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हरियाणा में एक लाख एकड़ भूमि होगी चिन्हित, बढ़ाई जाएगी ऊर्वरक क्षमता, एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश

हरियाणा में एक लाख एकड़ बंजर भूमि को चिन्हित कर उसकी ऊर्वरक क्षमता को बढ़ाने की है। इसके लिए एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस भूमि में पैदावार होने से किसानों की कमाई होगी।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 12:17 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 01:08 PM (IST)
हरियाणा में एक लाख एकड़ भूमि होगी चिन्हित, बढ़ाई जाएगी ऊर्वरक क्षमता, एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश
हरियाणा में एक लाख एकड़ बंजर भूमि होगी चिन्हित। सांकेतिक फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश के किसानों की खराब पड़ी (गैर उपजाऊ) जमीन को ठीक कर कृषि योग्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस साल करीब एक लाख एकड़ जमीन को उपजाऊ बनाया जाएगा। यह ऐसी जमीन है, जिसमें फसल नहीं हो सकती। कुछ जमीन बंजर है तो कुछ सेमग्रस्त है, जिसमें हर समय पानी जमा रहता है। इस जमीन के खेती योग्य बनने से न केवल पैदावार बढ़ेगी, बल्कि किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।

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हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में एक लाख एकड़ जमीन को चिन्हित कर उसमें सुधार के लिए एक्शन प्लान तैयार करने को कहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि खासकर दक्षिण हरियाणा के किसानों को जल्द ही मूंग का बीज ब्लाक व गांव स्तर पर उपलब्ध करवाया जाए ताकि किसान अपनी फसल की समय पर जुताई कर सकें।

किसानों को बाजरे, मूंग व उड़द का अच्छी गुणवता वाला बीज सस्ते दामों पर दिया जाए, जिसके लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार से मिलकर लंबे समय की कार्य योजना तैयार की जाए। जेपी लाल ने अधिकारियों को कहा कि धान की जगह कम पानी वाली फसलों को उगाने के लिए वे किसानों को जागरूक करें। ऐसी फसलें लगाई जाएं, जिनकी लागत कम और मुनाफा अधिक हो। इसके अतिक्ति, अधिक से अधिक किसानों को ‘मेरा पानी-मेरी विरासत‘ पोर्टल पर 25 जून तक अपना पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित करें।

इस योजना के तहत धान की खेती छोड़ने वाले किसानों को प्रति एकड़ सात हजार रुपये दिए जाते हैं। एक एकड़ में 400 पौधे लगाकर उन्हें पेड़ बनाने वाले किसानों को तीन साल तक 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। बैठक में कृषि सचिव डा. सुमिता मिश्रा और महानिदेशक हरदीप सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

हर पेड़-पौधे की ड्रोन से होगी निगरानी, तीन करोड़ लगेंगे पौधे

हरियाणा में हर पेड़-पौधे की मॉनिटरिंग होगी। इसके लिए ड्रोन से मैपिंग कराई जाएगी। मानसून सीजन में पौधारोपण के लिए कौन सी नर्सरी में किस किस्म के पौधे उपलब्ध हैं, इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को वन विभाग के पौधारोपण अभियान एवं जियो टैगिंग योजना की समीक्षा बैठक में कहा कि इस साल तीन करोड़ पौधे लगाए जाने हैं। अधिकारी बारीकी से कार्य कर योजना बनाएं ताकि लगाए गए पौधों में से अधिक से अधिक सजीव रहें।

पौधागीरी अभियान से विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए प्रोत्साहन राशि निर्धारित की जाए ताकि वह समय-समय पर खुद के लगाए पौधे की देखरेख करते रहें। बैठक में वन मंत्री कंवर पाल ने पौधरोपण की तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष आक्सी-वन वर्ष के नाम से जाना जाएगा। पाैधारोपण अभियान में न केवल स्कूली विद्यार्थियों बल्कि आमजन को भी भागीदार बनाएं। आमजन को वर्षा के सीजन में पौधे आसानी से और उनके घरों के नजदीक उपलब्ध होने चाहिए। मुख्य प्रधान वन संरक्षक वीएस तंवर ने बताया कि विभाग ने पौधारोपण अभियान के लिए 2800 गांवों का चयन कर पौधारोपण के लिए स्थलों का भी निर्धारण कर लिया है।

रक्तदान के लिए स्वेच्छा से आएं आगे : सीएम

विश्व रक्तदान दिवस पर मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि सभी लोग स्वेच्छा से रक्तदान के लिए आगे आएं। रक्तदान महादान है और समय पर उपलब्ध कराया गया रक्त किसी की अनमोल जिंदगी बचा सकता है। कोरोना काल में स्वेच्छा से रक्तदान का महत्व और बढ़ गया है। 


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