मिड डे मील में अब गेहूं के बजाय ज्यादा मिलेगा चावल, बच्चों के घर पहुंचाया जाएगा
हरियाणा में लॉकडाउन के कारण स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं लेकिन बच्चों को उनके घर मिड डे मील का राशन दिया जा रहा है। अब मिड डे मील के राश में गेहूं के बजाय चावल अधिक मिलेगा।
चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील में अब गेहूं की बजाय चावल ज्यादा मिलेगा। पांचवी और आठवीं कक्षा के बच्चों का रिजल्ट घोषित नहीं होने के कारण उन्हें उसी कक्षा में मानते हुए राशन उनके घर पहुंचाया जाएगा। राशन वितरण में शिक्षकों की ड्यूटी न लगाकर मिड-डे मील इंचार्ज, मिड-डे मील कुक, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को लगाया जाए।
पांचवी और आठवीं के बच्चों को उसी कक्षा में मानते हुए घर पहुंचाया जाएगा राशन
मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी स्कूल मुखियाओं को प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को 21 दिन का राशन उनके घर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। प्राइमरी कक्षा के छात्रों को 945 ग्राम गेहूं और 1 किलो 155 ग्राम चावल देने के साथ ही 94 रुपये कुकिंग लागत के रूप में दिए जाएंगे। छठी से आठवीं तक के बच्चों को एक किलो 732 ग्राम चावल और एक किलो 418 ग्राम गेहूं के अलावा 140 रुपये 91 पैसे उनके खाते में दिए जाएंगे।
मिड-डे मील इंचार्ज, कुक, एसएमसी सदस्य घर पहुंचाएंगे 21 दिन का राशन
शिक्षा निदेशालय ने स्कूल मुखियाओं को स्पष्ट हिदायत दी है कि बच्चों को राशन देने के लिए स्कूलों में न बुलाया जाए। घर तक राशन पहुंचाने वाले कर्मचारियों को मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएं। राशन वितरण में लगे सभी कर्मचारियों को फोटोयुक्त पहचानपत्र जारी किया जाना चाहिए ताकि लॉकडाउन के चलते उन्हें किसी तरह की दिक्कत न हो।
उन्होंने निर्देश दिया है कि राशन वितरण के समय यह जरूर ध्यान रखें कि सरकार द्वारा प्रतिबंधित पॉलिथीन का इस्तेमाल न हो। सभी कर्मचारी मास्क और सैनिटाइजर लगाकर ही राशन वितरित करें। बच्चों को यह सामग्री सुरक्षित व स्वच्छ हालत में पहुंचाएं।
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