सलमान खान को मारने की धमकी देने वालेे गैंगस्टर बिश्नोई की याचिका पर हरियाणा सरकार को नोटिस
सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया है।
चंडीगढ़ [दयानंद शर्मा]। फिल्म अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस अमोल रत्न ने हरियाणा सरकार को 18 सितंबर के लिए नोटिस जारी कर पूछा है , क्यों ना राजस्थान की भरतपुर सेंट्रल जेल में ही हरियाणा पुलिस बिश्नोई से पूछताछ कर ले।
कोर्ट ने सरकार को इस बाबत राजपत्रित स्तर के अधिकारी का अगली सुनवाई से पहले जवाब दायर करने का भी आदेश दिया है। कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया कि अगली सुनवाई तक अगर पुलिस किसी भी मामले में लॉरेंस बिश्नोई से पूूछताछ करना चाहे तो वह केवल भरतपुर केंद्रीय जेल में सक्षम कोर्ट और प्राधिकरण के वारंट से ही कर सकेगी।
बता दें, हाई कोर्ट में लॉरेंस ने अपनी याचिका में कहा है कि उसे हरियाणा, पंजाब व राजस्थान पुलिस से खतरा है। वर्तमान में हरियाणा पुलिस उसे सिरसा प्रोडक्शन वारंट पर ले जाना चाहती है उसे भय है कि कानपुर के गैंगसस्टर विकास दुबे की तरह पुलिस उसका भी एनकाउंटर कर सकती है, इसलिए उसे उचित सुरक्षा देकर और उसके हाथ पैर बांध कर हरियाणा ले लाया जाए, जिससे पुलिस भागने के आरोप में उसका फर्जी एनकाउंटर न कर सके। पंजाब के फाजिल्का जिले के दुतरिया गांव का रहने लॉरेंस इस समय राजस्थान के भरतपुर की सेंट्रल जेल सेवर में सजा काट रहा है। सिरसा में दर्ज एक केस में हरियाणा पुलिस उसको प्रोडक्शन वारंट पर ले जाना चाहती है।
याचिका में लॉरेंस ने कहा है कि 21 जुलाई को हरियाणा पुलिस ने सिरसा के डबवाली में उसके खिलाफ हत्या व कई आरोप के तहत मुकदमा दर्ज किया था। उसे मीडिया और पुलिस ने गैंगस्टर प्रचारित किया है वह निर्दोष है। हरियाणा, पंजाब व चंडीगढ़ में उसके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाते है। उसने दावा किया है कि वह डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ के छात्र था और छात्र संगठन, एसओपीयू के सदस्य के रूप में छात्र राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल था। उसके विरोधियों की साजिश से विभिन्न राज्यों में कई एफआइआर दर्ज कर दी गई वह अपराधी नहीं बल्कि परिस्थितियों का शिकार है।
उसके मुताबिक मीडिया व जांच एजेंसियों ने उसे कठोर अपराधी की तरह स्थापित कर दिया। लॉरेंस का कहना है कि वह पिछले पांच साल से जेल में बंद है, सिरसा जिले के डबवाली में दर्ज एफआइआर में उसे गलत तरीके से अभियुक्त बनाया गया है वह प्रकरण शराब के ठेके चलाने वालों के आपसी विवाद का है। अपने जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार की बात करते हुए लॉरेंस ने कहा कि उसकी जान को खतरा है, इसको लेकर उसकी मां ने चंडीगढ़ पुलिस को पत्र भी लिखा था।