Haryana Assembly Session: गैरजाट विधायकों ने उठाया जाट आंदोलनकारियों की रिहाई का मुद्दा
Haryana Assembly Budget Session 2020 में गैर जाट विधायकों ने आरक्षण आंदाेलन के दौरान गिरफ्तार किए गए जाटों की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया।
चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। Haryana Assembly Budget Session 2020 में गैर जाट विधायकों ने जाट आंदोलनकारियों की रिहाई का मुद्दा उठाया। हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन को हुए चार साल बीत गए, लेकिन इसकी गूंज अब भी विधानसभा में सुनाई दे रही है। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा का मुद्दा विधानसभा में उठाया गया। कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स और गीता भुक्कल ने इस मुद्दे पर सरकार की घेराबंदी करते हुए जेलों में बंद निर्दोष युवाओं की रिहाई के लिए प्रयास करने की मांग की।
हरियाणा विधानसभा में गूंजा जाट आरक्षण आंदोलन का मामला
जेलों में बंद और कोर्ट में मुकदमे झेल रहे युवाओं के खिलाफ दर्ज पुलिस केस वापस लेने की मांग भी सदन में बार-बार उठी। हालांकि सरकार की ओर से इसका कोई जवाब नहीं दिया गया। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार का पक्ष रख सकते हैैं। इससे पहले नारनौंद से जननायक जनता पार्टी के विधायक रामकुमार गौतम ने भी आरक्षण का मुद्दा विधानसभा में उठाया था।
कुलदीप वत्स और गीता भुक्कल ने कहा अब भाईचारा कायम हो
बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने सदन में यह मुद्दा उठाया। वत्स ने कहा कि फरवरी-2016 में हुई हिंसा में कई युवाओं की जान गई। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किए हुए हैं और बड़ी संख्या में युवा जेलों में बंद हैं। इस हिंसा के बाद प्रदेश में आपसी भाईचारा खराब हुआ। अब सरकार को चाहिए कि भाईचारा फिर से बहाल करने और आपसी सौहार्द बढ़ाने के लिए पुलिस केस वापस ले।
कुलदीप वत्स ने जाटों सहित छह जातियों को 10 प्रतिशत आरक्षण की भी वकालत की। इसी तरह से आर्थिक रूप से पिछड़ी जातियों ब्राह्मण, वैश्य, पंजाबी व राजपूत आदि को भी 10 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था लागू हो। पूर्व शिक्षा मंत्री एवं झज्जर से विधायक गीता भुक्कल ने वत्स का समर्थन करते हुए कहा कि संघर्ष समिति ने सभी पार्टियों के विधायकों को इस संदर्भ में ज्ञापन भी दिए हैं। इसलिए हम यह मसला सदन में उठा रहे हैैं, ताकि सरकार उस पर गौर करे।
रेवाड़ी में परिवार विशेष से मारपीट की जांच के आदेश
नूंह से कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने रेवाड़ी बस अड्डे के बाहर हुई मारपीट की घटना का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि एक समुदाय विशेष का परिवार कार में जा रहा था। बस अड्डे के बाहर रोडवेज की एक बस से कार टकरा गई। इसी के चलते वहां भीड़ ने पूरे परिवार के साथ मारपीट की। इससे आहत सीएम मनोहर लाल ने कहा कि दुर्घटना को जातीय या धार्मिक रंग न दें। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
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