तैयार हो जाइये, हरियाणा में तेज हुई लोकसभा संग विधानसभा चुनाव की सरगर्मी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाने की संभावना बढ़ गई है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इस बारे में एक बार संकेत दिए हैं।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाने के आसार बढ़ गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इस बारे में एक बार फिर संकेत दिए हैं। उन्होंने शनिवार को इसकी संभावना से इन्कार नहीं किया और कहा कि इस बारे में अगले एक-दो दिन का इंतजार है। इससे पहले जींद उपचुनाव के परिणाम के बाद भी मुख्यमंत्री ने केंद्र का निर्देश मिलने पर राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने की बात कही थी। इस मामले पर रविवार को भाजपा के कोर ग्रुप की बैठक में गहन चर्चा होगा और इसके बाद अंतिम फैसला कि जाने की संभावना है।
27 फरवरी के बाद हरियाणा विधानसभा भंग करने की चर्चाएं गर्म
राज्य में पहले पांच नगर निगमों के चुनाव और फिर जींद उपचुनाव में भाजपा की जीत से संभावना जताई जा रही है कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाने की घोषणा जल्द ही हो सकती है। इस कारण राज्य में राजनीतिक हलचल तेज होती लग रही है। चर्चाओं का बाजार यह भी गर्म है कि बजट सत्र के बाद हरियाणा विधानसभा को भंग किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने एक बार फिर दिए संकेत, कहा-एक दो दिन का है इंतजार
शनिवार को नई दिल्ली में पत्रकारों ने बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री मनोहरलाल से हरियाणा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराए जाने के बारे मेें सवाल किया। इस पर मनाेहरलाल ने कहा कि वह इस सवाल का खंडन नहीं करते हैं, बल्कि वह आने वाले एक-दो दिन के इंतजार में हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस बात से इन्कार नहीं किया कि 27 फरवरी के बाद राज्य विधानसभा भंग की जा सकती है। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद यह तय हाे गया है कि 3 फरवरी को कोर ग्रुप की बैठक में इसी विषय को लेकर गहन मंथन होगा। बता दें कि जींद उपचुनाव के नतीजे से पहले मुख्यमंत्री विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने की संभावना को साफ खारिज कर देते थे।
भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में होगा विचार-विमर्श, नई दिल्ली में कलराज मिश्र लेंगे बैठक
बता दें कि जींद उपचुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई पर पार्टी नेतृत्व का लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। शीर्ष नेतृत्व के इशारे के बाद राज्य में पार्टी की कोर कमेटी के सदस्य 3 फरवरी को नई दिल्ली के हरियाणा भवन में इस बाबत मंथन करेंगे। यह बैठक राज्य में पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रभारी कलराज मिश्र लेंगे।
चर्चा है कि पार्टी के चुनाव रणनीतिकार चाहते हैं कि राज्य में विधानसभा चुनाव जीतने का इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता। बताया जाता है कि पांच नगर निगम चुनावों में जीत के बाद जींद उपचुनाव की जीत से पार्टी आलाकमान भी प्रदेश नेतृत्व को यह संदेश दे चुका है कि लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव कराए जाएं।
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शीर्ष नेतृत्व से मिले इस प्रारंभिक इशारे को ध्यान में रखते हुए बृहस्पतिवार सायं जहां नई दिल्ली में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला और कुछ अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा की वहीं शुक्रवार सूरजकुंड मेला के उद्घाटन के बाद भी अलग से कुछ नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। सीएम ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु सहित विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता से भी इस बाबत विस्तार से वार्ता की।
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सूत्रों का कहना है कि कृष्णपाल गुर्जर सहित इक्का-दुक्का मंत्री ही सीएम मनोहरलाल से यह आग्रह कर रहे हैं कि लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव नहीं कराए जाएं। ज्यादातर मंत्री और पार्टी पदाधिकारी भी मानते हैं कि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता। उनका कहना है कि राज्य में कांग्रेस कई गुटों में बंटी है और मुख्य विपक्षी दल इनेलो का भी ताजातरीन विभाजन हुआ है। ऐसे में बिखरी कांग्रेेस और टूटी इनेलो से भाजपा को चुनाव जीतने में कोई समस्या नहीं आएगी।
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मनोहरलाल ने महाराष्ट्र सीएम से भी ली राय
लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव कराए जाने के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सूरजकुंड मेला उद्घाटन के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से भी राय ली। सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र सीएम ने अपने प्रदेश (महाराष्ट्र) में विधानसभा चुनाव लोकसभा के साथ कराए जाने पर असहमति जताई है। माना जा रहा है कि 3 फरवरी की बैठक में मनोहर लाल महाराष्ट्र सीएम के विचार भी रख सकते हैं।
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भाजपा सांसद कटारिया ने कहा- लोकसभा चुनाव के साथ ही हो सकते हैं विधानसभा चुनाव
उधर, पंचकूला में शनिवार को अंबाला से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ करवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की हवा है अौर दाेनों चुनाव साथ कराए जाने की पूरी संभावना है। कटारिया ने कहा, मेरे लोकसभा क्षेत्र में नौ विधानसभा सीेटें हैं और यहां से भाजपा के विधायक हैं। अगले चुनाव में भी ये नौ सीटें भाजपा ही जीतेगी। कटारिया ने कहा कि हम दोनों चुनावों के लिए तैयार हैं और 3 फरवरी को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में इस पर निर्णय किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जींद उपचुनाव की जीत से साफ हो गया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा हरियाणा की सभी 10 सीटें जीतेगी और विधानसभा चुनावों में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। कटारिया ने दावा कि इस बार रोहतक लोकसभा सीट पर भी भाजपा जीत दर्ज करेगी।
कटाारिया अंबाला से दोबारा चुनाव लड़ने पर कहा कि यह फैसला करना पार्टी का काम है कि वह मुझे टिकट दे या फिर किसी ओर का। कटारिया ने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट में पांच लाख रुपये तक की आय को करमुक्त करने और किसानों के लिए छह हजार रुपये पेंशन का प्रावधान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।