साइकिल सवार और पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षित होंगी पंचकूला की सड़कें
जल्द ही शहर में दोपहिया वाहन साइकिल सवार और पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षित सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
राजेश मलकानियां, पंचकूला
जल्द ही शहर में दोपहिया वाहन, साइकिल सवार और पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षित सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा। नगर निगम पंचकूला ने शहर में नॉन मोटराइज्ड ट्रैफिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए सभी तैयारियां कर ली है। जल्द ही वर्क अलॉट कर दिया जाएगा। प्रोजेक्ट का काम लगभग 5.85 करोड़ रुपये की लागत से पूरा होगा। नॉन मोटराइज्ड ट्रैफिक कॉरिडोर का काम तीन माह में पूरा कराने का लक्ष्य
नॉन मोटराइज्ड ट्रैफिक कॉरिडोर शहर के अंदर 21 किलोमीटर एरिया में बनेगा। तीन माह में यह काम पूरा करने का टारगेट तय किया गया है। नॉन मोटराइज्ड ट्रैफिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट में पंचकूला की सड़कों का करीब 21 किलोमीटर एरिया कवर किया जाएगा। इन रोड्स पर दो-दो मीटर का साइकिल ट्रैक बनेगा। पैदल चलने वालों के लिए दो मीटर का फुटपाथ छोड़ा जाएगा। प्लान के तहत साइकिल ट्रैक कंक्रीट से तैयार किया जाएगा। साइकिल ट्रैक और फुटपाथ के बीच लगभग एक से डेढ़ मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट डेवलप की जाएगी। राउंड अबाउट्स के नजदीक ट्रैफिक फ्लो को सेफ बनाने के लिए इनके साथ लगती रोड्स में ऐसे कर्व दिए जाएंगे कि दो विभिन्न साइड में जाने वाला ट्रैफिक एक-दूसरे को डिस्टर्ब किए बिना आराम से निकल सके। छोटूराम दीनबंधु यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की ओर से कराया गया सर्वे
कॉरिडोर बनाने से पहले छोटूराम दीनबंधु यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मुरथल सोनीपत से सर्वे कराया गया है। इस यूनिवर्सिटी ने ही कॉरिडोर का डिजाइन तैयार किया है। पंचकूला के लिए नॉन मोटराइज्ड ट्रैफिक कॉरिडोर का डिजाइन तैयार किया गया है। कॉरिडोर में बसें चलाने की भी योजना
बेल कॉरिडोर में रोड्स के जियोमेट्रिकल डिजाइन में बदलाव किया जा है। इस कॉरिडोर में पड़ने वाले सभी राउंड अबाउट्स का डिजाइन चेंज किया जा चुका है। अब चौक के साथ लगती रोड्स के जियोमेट्रिकल डिजाइन में भी बदलाव होगा। पैदल चलने वालों के लिए बढि़या फुटपाथ होंगे तो साइकिल व रिक्शा के चलने के लिए अलग ट्रैक होगा। टू व्हीलर, फोर व्हीलर व स्पीड से चलने वाले अन्य वाहनों के लिए अलग सड़क होगी। निगम की इस कॉरिडोर में अपनी बसें चलाने की भी योजना है। कॉरिडोर तैयार होने के बाद निगम बसे खरीदने के प्रोजेक्ट पर काम करेगा। हाउसिग बोर्ड लाइट प्वाइंट से शुरू होगा कॉरिडोर का निर्माण
निगम बेल कॉरिडोर को चंडीगढ़ के गेड़ी रूट की तरह पॉपुलर करने के लिए यहां मैराथन, साइक्लोथन सहित कई अन्य एक्टिविटी के आयोजन की भी प्लानिग है। नगर निगम प्रशासक राजेश जोगपाल ने बताया कि इसका डिजाइन बैल से मिलता जुलता है। इस कॉरिडोर की सड़कों के दोनों तरफ रोड बर्म का कलर कोड एक जैसा होगा। इससे ऊपर से ड्रोन, हेलीकॉप्टर से पंचकूला देखने पर यह कॉरिडोर साफ नजर आएगा। यह बैल कॉरिडोर हाउसिग बोर्ड लाइट प्वाइंट से शुरू होकर सेक्टर 7, 8, 18, 17 (शहीद संदीप सागर चौक) राउंड अबाउट्स से सेक्टर 8-9-17-16 (अग्रवाल चौक), सेक्टर 9-10-16-15 (वाल्मीकि चौक), सेक्टर 10-11-15-14 (शहीद भगत सिंह चौक), सेक्टर 11-12-12ए-14 राउंड अबाउट्स से सेक्टर 5-10-11-4 (बस स्टैंड चौंक), सेक्टर 1-2-5-6 (शहीद संदीप सांखला चौंक), सेक्टर 5-6-7-8 (गीता चौंक), सेक्टर 7-8-17-18 (शहीद संदीप सागर चौक) के राउंड अबाउट्स से जाकर मिलता है, जोकि ऊपर से देखने में घंटी की तरह दिखता है।