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शिक्षा पर सवाल, कॉलेजों में गड़बड़ाया सब्जेक्ट कांबिनेशन

हरियाणा कॉलेजों में विषयों का संयोजन (सब्‍जेक्‍ट कांबिनेशन) गड़बउ़ा गया है। इससे विद्यार्थियों के लिए मुश्‍किल पैदा हो गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 10 Jun 2018 02:07 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jun 2018 02:33 PM (IST)
शिक्षा पर सवाल, कॉलेजों में गड़बड़ाया सब्जेक्ट कांबिनेशन
शिक्षा पर सवाल, कॉलेजों में गड़बड़ाया सब्जेक्ट कांबिनेशन

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के 59 सरकारी कॉलेजों में विभिन्न विषयों की पढ़ाई बंद करने के बाद केवल संस्कृत में छात्र संख्या में छूट देने का फैसला रास नहीं आ रहा है। उच्चतर शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक जहां संस्कृत में दस छात्र होने पर भी कक्षाएं जारी रहेंगी, वहीं अन्य सभी विषयों के लिए 20 छात्र होने जरूरी हैं। इस फैसले से कॉलेजों में विषयों के ग्रुप का सिस्टम बिगड़ गया है।

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59 कॉलेजों में 39 विषयों की पढ़ाई बंद होने से छात्र पसंदीदा विषय में नहीं ले पा रहे दाखिला

उच्चतर शिक्षा विभाग की दलील है कि संस्कृत को छोड़कर दूसरे विषयों के लिए 20 विद्यार्थी होने ही चाहिए, तभी उस कॉलेज में वह विषय रखा जाएगा। इसका विरोध कर रही हरियाणा कॉलेज शिक्षक एसोसिएशन का तर्क है कि जब संस्कृत में दस छात्रों पर पढ़ाई जारी रह सकती है तो दूसरे विषयों की क्यों नहीं।

शिक्षा विभाग ने विभिन्न कॉलेजों में छात्र संख्या कम होने के कारण बीएससी आइटी, गणित, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र,  फिजिकल एजुकेशन, फिजिक्स, केमिस्ट्री, होम साइंस, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, म्यूजिकल वोकल, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट, जूलोजी, बोटनी, बीसीए, बीबीए, एंथ्रोपॉलोजी, बायोटेक, बीएमसी, पंजाबी, बीएससी कंप्यूटर साइंस की कक्षाएं बंद कर दी हैं।

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इसी तरह पीजीडी जेएमसी, एमएससी कंप्यूटर साइंस, हिस्ट्री, बीटीएम, कंप्यूटर साइंस, साइकोलॉजी ऑनर्स, हिस्ट्री ऑनर, बीकॉम, एमकॉम, बीएससी नॉन मेडिकल, एमए इंगलिश, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, उर्दू, एमए म्यूजिक वोकल, एमए हिस्ट्री सहित 39 विषयों को प्रदेश के 59 कॉलेजों में बंद कर दिया है।

हरियाणा कॉलेज शिक्षक एसोसिएशन के प्रधान प्रो. नरेंद्र सिवाच ने बताया कि कॉलेजों में विषयों के छह ग्रुप  बनाए गए हैं। इनमें से छात्रों को हर ग्रुप में से एक विषय लेना अनिवार्य होता है। कॉलेजों में अलग-अलग विषय की कक्षाएं बंद करने से पूरा ढांचा गड़बड़ा गया है। शिक्षा मंत्री संस्कृत की तरह दूसरे विषयों में भी छात्र संख्या कम होने के बावजूद कक्षाएं जारी रखने की व्यवस्था कराएं।

विषय वार ग्रुप, जिनमें संयोजन गड़बड़ा गया है-

1. पहला ग्रुप : डिफेंस स्टडी, हिंदी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी, कंप्यूटर साइंस, कंप्यूटर एप्लिेकशन और मनोविज्ञान। 2. दूसरा ग्रुप : गणित, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, समाज शास्त्र, सोशल वर्क, म्यूजिक वोकल, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंटल, म्यूजिक तबला, फिजिकल एजुकेशन।

3. तीसरा ग्रुप : राजनीति विज्ञान, सांख्यिकी, फाइन आर्ट, ह्यूमन राइट।

4. चौथा ग्रुप : जियोग्राफी, होम साइंस, फिलोस्फी, मार्केटिंग।

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5. पांचवा ग्रुप : हिस्ट्री, एआइएच कल्चर एंड आर्कियोलॉजी, इकोनोमिक्स।

6. छठा ग्रुप : आफिस मैनेजमेंट, कॉमर्शियल आर्ट, डिजाइनिंग व पेंटिंग, फ्रूट प्रिजर्वेशन, अप्लाइड न्यूट्रेशन, बेकरी, टेलरिंग एंड होजरी, रूरल इंडस्ट्रीलाइजेशन, मार्केटिंग, फंक्शनल हिंदी, टूरिज्म एडं ट्रेवल मैनजमेंट, फंक्शनल इंग्लिश, अर्ली चाइल्डहुड केयरिंग एंड एजुकेशन, मास कम्युनिकेशन एंड विडियो प्रोडक्शन, फैशन डिजाइनिंग और एग्रो सर्विस।

ग्रुप-दो, तीन और चार के ज्यादातर विषय बंद कर दिए गए हैं जिससे छात्र असमंजस में हैं।

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