खुले में नमाज के विरोध में अग्नि समाधि लेने पहुंचे नरसिंहानंद सरस्वती हिरासत में
गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने के विरोध अग्नि समाधि लेने चंडीगढ़ पहुंचे नरसिंहानंद सरस्वती महाराज व उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। गुरुग्राम में प्रशासनिक संरक्षण देकर खुले में नमाज के विरोध में अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज रविवार को चंडीगढ़ पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के समक्ष अग्नि समाधि लेने की घोषणा की थी। हालांकि पुलिस ने इससे पहले ही उन्हें व उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया है। फिलहाल सेक्टर-3 पुलिस स्टेशन में उनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें, डासना माता मंदिर की महंत चेतना सरस्वती ने भी यति नरसिंहानंद सरस्वती के समर्थन की घोषणा की थी। नरसिंहानंद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के चंडीगढ़ आवास के सामने आत्मदाह की घोषणा की थी। दो दिन पूर्व हिंदू धर्मावलंबियों ने खुले में नमाज के विरोध में खून से एक पत्र तैयार कर गुरुग्राम के जिला उपायुक्त को दिया था जिसमें खुले में नमाज का पुरजोर विरोध किया गया था।
भारत बचाओ संगठन के प्रतिनिधियों ने भी दो दिन पूर्व गुरुग्राम के उपायुक्त कार्यालय में जाकर उन्हें खुले में नमाज को रोकने संबंधी ज्ञापन दिया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम लिखे इस ज्ञापन को सौंपने के लिए संगठन के संयोजक विक्रम सिंह यादव, सह संयोजक विजय यादव और चेतनानंद सरस्वती के साथ संगठन प्रतिनिधि पहुंचे।
संगठन के प्रतिनिधियों ने खुले में नमाज पढ़े जाने पर गहरी आपत्ति जताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल यह कहकर गए थे कि तय जगहों के अलावा कहीं और नमाज नहीं पढ़ी जाएगी, मगर अभी भी कई सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ी जा रही है। यह मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना है और प्रशासन के संरक्षण में हो रही है। संगठन ने कहा कि प्रशासन को इस पर रोक लगानी चाहिए जबकि प्रशासन उन्हें संरक्षण दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम के करीब 47 स्थानों पर खुले में नमाज अदा की गई थी। ऐसे में नमाज को लेकर विरोध हो गया था। हिंदू रक्षा सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को रमजान की नमाज सड़क पर पढ़े जाने के विरोध में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री को संबोधित खून से लिखा ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है।
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