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रोडवेज की हड़ताल से भटक रही जनता, सरकार की कार्रवाई का असर नहीं

हरियाणा राेडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण राज्‍य में परिवहन सेवा का बुरा हाल है। बसें आज भी नहीं चल रही हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 18 Oct 2018 10:40 AM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 10:40 AM (IST)
रोडवेज की हड़ताल से भटक रही जनता, सरकार की कार्रवाई का असर नहीं
रोडवेज की हड़ताल से भटक रही जनता, सरकार की कार्रवाई का असर नहीं

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा राेडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के कारण राज्‍य में परिवहन सेवा का बुरा हाल है। बसें नहीं चलने से लोग भटकने को मजबूर हैं। तीन दिनों से जारी रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से लोग परेशान हो गए हैं। सबसे अधिक दिक्‍कत कामकाजी लोगों और विद्यार्थियों को हो रही है। हरियाणा सरकार द्वारा सख्‍ती किए जाने और प्राेबेशन वाले चालकाें और कंडक्‍टरों की सेवाएं समाप्‍त करने जैसे कदम उठाने का भी हड़ताली कर्मचारियों पर असर नहीं हुआ है। आज भी बसें नहीं चल रही हैं। कुछ जगहों पर बिना कंडक्‍टर के कुछ बसें चलाई गईं। सिरसा में पुलिसकर्मी भी बस चलाते देखे गए।

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आनन-फानन में अनुबंध पर 930 परिचालक और 500 चालक रखने की प्रक्रिया शुरू

कर्मचारी किलोमीटर स्कीम के तहत 720 निजी बसों को कांट्रेक्‍ट पर चलाने का विरोध कर रहे हैं। सरकार और कर्मचारियों का टकराव उस समय और बढ़ गया जब सरकार ने प्रोबेशन व कांट्रेक्ट पर लगे करीब 172 चालक-परिचालकों को नौकरी से निकाल दिया। इस पर बिफरी रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने दो दिन की हड़ताल को और दो दिन बढ़ा दिया। हड़ताल से पिछले दो दिनों में सरकार को करीब दस करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

हिसार, पानीपत, रोहतक, सिरसा, कैथल सहित पूरे राज्‍य में रोडवेज बसें बृहस्‍पतिवार को भी नहीं चल रही हैं। रोहतक में कई बसों को सुबह गिना कंडक्‍टर के ही निकाला गया। इसी तरह सिरसा में भी बिना कंडक्‍टर के कुछ बसों को चलाने की काेश्‍ािश की गई। यहां पुलिसकर्मियों से भी बसें चलवाने की कोशिश की गई। कई जगहों पर परमिट वाली निजी बस भी नहीं चल रही हैं। इससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई है। बताया जाता है कि अाज विभिन्‍न डिपो में हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी।

सिरसा में रोडवेज की बस चलाता पुलिसकर्मी।

हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को जहां परिवहन विभाग की ओर से 1507 बसें चलने के दावे किए जा रहे थे, बुधवार को यह आंकड़ा 782 पर सिमट गया। बृहस्‍पतिवार को यह आंकड़ा और घटने का अनुमान है। दूसरी ओर, परिवहन व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए परिवहन निदेशालय ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अनुबंध पर 930 परिचालक और 500 चालक रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तब तक प्रशिक्षु चालकों के अलावा दमकल विभाग व लोक निर्माण विभाग सहित दूसरे महकमों के चालकों की मदद से रोडवेज बसों को चलाया जाएगा। सक्षम पोर्टल पर पंजीकृत हेवी लाइसेंस वाले युवाओं की चालक के रूप में सेवाएं ली जाएंगी।

कई रूटों पर परिचालक नहीं होने के चलते फिलहाल लोगों को मुफ्त में ही गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। विभिन्न मार्गों पर फ्लैट किराया निर्धारित कर पुलिस कर्मियों को टिकट काटने में लगाया गया है।

हड़ताल के पहले दिन से ही बगैर आधिकारिक सूचना दिए छुट्टी पर चल रहे पलवल के रोडवेज महाप्रबंधक लाजपत राय को परिवहन सचिव धनपत सिंह ने निलंबित करने का आदेश दिया है।

रोहतक में बसों का इंतजार करते लोग।

रेवाड़ी में ड्यूटी इंचार्ज कर्ण सिंह, बहादुरगढ़ में वक्र्स मैनेजर श्रीभगवान दहिया को ड्यूटी में लापरवाही और हड़ताली कर्मचारियों को उकसाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। हिसार और जींद के महाप्रबंधकों से नाममात्र बसें चलने की वजह पूछते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

मुख्यमंत्री ने ली ग्राउंड रिपोर्ट, हड़तालियों पर रियायत नहीं बरतने की हिदायत

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हड़ताल से उपजे हालात की ग्राउंड रिपोर्ट लेते हुए सख्त तेवर दिखाए। उन्होंने परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार, प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह को हड़ताली कर्मचारियों और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। इसके तुरंत बाद अफसरों के निलंबन की प्रक्रिया शुरू हो गई।

हड़ताल में शामिल प्रोबेशन पर लगे एक सौ कर्मचारियों और आउटसोर्सिंग पार्ट-2 के तहत लगे 72 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, सभी जिलों में रोडवेज महाप्रबंधकों ने आनन-फानन में हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस में केस दर्ज कराए। पानीपत में सौ, यमुनानगर में तीन और हिसार में एक कर्मचारी नेता को गिरफ्तार किया गया है।

बेमियादी हड़ताल की चेतावनी

सरकार की सख्ती से भड़की हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी ने आपात बैठक में हड़ताल को 18 व 19 अक्टूबर को जारी रखने की घोषणा कर दी। साथ ही वार्ता से हल नहीं निकालने पर बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी। कमेटी के पदाधिकारियों हरिनारायण शर्मा, दलबीर किरमारा, शरबत पूनिया, रमेश सैणी, नसीब जाखड़ व बलवान सिंह दोदवा ने कहा कि किलोमीटर स्कीम के तहत बसें चलाने का फैसला वापस नहीं लेने तक आंदोलन जारी रहेगा।


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