आदेशों को ठेंगा, सोमवार को छुट्टी के दिन भी खुला स्कूल
सोमवार सुबह-सुबह 10 डिग्री पारा आसमान में हल्की-हल्की धूंध में भी एक स्कूल के (5वीं तक) नन्हें बच्चों को सिर्फ इसलिए स्कूल आना पड़ा क्योकि स्कूल प्रबंधकों को जिला प्रशासन के सोमवार को स्कूल बंद रखने के आदेशों का पता ही नहीं था। यह मामला शहर के डीएलएफ में स्थित श्रीराम यूनिवर्सल स्कूल का है।
सौरव बत्रा, पिजौर
सोमवार सुबह-सुबह 10 डिग्री पारा, आसमान में हल्की-हल्की धूंध में भी एक स्कूल के (5वीं तक) नन्हें बच्चों को सिर्फ इसलिए स्कूल आना पड़ा क्योकि स्कूल प्रबंधकों को जिला प्रशासन के सोमवार को स्कूल बंद रखने के आदेशों का पता ही नहीं था। यह मामला शहर के डीएलएफ में स्थित श्रीराम यूनिवर्सल स्कूल का है। 71वें गणतंत्र दिवस के दूसरे दिन सोमवार को जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों की छुट्टी के आदेश को शहर के एक उक्त स्कूल द्वारा पूरी तरह से नजरअंदाज कर बच्चों कड़कती ठंड में स्कूल बुलाया गया। इतना ही नहीं गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान जिला प्रशासन द्वारा जिले के स्कूलों को सोमवार को बंद करने के आदेशों के बारे में पता ही नहीं था। इसके बाद जब मीडिया कर्मियों द्वारा उन्हें इस बारे में बताया गया, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को वापस घर नहीं भेजा और कहने लगे कि जो परेड में भाग लेते हैं छुट्टी उनकी होती है। ट्राईसिटी के सभी स्कूल रहे बंद
गणतंत्र दिवस के अगले दिन ट्राईसिटी के सभी सरकारी व गैरसरकारी स्कूल बंद रहे। लेकिन पिंजौर में इस स्कूल का खुला रहना हैरानगी की बात है। इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अगर जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों की छुट्टी के आदेश दिए गए हैं तो हर स्कूल को छुट्टी करनी चाहिए थी। क्योकि यह बच्चों का हक बनता है, जो उन्हें मिलना चाहिए। मामला मेरे संज्ञान में नहीं था, अगर कोई स्कूल खुला रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुकेश आहूजा, उपायुक्त पंचकूला