लोअर कुराड़ी मोहल्ले में पेजयल के लिए तरसे लोग
सर्दी के मौसम में भी अगर लोगों को धरना प्रदर्शन के बाद पेयजल नसीब हो तो वहां के विकास और लोगों की समस्याओं का अंदाजा भी आसानी से लगाया जा सकता है। लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष लोगों की समस्या हल करने और बात सुनने के लिए आगे नहीं आए हैं।
राजकुमार, कालका
सर्दी के मौसम में भी अगर लोगों को धरना प्रदर्शन के बाद पेयजल नसीब हो तो वहां के विकास और लोगों की समस्याओं का अंदाजा भी आसानी से लगाया जा सकता है। लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष लोगों की समस्या हल करने और बात सुनने के लिए आगे नहीं आए हैं। जी हां, जल ही जीवन है का नारा देने वाला पब्लिक हेल्थ विभाग, सरकार और न ही विपक्षी दल लोगों की सुध लेने को तैयार है। यही नहीं, एक ओर जहां विपक्षी दल के नेता कोरोनाकाल में लोगों की भीड़ इकट्ठा कर अपना शक्ति प्रदर्शन करने पर लगे हुए हैं। वहीं, दूसरी पानी के लिए आवाज बुलंद कर रहे लोगों की आवाज कोई नहीं सुन रहा। मोहल्लवासी राकेश, विनोद तथा कौशल्या देवी सहित अन्य लोगों का कहना है कि सरकार सुनने के लिए तैयार नहीं है। विपक्ष भी इस मुद्दे पर आवास नहीं उठा रहा। वहीं, लोअर कुराडी मोहल्ला के हेमंत शर्मा, अशोक बैंस, रामपाल तोमर, दलीप कुमार, राधेश्याम, भूषण तथा बिशन सिंह सहित अन्य लोगों का कहना है कि सर्दी के मौसम में भी पेयजल की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। कालोनी में वर्षो पहले मात्र करीब 17 घरों के लिए छोटी पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन अब करीब 300 से ज्यादा घर बन चुके हैं, जिससे लोगों को नाममात्र पेयजल मिलता है। यही नहीं, यहां पेयजल सप्लाई का भी कोई समय नहीं है। पेयजल आपूर्ति अल सुबह चार बजे, तो कभी पांच बजे की जाती है। जिससे अधिकतर लोग नींद नहीं खुलने के कारण पेयजल से बंचित रह जाते हैं। लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले एक नई पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन उसको अभी तक शुरू नहीं किया है। लोगों ने विभाग से गुहार लगाई है कि समस्या हल नहीं हुई तो जाम लगाया जाएगा।