मां-बेटी लोगों के लिए घर पर तैयार कर रही मास्क
वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थापली की 57 वर्षीय प्रधानाचार्या गीता पॉल और उनकी बेटी नीलम घर पर लोगों के लिए मास्क तैयार कर रही हैं।
धर्म शर्मा, मोरनी
वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थापली की 57 वर्षीय प्रधानाचार्या गीता पॉल और उनकी बेटी नीलम घर पर लोगों के लिए मास्क तैयार कर रही हैं। गीता पॉल ने बताया कि वह हमेशा से जनहित के कार्यों के लिए आगे आने के किए तैयार रहती हैं। इसके लिए वह गांवों की बेटियों की पढ़ाई के लिए काम करती रहती हैं। वर्तमान में वह दर्जन भर बेटियों की पढ़ाई में सहयोग कर रही हैं।
वीडियो देखकर बनाना शुरू किए मास्क
मास्क बनाने का आइडिया उनको तब दिमाग में आया जब वह अपनी सहेली मीनाक्षी के साथ इस विषय पर चर्चा कर रही थी। बातों-बातों में मास्क बनाने की बात चली और दोनों ने इस कार्य को करने की ठानी। दोनों ने कभी मास्क नहीं बनाए थे, तो इसके लिए गीता ने उनके घर में रह रही मोरनी के ठंडोग गांव की बेटी नीलम से इस विषय पर बात की और नीलम ने ऑनलाइन मास्क बनाने के वीडियो देखकर मास्क बनाना शुरू किया। नीलम वर्तमान में पंजाब यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स में पढ़ाई कर रही है और कर्फ्यू के कारण गीता पॉल के घर रह रही है। गुणवत्ता व सुरक्षित मास्क बनाने के लिए ये विधि अपनाई
गीता पॉल व नीलम ने बताया कि वह बाजार की बजाए घरों से नए कपड़े कलेक्ट करके उन्हें डेटोल से धोकर अच्छे से सुखाती हैं। दोनों एक दिन में लगभग 25 मास्क बना लेती हैं। ये मास्क वह करियाना दुकानदारों, सब्जी वाले, दूध वाले व मिल्क शॉप पर काम करने वालों को दे रही हैं। इसके अलावा डीएलएफ के आसपास के क्षेत्र में भी मास्क वितरित कर रही हैं।