Move to Jagran APP

ऐसा भी स्कूल... छात्र संख्या जीरो टीचर 5, हरियाणा में कम छात्रों वाले कई स्कूल, मौलिक शिक्षा निदेशक ने मांगी रिपोर्ट

हरियाणा के दो स्कूल ऐसे हैं जहां छात्रों की संख्या शून्य है लेकिन एक जगह पांच तो एक जगह चार टीचर तैनात हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 05:43 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 05:43 PM (IST)
ऐसा भी स्कूल... छात्र संख्या जीरो टीचर 5, हरियाणा में कम छात्रों वाले कई स्कूल, मौलिक शिक्षा निदेशक ने मांगी रिपोर्ट
ऐसा भी स्कूल... छात्र संख्या जीरो टीचर 5, हरियाणा में कम छात्रों वाले कई स्कूल, मौलिक शिक्षा निदेशक ने मांगी रिपोर्ट

चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। फतेहाबाद में बस्ती भीमान स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल। पाठशाला में छात्रा एक भी नहीं, लेकिन पढ़ाने के लिए पांच शिक्षक ड्यूटी दे रहे हैं। फतेहाबाद के ही गांव बडोपल में स्थित पाठशाला में भी विद्यार्थी कोई नहीं है, लेकिन चार शिक्षक यहां भी लगाए गए हैं। हरियाणा में ऐसे स्कूलों की फेहरिस्त लंबी है जहां विद्यार्थी एक भी नहीं है, लेकिन शिक्षक पांच-पांच लगाए गए हैं। इसी तरह कहीं पर दो बच्चों के लिए चार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। स्टाफ की नियुक्ति में अनियमितताओं का मामला पकड़ में आने के बाद मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) से जवाब तलब किया है।

loksabha election banner

हरियाणा में करीब एक हजार स्कूल ऐसे हैं जिनमें छात्र संख्या 25 से कम है। इसके बावजूद यहां दो से पांच शिक्षक तक तैनात किए गए हैं। मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी डीईओ से लिखित में उन स्कूलों की सूची मांगी है जहां 25 से कम विद्यार्थी हैं। स्कूल के नाम-पते के साथ ही यह भी बताना होगा कि कितने जूनियर बेसिक ट्रेंड (जेबीटी), ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) और भाषा अध्यापक (सीएंडवी) इन स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। यह भी कारण बताना होगा कि इन अध्यापकों को ऐसे स्कूलों में क्यों लगाया गया है, जहां इनकी जरूरत नहीं।

बता दें, मौजूदा सत्र की शुरुआत से पहले ही 1026 स्कूलों को आसपास के दूसरे स्कूलों में समायोजित करने की योजना थी, लेकिन शिक्षक संगठनों ने गुहार लगाई थी कि इन स्कूलों को जारी रखा जाए। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने की दलील पर प्रदेश सरकार ने इन स्कूलों को जारी रखने का फैसला किया, लेकिन ज्यादातर स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या निर्धारित मानकों तक नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में शिक्षा विभाग फिर इन स्कूलों को आसपास के दूसरे स्कूलों में मर्ज करने पर विचार कर रहा है। स्कूल बंद होने की स्थिति में विद्यार्थियों को करीबी स्कूलों में समायोजित किया जाएगा। यहां कार्यरत शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में तैनात किया जा सकेगा।

नौवीं से बारहवीं तक के छात्र 30 सितंबर तक ले सकेंगे दाखिला

कोरोना के चलते स्कूल खुल नहीं पा रहे। ऐसे में शिक्षा विभाग ने नौवीं से बारहवीं तक के उन विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है जो अभी तक दाखिला नहीं ले पाए हैं। यह छात्र 30 सितंबर तक दाखिला ले सकेंगे। इसके अलावा दसवीं में पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी अपना ऐच्छिक विषय बदलने के लिए 30 सितंबर तक की छूट दी गई है। इच्छुक छात्रों को एमआइएस पोर्टल पर अपना सब्जेक्ट बदलवाना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.