहयोग करेगी। डा. बनवारी लाल ने जानकारी दी कि वीटा को पीजीआइ चंडीगढ़ से दूध की आपूॢत का आर्डर मिला है। वीटा द्वारा रोजाना 1200 से 1300 लीटर दूध की आपूर्ति की जाएगी। 

बैठक में बताया गया कि खिलाडिय़ों के स्वास्थ्य के मद्देनजर वीटा प्रोटीनयुक्त डाइट तैयार करने पर भी विचार कर रहा है। रोहतक व जींद के मिल्क प्लांट में घी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और आने वाले समय में जींद के मिल्क प्लांट की क्षमता बढ़ेगी। वहां नई मशीनरी स्थापित कर घी के उत्पादन को बढ़ाने की योजना है। वीटा के बूथों में हैफेड उत्पादों के साथ-साथ फल व सब्जियों की बिक्री की अनुमति भी दी गई है ताकि एक ही बूथ पर उपभोक्ताओं को रोजमर्रा की ज्यादा से ज्यादा वस्तुएं उपलब्ध हो सकें।

डा. बनवारी लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दूध के उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए और अधिक समितियों का गठन किया जाए, ताकि उपभोक्ताओं को दूध के उत्पाद मिल सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा एनसीआर क्षेत्र में आता है। इसी को ध्यान में रखते हुए वीटा को एनसीआर में अपना दायरा ज्यादा से ज्यादा फैलाना चाहिए। चंडीगढ़ व पंचकूला के आसपास के क्षेत्र में भी वीटा अपना दायरा बढ़ाने पर विचार कर रहा है। बैठक में आधा दर्जन सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में वीटा के प्रबंध निदेशक ए श्रीनिवास सहित जींद, रोहतक, कुरूक्षेत्र, सिरसा, अंबाला और बल्लभगढ़ मिल्क प्लांट के अधिकारी मौजूद रहे।  


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