एवरेज नहीं रीडिग के आधार पर बिजली और पानी के बिल दें
बिजली और पानी के बिल समय पर न मिलने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : बिजली और पानी के बिल समय पर न मिलने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है, जबकि सरकार की ओर से दोनों ही मीटर घरों के बाहर लगाए जा चुके हैं। इसके बावजूद भी कर्मचारियों द्वारा रीडिग न करने और एवरेज के हिसाब से बिल ऑनलाइन आने से भी आर्थिक नुकसान हो रहा है। लॉकडाउन के दौरान कई संस्थान बंद रहे, लेकिन ऑनलाइन लाखों रुपये का बिल भेज दिया गया। अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण शहर में पानी के बिलों का वितरण शुरू करने जा रहा है। 10 जून तक शहर के तकरीबन 65 हजार उपभोक्ताओं को पानी के बिल मिल जाएंगे। लेकिन यह बिल एवरेज के हिसाब से भेजने की तैयारी है, लेकिन सभी घरों के मीटर बाहर लगे हैं, ऐसे में एवरेज पर बिल देना सरासर गलत है। बिल भरने का समय 30 जून तक दिया जाएगा। बिलों में बकाया राशी एडजेस्ट कर दी जाएगी। कमेटी गठित कर लिया जाएगा जायता
पंचकूला समेत हरियाणा के विभिन्न अर्बन एस्टेट में पानी के बिल बनाने और बांटने का काम एचएसवीपी का चीफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफिसर का ऑफिस (आइटी विग) के जरिये प्राइवेट एजेंसी बीसीआइटीएस प्राइवेट लिमिटेड के पास है। मुख्य प्रशासक पंकज यादव ने तीन मेंबरी कमेटी गठित कर कुछ कामों का विस्तार से जायजा लेने को कहा था। जिसमें पानी के बिलों का भी काम शामिल था। बिल लंबे समय के लिए खींचते देख चीफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफिसर के आफिस ने मुख्यालय स्तर पर चीफ इंजीनियर के ऑफिस से पूछा कि उपभोक्ताओं को बिल किस तरह से भेजे जा सकते हैं, क्योंकि मामला तकनीकी कारणों से थोड़ा अटका हुआ है। इंजीनियरिग विग ने महकमे के राजस्व को हो रहे नुकसान के मद्देनजर एवरेज बेस पर बिल जारी करने का सुझाव दिया और अब वही लागू होने जा रहे हैं। पंचकूला में जनवरी से लेकर अप्रैल तक के बिल अब तक बकाया हैं। पानी के बिल पिछले कई महीनों से नहीं आए हैं, जिस कारण हमें डर है कि कहीं विभाग द्वारा बिल न देने से अनजाने में कोई मीटर ही काटकर चला जाए। कई बार विभाग के अधिकारियों से वार्तालाप हो चुके हैं, लेकिन वह हर बार कह देते हैं कि जल्द ही आ जाएंगे।
-सुभाष पपनेजा, महासचिव आरडब्ल्यूए सेक्टर-16 पंचकूला बिजली और पानी के मीटर दोनों ही घरों के बाहर लगे हैं तो फिर एवरेज के आधार पर बिल भेजने का कोई औचित्य ही पैदा नहीं होता। दोनों विभागों को अपने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर बिल रीडिग के हिसाब से भेजने चाहिए।
-तरसेम गर्ग, प्रधान, नगर सुधार सभा पंचकूला उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने दोबारा बिजली बिलों का भुगतान के चेक के जरिये स्वीकार करने के मुद्दे पर हम काफी समय लगे हुए हैं। फिलहाल कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रीय स्तर पर लाकडाउन होने के कारण लोगों को बिजली बिलों के भुगतान हेतु सिर्फ इसी काल में चेकों द्वारा पेमेंट स्वीकार किया जाएगा। हमें इस परमानेंट करने की मांग करते हैं।
-एसके नैय्यर, प्रधान, इंडियन सिटीजन फोरम बिजली के बिल तो एवरेज के आधार पर आ गए थे, लेकिन पानी के अभी तक लोगों को नहीं मिले हैं। एवरेज के आधार पर बिल तो तब तक देने थे, जब तक कार्यालय बंद थे, लेकिन अब तो सभी कार्यालय खुल गए हैं, इसलिए़ बिल रीडिग करके ही दिए जाएं।
-जसवीर गोयत, पूर्व प्रधान, सेक्टर 28 एसोसिएशन