शहीद कैप्टन रोहित कौशल को नमन... विस अध्यक्ष बोले- अविस्मरणीय है शहीदों की शहादत
शहीद कैप्टन रोहित कौशल के 25वें बलिदान दिवस के मौके पर उनको हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। वहीं गांव जलौली में शहीद के बलिदान दिवस स्मृति में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
पंचकूला, जेएनएन। मातृभूमि पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के बलिदान को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता है। यह बात हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कही। विस अध्यक्ष ने बुधवार को शहीद कैप्टन रोहित कौशल के स्मारक उनके 25वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं, गांव जलौली में शहीद कैप्टन रोहित कौशल के बलिदान दिवस स्मृति में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर शहीद के स्मारक पर पंचकूला उपायुक्त मुकेश आहूजा, नगर निगम के कमीश्नर आरके सिंह, निगम के संयुक्त आयुक्त संयम गर्ग, रेडक्राॅस की सेक्रेटरी सविता अग्रवाल, कैप्टन शहीद रोहित कौशल के पिता एसएस कौशल, माता वीना कौशल, बहन अर्पणा कौशल, पश्चिमी कमांड के कर्नल तेजवीर सिंह और सैनिक बोर्ड के सचिव नरेश कुमार व अन्य राजनीतिक व गणमान्य व्यक्तियों ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शहीद कैप्टन रोहित को मरणोपरांत मिला था सेना मेडल
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शहीद रोहित कौशल ने जम्मू कश्मीर में उग्रवादियों से लड़ते हुए जवानी में अपने प्राणों की आहुति दी। आज शहीद रोहित कौशल भले ही हमारे बीच में नहीं है, उनकी शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा। कैप्टन रोहित कौशल नवंबर 1995 को जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे। वे कंपनी कंमाडर थे, जिन्होंने बड़ी वीरता एवं निडरता से उग्रवादियों का सामना किया और सीने में गोलियां लगने के बाद भी दो उग्रवादियों को ढेर कर दिया था। भारत सरकार ने उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत शौर्य सम्मान (सेना मेडल) से सम्मानित किया।
मातृभूमि के लिए हमेशा रहें तैयार
उपायुक्त ने शहीद कौशल के शहीदी दिवस पर कहा कि इससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है कि हमें अपनी मातृभूमि के लिए हमेशा सबकुछ न्यौछावर करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए नगर निगम, रेडक्राॅस व श्री शिव कावड महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।