छह बार के विधायक संपत सिंह और चार नेता कांग्रेस में शामिल, आदमपुर उपचुनाव होगा रोचक
Haryana Congress हरियाणा कांग्रेस को सोमवार को पांच नेताओं ने दामन थामा। छह बार के विधायक संपत सिंह सहित पांच नेता चंडीगढ़ में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में पार्टी में शामिल हुए। संपत सिंह के आदमपुर सीट का उपचुनाव लड़ने की संभावना है। इससे यह उपचुनाव रोचक होगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Congress: हरियाणा में कांग्रेस का कुनबा बढ़ गया है। अलग-अलग पार्टियों के नेता कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को छह बार के विधायक व पूर्व मंत्री संपत सिंह सहित पांच नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा। संपत सिंह के आदमपुर सीट के उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को होने की संभावना है। ऐसे में आदमपुर उपचुनाव रोचक हो सकता है।
भूपेंद्र हुड्डा व दीपेंद्र हुड्डा ने कराया कांग्रेस में शामिल, आदमपुर से चुनाव लड़ना संभव
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा व हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में पांचों नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं में पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत सिंह, पूर्व विधायक प्रो. रामभगत शर्मा, पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा, हिम्मत सिंह और ललित अरोड़ा हैं।
पूर्व विधायक प्रो. रामभगत शर्मा और पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा भी हुए कांग्रेस में शामिल
32 साल तक देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला और 10 साल तक पूर्व में कांग्रेस के साथ काम कर चुके भाजपा नेता प्रोफेसर संपत सिंह ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद विधिवत रूप से कांग्रेस ज्वाइन की। प्रोफेसर संपत सिंह छह बार विधायक रह चुके हैं। पूर्व में वित्त मंत्री, पूर्व बिजली मंत्री और नेता प्रतिपक्ष जैसे अहम पदों पर आसीन रह चुके संपत सिंह को पार्टी आदमपुर में अपना उम्मीदवार बना सकती है।
भूपेंद्र हुड्डा बोले, हरियाणा में 2024 में कांग्रेस की सरकार बनना तय हुआ
इस मौके पर संपत सिंह ने कहा कि वह कभी भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस से दूर नहीं हुए थे। लेकिन कांग्रेस के भीतर रहकर कुछ स्वार्थी नेता पार्टी को लगातार कमजोर करने में लगे थे। ऐसे नेताओं की वजह से ही लगातार दो बार कांग्रेस को सत्ता से बाहर रहना पड़ा और उनकी वजह से उन्हें भी कांग्रेस छोड़ने का फैसला करना पड़ा था। लेकिन अब पार्टी के साथ भितरघात करने वालों का सच सार्वजनिक हो चुका है और वह कांग्रेस से बाहर जा चुके हैं। इसलिए उन्होंने फिर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस ज्वाइन करने का फैसला लिया है।
नारनौंद के पूर्व विधायक रामभगत शर्मा और नारनौल से पूर्व विधायक रहे राधेश्याम शर्मा ने भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा। हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट छोड़कर हिम्मत सिंह ने घर वापसी करते हुए कांग्रेस के लिए संघर्ष का ऐलान किया। इनके अलावा बैंक एसोसिएशन के बड़े नेता रहे ललित अरोड़ा ने कांग्रेस ज्वाइन कर अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया।
इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह सभी नेता अपने-अपने इलाकों की मजबूत आवाज हैं। कद्दावर नेताओं द्वारा पार्टी ज्वाइन करने से प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। लगातार पार्टी की बढ़ती ताकत से स्पष्ट हो चुका है कि प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी।
चौधरी उदयभान ने कांग्रेस का पटका पहनाकर सभी नेताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज एकबार फिर परिवार के पुराने सदस्य इकट्ठा हो गए हैं। भविष्य में सभी मिलकर भाजपा की जनविरोधी और सांप्रदायिक नफरत वाली नीतियों को हराने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि इनके आने से अग्निपथ योजना, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ जारी लड़ाई को मजबूती मिलेगी। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस बीजेपी-जेजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी। उदयभान ने दावा किया कि हिसार और आदमपुर से दर्जन भर पूर्व सरपंचों ने भी कांग्रेस ज्वाइन की।