महामाई के जयकारों से गूंजा मनसा देवी का दरबार
पौड़ी-पौड़ी चढ़ता जा जय माता दी करता जा।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : पौड़ी-पौड़ी चढ़ता जा, जय माता दी करता जा। नवरात्र मेले के दौरान इन्हीं जयकारों से मां का दरबार गूंजता रहा और श्रद्धालु एक-एक कर माता के दर्शन करते रहे। श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उसकी श्रद्धा को व्यक्त कर रही थी। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला मंगलवार देर रात तक जारी रहा। मंदिर प्रशासन की ओर से भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। बाहर से आने वालों के लिए धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्था की गई है। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु नवरात्रों के दौरान श्री माता मनसा देवी के दर्शन करने एवं पूजा अर्चना के लिए यहां आते हैं। यह मंदिर पंचकूला में शिवालिक की पहाड़ियों में स्थित है और उत्तर भारत में इसे शक्ति की पूजा के रूप में मान्यता देने की पुरानी परंपरा रही है। श्रद्धालुओं के लिए किए गए हैं विशेष प्रबंध
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लोकसंपर्क एवं सूचना विभाग की ओर से गुम होने वाले बच्चों की सूचना देने का काम भी चल रहा है। लोगों के गुम हुए सामान और बच्चों को मिलाने का काम काफी कारगर साबित हो रहा है। माता के दरबार में आए श्रद्धालुओं में मैया को अपने कैमरों में कैद करने की जिज्ञासा भी काफी देखने को मिल रही है। परंतु मंदिर प्रशासन द्वारा गर्भ गृह का फोटो खींचने पर सख्त पाबंदी लगा रखी है। हर मनोकामना पूरी करती हैं मां
मंदिर में मनोकामनाएं लेकर आ रहे श्रद्धालु मां के मंदिर के बीचोंबीच उगे पीपल के पेड़ पर मोली बांधकर मन्नत मांग रहे हैं। मान्यता है कि जिस भी भक्त की कोई कामना पूरी नहीं हो रही होती, वह यदि इस पीपल पर मोली बांधकर सच्चे मन से मन्नत मांगे, उसकी कामना अवश्य पूरी होती है। जब उनकी मनोकामना पूरी होती है, तो वह मां के दरबार में फिर से आकर कंजक पूजन कर छोले एवं हलवे का भोग भी लगाते हैं। डीसी ने की पूजा अर्चना
मंगलवार को उपायुक्त एवं श्रीमाता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन डॉ. बलकार सिंह ने मंदिर में नतमस्तक होकर महामाई के दर्शन किए और यज्ञशाला में आयोजित हवन यज्ञ में अपने परिजनों के साथ आहुति डाली। उपायुक्त ने कहा कि मेले और त्योहार भारतीय संस्कृति की पहचान हैं। 20 लाख से अधिक का चढ़ावा आया
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसपी अरोड़ा ने बताया कि श्रीमाता मनसा देवी मेला पंचकूला व काली माता मंदिर कालका में तीसरे नवरात्र पर 8 अप्रैल को श्रद्धालुओं द्वारा 20,44,219 रुपये का नकद चढ़ावा चढ़ाया गया है। जिसमें से माता मनसा देवी में 17,27,006 रुपये तथा श्री काली माता मंदिर में 3,17,213 रुपये का चढ़ावा चढ़ा है। इस दिन चांदी के 83 नग, सोने के 9 नग भी चढ़ावे के रूप में दान किए गए हैं, जबकि श्रद्धालुओं ने यूएसए के 42 डॉलर भी दान किए हैं। माता मनसा देवी में चांदी के 52 व सोने के 5 तथा काली माता मंदिर में चांदी के 31 और सोने के 2 नग चढ़ाए गए हैं।