पानी के लिए होगा तीसरा विश्व युद्ध : मनोहर लाल
दो विश्व युद्ध हो चुके हैं और अब जब कभी तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो वह पानी के लिए होगा। हमें पानी के महत्व को समझना होगा और हमें पानी के हर बूंद का उपयोग करना होगा। यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को पंचकूला सेक्टर-एक स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में 7500 सूक्ष्म सिचाई प्रदर्शनी योजनाओं के लोकार्पण के बाद किसानों के समक्ष कही।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : 'दो विश्व युद्ध हो चुके हैं और अब जब कभी तीसरा विश्व युद्ध हुआ, तो वह पानी के लिए होगा। हमें पानी के महत्व को समझना होगा और हमें पानी के हर बूंद का उपयोग करना होगा।' यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को पंचकूला सेक्टर-एक स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में 7500 सूक्ष्म सिचाई प्रदर्शनी योजनाओं के लोकार्पण के बाद किसानों के समक्ष कही।
मुख्यमंत्री ने सूक्ष्म सिचाई और नहरी विकास प्राधिकरण की सूक्ष्म सिंचाई की पांच मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही सभी जिलों में जल संरक्षण व जल संवर्द्धन का संदेश देने के लिए दो वाहनों की रवानगी की। मुख्यमंत्री ने मिकाडा के पोर्टल को भी लांच किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल ही जीवन है और हमें भावी पीढ़ी के लिए जल बचाकर रखना होगा। यह आज चुनौती बन गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'वन ड्रोप मोर क्रोप' का आह्वान किया था और हरियाणा ने प्रधानमंत्री के इस विजन को आगे बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने इजराइल का उदहारण देते हुए कहा कि इजाराइल विश्व का इकलौता ऐसा देश है, जहां पानी की बहुत किल्लत है और पूरी खेती टपका सिचाई से की जाती है। हरियाणा सरकार ने भी इजराइल के साथ-साथ जल संरक्षण एवं फल व सब्जी उत्कृष्ट केंद्र के कई समझौते किए हैं। जल संरक्षण में हमें इजराइल देश का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिचाई में टपका, फव्वारा ऐसी व्यवस्था है, जिससे हम अधिक से अधिक पानी को बचा सकते हैं और साथ ही अच्छी पैदावार ले सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगभग 200 जल शोधन संयंत्र संचालित हैं और 50 प्रतिशत से अधिक शोधित पानी का दोबारा प्रयोग सिंचाई व अन्य कार्यो में कर रहे हैं। प्राकृतिक जल स्त्रोतों को भी बचाना होगा, इसके लिए हमें पौधारोपण, बांध इत्यादि बनाने होंगे, लेकिन पानी को हम पैदा नहीं कर सकते हैं।
इस मौके पर सिचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश के 142 ब्लाक में से 85 ब्लाक डार्क जोन में चले गए हैं, जहां पर पानी 100 मीटर से भी नीचे चला गया है। प्रदेश के 35 लाख हेक्टेयर में से 11.12 प्रतिशत में ही सूक्ष्म सिचाई होती है, जिसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक ले जाना होगा। सूक्ष्म सिचाई एवं नहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. सतबीर सिंह कादियान ने बताया कि एक एकड़ धान से ड्रिप सिचाई में स्थानांतरित करके पानी बचाने से पांच व्यक्तियों के परिवार को एक महीने के लिए पीने के पानी की आपूर्ति होती है।
कार्यक्रम के दौरान हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल, सांसद रतनलाल कटारिया, मेयर कुलभूषण गोयल, सूक्ष्म सिचाई एवं नहरी विकास प्राधिकरण की अध्यक्ष केशनी आनंद अरोड़ा, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा, महानिदेशक डा. हरदीप सिंह मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने किया 11 परियोजनाओं का शिलान्यास
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को 11 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने जिले के लिए 5540.23 लाख रुपये की परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। इनमें पंचकूला-मोरनी-नीमवाला सड़कमार्ग का सुदृढ़ीकरण थापली-भुजकोटी वाया भोज धारला, भोज पीपला सड़क मार्ग मोरनी से बड़ीसेर वायां खरटीया, मंडलाय से भावड़ी वायां खरटीया सड़क मार्ग का विस्तारीकरण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिजौर का पोलिक्लीनिक में विस्तार, तांगड़ा, कांगन से तांगड़ा हरिसिंह नहर का सुदृढ़ीकरण, राजकीय माडल सीरियर संस्कृति स्कूल बतौड़ में लड़कों व लड़कियों के लिए शौचालय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पिजौर में 15 नए कमरों के निर्माण के शिलान्यास किया। इसके अलावा नगर निगम पंचकूला के वार्ड नंबर 4 के तहत सेक्टर-8, 9, 10, वार्ड नंबर 5 के तहत सेक्टर-15 की बिटुमिनस सड़कें तथा समनवाला से बिचपड़ी तक के लिक रोड का शिलान्यास शामिल है।