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प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में 18 हजार प्राइवेट स्कूल रहे बंद, काला दिवस मनाया

यमुनानगर में प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में निजी स्कूल संचालक सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 30 Jan 2018 07:13 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jan 2018 07:16 PM (IST)
प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में 18 हजार प्राइवेट स्कूल रहे बंद, काला दिवस मनाया
प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में 18 हजार प्राइवेट स्कूल रहे बंद, काला दिवस मनाया

जेएनएन, चंडीगढ़। यमुनानगर के विवेकानंद स्कूल की प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में मंगलवार को प्रदेश के करीब 18 हजार प्राइवेट स्कूल बंद रहे। प्राइवेट स्कूल संचालक हरियाणा सरकार द्वारा स्कूलों में सुरक्षा बंदोबस्त नहीं किए जाने और मैनेजमेंट को बात-बात पर निशाना बनाने से खफा हैैं। स्कूल संचालकों ने हर जिले में उपायुक्त के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजकर स्कूलों में सुरक्षा बंदोबस्त करने और प्रबंधन का उत्पीडऩ रोकने की मांग की है।

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फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा और हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के अध्यक्ष सत्यवान कुंडू समेत आधा दर्जन संगठनों ने मंगलवार को बंद का आह्वान किया था। शर्मा और कुंडू ने दावा किया कि इस दिन एक भी स्कूल नहीं खुला। उनके अनुसार निजी स्कूल संचालकों ने जिलास्तर पर प्रदर्शन करते हुए काला दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि जब भी स्कूल प्रांगण या बस में विद्यार्थियों से कोई अप्रिय घटना हो जाती है तो स्कूल डायरेक्टर और प्राचार्य पर कार्रवाई की जाती है, जबकि सच्चाई यह है कि स्कूलों में सुरक्षा बंदोबस्त करने में शिक्षा विभाग खुद नाकाम है। 

कुलभूषण शर्मा व सत्यवान कुंडू ने कहा कि चुनाव से पूर्व भाजपा ने वादा किया था कि सरकार आने पर नियम 134ए को समाप्त किया जाएगा व शिक्षा नियमावली का सरलीकरण करते हुए सभी स्कूलों को मान्यता दी जाएगी। इसके बावजूद आए दिन नए नियम बनाकर प्राइवेट स्कूल संचालकों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि यमुनानगर की प्राचार्या को शहीद का दर्जा दिया जाए और राज्य स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाए जो महीने में कम से कम एक बार प्राइवेट स्कूलों की समस्याओं व मांगों को सरकार के समक्ष रख सके।

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