COVID-19 के खिलाफ जंग में PM मोदी की राह चली टीम मनोहर, 51 करोड़ देंगे
हरियाणा में भी सीएम डिप्टी सीएम राज्यपाल स्पीकर डिप्टी स्पीकर सहित सभी कैबिनेट व राज्य मंत्री अपने स्वैच्छिक कोटे से 51 करोड़ रुपये कंसोलिडेटेड फंड में जमा कराएंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। Coronavirus COVID-19 महामारी से छिड़ी जंग में आर्थिक मदद के लिए टीम नमो (नरेंद्र मोदी) की तर्ज पर टीम मनो (मनोहर लाल) भी उतरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर जहां देश के शीर्ष संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के साथ ही 790 सांसदों व राज्यसभा सदस्यों ने एक साल तक अपना एक तिहाई वेतन राहत कोष में दिया है, वहीं हरियाणा में भी सीएम, डिप्टी सीएम, राज्यपाल, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर सहित सभी कैबिनेट व राज्य मंत्री अपने स्वैच्छिक कोटे से 51 करोड़ रुपये कंसोलिडेटेड फंड में जमा कराएंगे।
हरियाणा के सभी 90 विधायक पहले ही अपने एक महीने का वेतन Corona Relief Fund में जमा करा चुके हैं। साथ ही अगले महीने का वेतन भी राहत कोष में जमा कराने के लिए विधायकों को चिट्ठी लिखी गई है। प्रदेश में मंत्रियों को सात करोड़ रुपये स्वैच्छिक अनुदान कोटे में मिलते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर राज्यपाल के साथ ही संवैधानिक पदों पर बैठे सभी लोगों और डिप्टी सीएम व मंत्रियों ने दो से तीन करोड़ रुपये कंसोलिडेटेड फंड में देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कुल 51 करोड़ रुपये स्वैच्छिक अनुदान कोटे से Corona Relief Fund में जमा कराएंगे। इसके अलावा एक महीने की सैलरी दे चुके सभी विधायकों से फिर से पूछा जाएगा। अगर वे कहेंगे तो उनके वेतन से और भी कटौती होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार देर सायं ही अपनी कैबिनेट के मंत्रियों से इस बाबत चर्चा कर ली थी। सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को यह तक कह दिया था कि देशहित में यदि उनका पूरा कोष भी इस्तेमाल किया जाए तो यह उनका सौभाग्य होगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस बाबत राज्यपाल को भी सूचित कर दिया था। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी भी इसके हक में हैं। मंगलवार सायं लाल ने इस बाबत पहल करते हुए घोषणा की कि राज्यपाल सहित स्वयं उनके और मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों के स्वैच्छिक कोष से 51 करोड़ रुपये की राशि राहत कोष में दी जाएगी। राज्य में कैबिनेट मंत्रियों के कोष से 3 और राज्य मंत्रियों के कोष से 2 करोड़ रुपये की राशि ली जाएगी। बाकी राशि राज्यपाल व मुख्यमंत्री के कोष से दी जाएगी।
Corona Relief Fund में बढ़ रही सहयोग राशि
हरियाणा के विधायक, पूर्व विधायक और मंत्रियों के साथ पूर्व मंत्री भी Corona Relief Fund में दान देने को आगे आए हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने Corona Relief Fund में अपनी एक माह की पेंशन देने की घोषणा की है। उनकी पार्टी के बाकी पूर्व विधायकों ने भी अपनी एक-एक माह की पेंशन देने की घोषणा की है, जिसकी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को भेज दी गई है।
हरियाणा के समालखा से कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छौकर ने अच्छी पहल करते हुए अपने निजी कोष से मुख्यमंत्री Corona Relief Fund में 21 लाख रुपये की राशि प्रदान की है। धर्म सिंह छौकर एक माह का वेतन पहले ही देने की घोषणा कर चुके हैं। छौकर ऐसे पहले विधायक हैं, जिन्होंने अपने निजी कोष से इतनी बड़ी राशि Corona Relief Fund में दी है।
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने अपने स्वैच्छिक कोटे ने तीन करोड़ और उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने दो करोड़ रुपये की राशि प्रदान की है। स्पीकर ने पूर्व विधायकों को पत्र लिखकर एक माह की पेंशन देने का ऐलान किया था। स्पीकर ने बताया कि सभी 90 विधायक अपने एक माह का वेतन पहले ही चुके हैं, जिन्हें रिलीफ फंड में जमा करा दिया गया है।
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने आगामी एक वर्ष तक तीस प्रतिशत कम वेतन लेने की बात कही है। यह अंशदान प्रधानमंत्री केयर फंड में जमा करवाया जाएगा। उन्होंने अपने ऐच्छिक कोष से 11 लाख रूपये की राशि हरियाणा Corona Relief Fund में देने की स्वीकृति दी है। ‘हरियाणा Corona Relief Fund’ में हरियाणा राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड (हारट्रोन) ने 30 लाख रुपये की राशि का योगदान किया। प्रधान सचिव एवं हारट्रोन के चेयरमैन अंकुर गुप्ता ने यह जानकारी दी।
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