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घर के भेदी ने गोलियों से भून डाले राजबाला और उनके चिराग

राजेश मलकानिया, पंचकूला : गाव खटौली में शनिवार को हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड का

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 08:32 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 08:32 AM (IST)
घर के भेदी ने गोलियों से भून डाले राजबाला और उनके चिराग
घर के भेदी ने गोलियों से भून डाले राजबाला और उनके चिराग

राजेश मलकानिया, पंचकूला : गाव खटौली में शनिवार को हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड का कारण प्रॉपर्टी को माना जा रहा है। स्व. राजेंद्र सिंह चंदेल, जिनकी पत्नी राजबाला की हत्या की गई है, उनके नाम पर गाव खटौली एवं आसपास के गावों में 80 से 90 एकड़ जमीन एवं काफी संपत्ति बताई जा रही है। राजेंद्र सिंह चंदेल रजवाड़े परिवार से थे। इस संपत्ति पर राजबाला के इकलौते बेटे उपिंद्र का हक बनता था, लेकिन उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में लगभग 6-7 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। उपिंद्र की मौत को सुसाइड बताया गया था। दो साल पूर्व उपेंद्र की पत्नी सुधा भी संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई, जिसका आज तक पता नहीं चल पाया कि वह जिंदा है या मर चुकी है। अब राजबाला और उपिंद्र की संपत्ति के वारिस उपेंद्र के बेटे एवं बेटिया ही बताए जा रहे हैं। कोर्ट में चल रहा था केस

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राजबाला का एक बेटा उपिंद्र और चार बेटिया अंजना, लवली, बंटी, मंजू हैं, चारों शादीशुदा हैं। लवली और बंटी एक ही घर में विवाहित हैं। बेटे उपिंद्र की मौत के बाद राजबाला की संपत्ति को लेकर अकसर बेटियों एवं मा के बीच झगड़ा रहता था। जिसके बाद मामला अदालत में पहुंच गया था। बेटिया भी राजबाला की संपत्ति में हक माग रही थीं। जिसके बाद कोर्ट में डिग्री हो गई थी। परंतु अदालत के फैसले के बाद भी अनबन चल रही थी। राजबाला और उपिंद्र के बच्चों के नाम, जो प्रॉपर्टी को लेकर खींचतान चल रही थी। इसको लेकर घर में कई बार झगड़ा भी हो चुका था। चंदेल परिवार से संबंध रखने वाले जिला परिषद पंचकूला के पूर्व चेयरमैन वीरेंद्र भाऊ ने बताया कि मामला जमीन-जायदाद से संबंधित ही लग रहा है। राजबाला और उसके बच्चों का कोर्ट में केस चल रहा था। जिसके बाद डिग्री भी हो चुकी थी। राजबाला के नाम काफी जमीन और आभूषण एवं नगदी थे। दादी के लाडले थे चारों पोते-पोती

राजबाला अपने बेटे की मौत के बाद पोती ऐश्वर्या, दिवाशु व आयुष उर्फ वंश का लालन-पालन कर रही थी। जबकि एक पोती शैली (10) को अपनी बेटी अंजना के पास छोड़ रखा था। तीन माह पहले राजबाला ने अपने पोते दिवाशु को क्रेटा कार लेकर दी थी और एक ड्राइवर भी रखा था। बेटे के बाद पिता की हो गई थी मौत

राजबाला के भाई सुरेशपाल ने बताया कि वह अपनी बहन राजबाला के आग्रह पर पिछले 16-17 साल से गाव खटौली में रह रहा है। उपिंद्र ने 2008 में फासी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और उससे कुछ वर्ष बाद ही राजबाला के पति राजेंद्र सिह की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद राजबाला की बेटी लवली एवं उसका लड़का विजय, जो गाव बिहटा (अंबाला) के रहने वाले हैं, ज्यादातर गाव खटौली में ही रहते थे। दोपहर बाद चली गई थी बेटी

सुरेश के बयानों के मुताबिक लवली एवं उसका लड़का विजय 16 नवंबर को भी राजबाला के घर पर आए हुए थे और शाम तक घर पर ही थे। सुबह चाय देने उठ जाती थीं राजबाला

राजबाला हर रोज की तरह शुक्रवार शाम को समय करीब साढ़े सात बजे मुझे बैठक में खाना देने आ गई थी। सुरेश खाना खाकर बैठक में ही सो गया था और राजबाला अपने पोते विशाल उर्फ दिवाशु, आयुष उर्फ एवं पोती ऐश्वर्या उर्फ गिनी के साथ घर पर थी। सुरेश ने बताया कि राजबाला उसे हर रोज सुबह 5 बजे चाय देने आती थी, लेकिन आज वह हर रोज की तरह चाय देने नहीं आई, तो सुरेश ने 6 बजे के करीब राजबाला के घर पर आया और मैन गेट खटखटाकर देखा, तो काफी देर तक जब कोई बाहर नहीं आया तो वह खेत में चला गया। बिस्तर पर खून से लथपथ थे पडे़ थे शव

सुरेश को खेत में मोना सरदार ने जाकर बताया कि राजबाला के घर के स्टोर का गली की तरफ का दरवाजा खुला हुआ है। जिस पर सुरेश मोना सरदार के साथ घर पर आया और दोनों ने घर के अंदर आकर देखा कि एक कमरे मे राजबाला एवं उसका पोता विशाल उर्फ दिवांशु चारपाई पर मृत अवस्था में पड़े थे। फर्श पर था खून ही खून

राजबाला व विशाल को गोलिया मारी हुई थी और काफी मात्रा में खून जमीन पर पड़ा था। फिर दोनों ने दूसरे कमरा में जाकर देखा तो ऐश्वर्या उर्फ गिन्नी दरवाजे के पास नीचे पड़ी है, जिसके मुंह पर गोली लगी थी और काफी मात्रा में फर्श पर खून पड़ा हुआ है और आयुष बिस्तर के ऊपर मृत अवस्था में पड़ा था। पुलिस का तर्क : जाच जारी है

पुलिस पुलिस कमिश्नर चारू बाली, डीसीपी पंचकूला अभिषेक जोरवाल, चंडीमंदिर थाना प्रभारी नवीन कुमार, सेक्टर-5 थाना प्रभारी अरविंद कंबोज, सीआइए पंचकूला इंस्पेक्टर अमन कुमार सहित तमाम पुलिसकर्मी वारदात स्थल का दौरा करने पहुंचे और मामले की बारीकी से जाच शुरू कर दी है। दिवांशु : उम्र 16, स्कॉलर व स्टूडेंट, कक्षा दसवीं, गांव मौली

वंश : उम्र 12 वर्ष, कक्षा छठी, केवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रायपुररानी

ऐश्वर्या : 18 साल, रायपुररानी ग‌र्ल्स कॉलेज

दादी : राजबाला, उम्र 75 साल


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