हरियाणा में कम विद्यार्थी वाले सरकारी स्कूल होंगे मर्ज
हरियाणा में निदेशक मौलिक शिक्षा अधिकारी ने प्रदेश के सभी जिलों से रिपोर्ट विद्यार्थियों की संख्या संबंधी रिपोर्ट तलब की है।
सिरसा [महेंद्र सिंह मेहरा]। 20 से कम विद्यार्थी वाले स्कूलों को निदेशालय ने दूसरे स्कूलों में मर्ज करने का फैसला ले लिया है। नामांकन अभियान में एड़ी चोटी का जोर लगाने के बाद भी यदि विद्यार्थी कम रहे तो ऐसे स्कूलों की रिपोर्ट अब मुख्यालय को जाएगी। निदेशक मौलिक शिक्षा ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से कम संख्या वाले स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है।
प्राथमिक व मिडिल स्कूलों किया जाएगा मर्ज
कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक व मिडिल स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। इसमें एक परिसर में चल रहे अलग-अलग स्कूलों और एक किमी के दायरे में आने वाले स्कूलों को शामिल किया जाना है।
बैठक में भी हुई चर्चा
शिक्षा विभाग के निदेशक के साथ प्राथमिक अध्यापक संघ के प्रतिनिधिमंडल की पिछले दिनों बैठक हुई। इस विषय पर चर्चा हुई और दाखिलों के बाद ही छात्रों की संख्या के अनुसार स्कूलों को मर्ज करने की सूची बनाने को कहा गया है। इसी के अनुसार 2018-19 के सेशन के लिए भी कम आवेदन आते हैं तो इन स्कूलों को मर्ज कर दिया जाएगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने प्रदेश के करीब एक हजार प्राथमिक व मिडिल स्कूलों को मर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का ब्योरा मांगा है।
कम संख्या वाले स्कूलों की रिपोर्ट तलब
जिला शिक्षा अधिकारी डा. यज्ञदत वर्मा का कहना है कि विभाग ने कम संख्या वाले स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है। स्कूलों में एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। जिन स्कूलों में कम छात्रों की संख्या रहेगी। उन्हें विभाग द्वारा मर्ज किया जाएगा।
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