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Exclusive interview मनाेहर बाेले- उन्‍होंने प्रदेश में कीचड़ ही कीचड़ फैला रखा था, हमने इसमें कमल खिला दिया

Exclusive interview हरियाणा के सीएम मनोहरलाल ने कहा कि राज्‍य में साढ़े चार साल पहले अन्‍य दलों ने कीचड़ ही कीचड़ फैला रखा था। हमने विकास व भेदभाव रहित सोच से कमल खिला दिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 25 May 2019 01:05 PM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 05:10 PM (IST)
Exclusive interview मनाेहर बाेले- उन्‍होंने प्रदेश में कीचड़ ही कीचड़ फैला रखा था, हमने इसमें कमल खिला दिया
Exclusive interview मनाेहर बाेले- उन्‍होंने प्रदेश में कीचड़ ही कीचड़ फैला रखा था, हमने इसमें कमल खिला दिया

चंडीगढ़। हरियाणा में मिशन-10 कामयाब करने के बाद भाजपा खासी उत्साहित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रवाद और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साढ़े चार साल के कामों को इस जीत का श्रेय दिया जा रहा है। भाजपा की सबसे बड़ी जीत चौटाला, हुड्डा और भजनलाल के गढ़ सिरसा, रोहतक और हिसार में हुई है। रोहतक से बाहर निकलकर सोनीपत में ताल ठोंकने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तक चुनाव हार गए। मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल का कहना है कि कांग्रेस और इनेलो ने प्रदेश का बुरा हाल कर रखा था। प्रदेश में उन्‍हाेंने प्रदेश में कीचड़ ही कीचड़ फैला रखा था। हमने साढ़े चार साल में विकास किया और जाति-धर्म की दीवार को तोड़कर इस कीचड़ में कमल खिला दिया।

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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने जा रहे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विशेष बातचीत

भाजपा को इन चुनाव नतीजों के बाद अब अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी अपनी राह आसान नजर आ रही है। हरियाणा में भाजपा की जीत की खुशी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से साझा करने के लिए मनोहर लाल दिल्ली गए। प्रदेश की मौजूदा राजनीति पर दैनिक जागरण के हरियाणा के स्टेट ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत की। पेश है इसके प्रमुख अंश-

हरियाणा की सभी दस सीटों पर भाजपा की जीत को कैसे देखते हैं। इस अप्रत्याशित की जीत की उम्मीद थी?

- प्रदेश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आस्था जताई है। साढ़े चार साल की हमारी सरकार के कामकाज के प्रति लोगों ने भरपूर समर्थन दिया। हमने हरियाणा एक-हरियाणवी एक के सिद्धांत पर चलते हुए जनता के हित में सरकार चलाई। भ्रष्टाचार के तमाम छिद्र बंद किए। मुख्यमंत्री का स्वैच्छिक कोटा बंद कर भ्रष्टाचार की गुंजाइश ही खत्म कर दी। अब कर्मचारियों और लोगों को तबादले-पोस्टिंग के लिए मंत्रियों-विधायकों और मुख्यमंत्री के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होती। सब कुछ पारदर्शी तरीके से आनलाइन होता है। लोग इस बदलाव को समझ रहे हैं। हमें इन्हीं कामों का आशीर्वाद मिला है।

हरियाणा में साढ़े चार साल पहले जब आपने प्रदेश की बागडोर संभाली ही, तब और अब के प्रदेश में क्या अंतर महसूस करते हैं?

- (मुस्कुराते हुए) साढ़े चार साल पहले प्रदेश में कीचड़ ही कीचड़ था...लोगों को हर छोटे-बड़े काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी। अपने काम के लिए चंडीगढ़ आना पड़ता था। हमने व्यवस्था में बदलाव किए। हमने इस कीचड़ में कमल खिलाया है। बिना पर्ची और बिना खर्ची योग्यता व मेरिट के आधार पर नौकरियां दी। हर पढऩे लिखने वाले बच्चों को अब नौकरियों के लिए मंत्रियों के घर पैसे लेकर चक्कर काटने की जरूरत नहीं होती। उनके हाथों में किताबें और कंपीटीशन की तैयारी करते देख अच्छा लगता है। दिल को सुकून मिलता है।

रोहतक, हिसार और सिरसा में जीत से माना जा रहा कि आपने तीनों लाल भजनलाल, देवीलाल और बंसीलाल की राजनीति पर ब्रेक लगा दिया?

- अमूमन किसी भी सरकार के खिलाफ आपने एंटी इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) की बात सुनी होगी, लेकिन हरियाणा में हमें प्रो-इनकंबेंसी (सत्ता के हक में लहर) का लाभ मिला है। विपक्ष के पास जनता के विकास का कोई विजन नहीं था। 2014 के लोकसभा चुनाव में वंशवाद की हार हुई थी। 2019 में जनता ने हमें फिर स्वीकार किया। हरियाणा में हमने वंशवाद के गढ़ को तोड़ा है।

लोकसभा में आपकी पार्टी ने जबरदस्त रिकार्ड बनाए। कई उम्मीदवार तीन से छह लाख मतों के अंतर से जीते। अब विधानसभा की क्या तैयारी है?

- विधानसभा चुनाव से पहले हमारे पास जनता के हित में काम करने के लिए चार माह का वक्त है। हम ऐसी कोई घोषणा नहीं करेंगे, जिसको पूरा नहीं किया जा सके। वही घोषणा होगी, जो अमल में लाई जा सकेगी। अधूरी परियोजनाओं पर काम तेज किया जाएगा। सीएम घोषणाओं को धरातल पर लाने के लिए अधिकारियों, विधायकों और पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया जा चुका है। पूरा रोडमैप तैयार किया जा रहा। विधानसभा चुनाव अपने समय पर यानी अक्टूबर में ही होंगे।

हरियाणा में लोकसभा चुनाव के नतीजे बता रहे कि अब विपक्ष कहीं नहीं है। राजनीति के मैदान में बिना विपक्ष की लड़ाई को कैसे देखते हैं?

- जनता ने भाजपा के राष्ट्रवाद के सिद्धांत व विकास की नीतियों का साथ दिया है। वंशवाद की राजनीति को दरनिकार किया है। जनता समझ चुकी कि उनका हितैषी कौन है। मैं इस हक में हूं कि विपक्ष की भूमिका मजबूत होनी चाहिए। विपक्ष बिखरा हुआ नहीं होना चाहिए। लोकतंत्र में सरकार को सकारात्मक व रचनात्मक सुझाव देना विपक्ष का काम होता है, लेकिन मैंने महसूस किया कि विधानसभा में विपक्ष अक्सर वह मुद्दे उठाता रहा है, जिनका जनता से कोई सरोकार नहीं होता।

हरियाणा में जाट और गैर जाट के बीच की खाई एक बड़ा मुद्दा रहा है। लोकसभा चुनाव के नतीजों पर आपको इसका कोई असर नजर आ रहा?

- न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में एक ही मुद्दा है, राष्ट्रवाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके संवाहक हैं। हरियाणा में तमाम तरह के बैरियर और जातिगत दीवारें तोड़कर तथा विपक्ष के तमाम हथकंडों को नजर अंदाज कर लोगों ने भाजपा को अपना वोट दिया है। हम लोगों के जज्बे की कद्र करते हैं। उनके विश्वास और भरोसे पर पूरा खरा उतरेंगे।

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