हरियाणा विधानसभा में एमएसपी की गारंटी का प्रस्ताव नामंजूर, कांग्रेस विधायकों ने किया सदन से वाकआउट
हरियाणा विधानसभा में फसलों के लिए एमएसपी गारंटी देने की मांग को लेकर खूब हंगामा हुई। किरण चौधरी ने सदन में मोर्चा खोला। वह प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजने की जिद पर अड़ी। कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हम दे 11 फसलों पर एमएसपी दे रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में मंगलवार को किसानों को उनकी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने की मांग को लेकर काफी हंगामा हुआ। पूर्व मंत्री व तोशाम विधायक किरण चौधरी का इस मुद्दे पर दिया गया ध्यनाकर्षण प्रस्ताव नामंजूर होने पर कांग्रेस विधायकों ने शोर-शराब किया। कांग्रेस विधायकों ने शोर-शराबे के बीच भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार को किसान विरोधी बताया। जब स्पीकर ने दो-टूक कहा कि यह मुद्दा केंद्र का है और इस पर चर्चा नहीं होगी तो कांग्रेस ने विरोध में सदन से वाकआउट किया।
किरण चौधरी ने सत्र की शुरुआत से पहले ही विधानसभा सचिवालय को एमएसपी की गारंटी से जुड़ा प्रस्ताव भेज दिया था। वे चाहती थीं कि सरकार यह प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार के पास भेजे। शून्यकाल के दौरान उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जब हिसार हवाई अड्डे का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखने का प्रस्ताव सदन में रखा तो किरण चौधरी ने एमएसपी से जुड़े अपने प्रस्ताव को लेकर आवाज बुलंद की। स्पीकर से भिड़ते हुए उन्होंने अपने प्रस्ताव को लेकर सवाल दागा।
इस पर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि उनका प्रस्ताव नामंजूर कर दिया गया है। यह केंद्र का विषय है और इस पर हरियाणा विधानसभा में चर्चा नहीं हो सकती। इससे नाराज किरण चौधरी ने कहा कि जब विधानसभा तीन कृषि कानूनों के समर्थन में धन्यवाद प्रस्ताव पास कर सकती है तो एमएसपी की गारंटी के प्रस्ताव से क्यों भाग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है।
कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल, बीबी बत्रा और आफताब अहमद समेत अन्य विधायक भी किरण के समर्थन में आवाज बुलंद करते नज़र आए।स्पीकर और विधायकों के बीच होती बहस के बीच संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की 11 फसलों को एमएसपी पर खरीद रही है। कांग्रेस राज में केवल दो ही फसलों पर एमएसपी मिलती थी। वर्तमान सरकार जितनी फसलों पर एमएसपी दे रही है, वह देशभर में सर्वाधिक है। काफी देर हंगामे के बाद कांग्रेस विधायकों ने वाकआउट कर दिया।