मिलिये विश्व बैंक के नए कार्यकारी निदेशक, नए मुकाम पर हरियाणा के IAS राजेश खुल्लर
हरियाणा के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी राजेश खुल्लर नया मुकाम हासिल करने जा रहे हैं। वह हरियाणा सरकार की सेवा के बाद विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक का पद संभालेंगे।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। सफलता जितनी अधिक ऊंचाई पर होगी, मेहनत रूपी सीढ़ी भी उतनी ही लंबी होगी। हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी के जाने-पहचाने नाम राजेश कुमार खुल्लर के व्यक्तित्व और कृतित्व को लेकर यह बात सौ फीसदी सटीक बैठती है। तीन साल बाद रिटायर होने वाले राजेश खुल्लर को विश्व बैंक में कार्यकारी निदेशक के तौर पर काम करने का बड़ा अवसर हासिल हुआ है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय में 2011 से 2015 तक प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देने वाले 1988 बैच के आइएएस अधिकारी खुल्लर 2015 के आखिर में हरियाणा लौटे थे।
हरियाणा काडर के 1988 बैच के खुल्लर विलक्षण प्रतिभा के धनी, साहित्य में रूचि
खुल्लर ने आरंभ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अतिरिक्त प्रधान सचिव का दायित्व संभाला। उसके बाद अब तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अगले माह यूएसए के लिए रवाना होंगे। उनकी धर्मपत्नी डा. सोनिया खुल्लर हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग में आला अधिकारी हैं तथा बच्चे अमेरिका में ही सेटल्ड हैं। विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के तौर पर खुल्लर की नियुक्ति उनकी रिटायरमेंट यानी 31 अगस्त 2023 तक हुई है। खुल्लर यूएसए के वाशिंगटन डीसी में स्थित वर्ल्ड बैंक के दफ्तर में भारत, बांग्ला देश, श्रीलंका और भूटान देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
राजेश खुल्लर हरियाणा के जमीन से जुड़े फलक के शक्तिशाली ब्यूरोक्रेट हैं
राजेश खुल्लर को वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेश की जो जिम्मेदारी मिली है, वह काफी महत्वपूर्ण है। उनसे पहले एक बार हरियाणा काडर के 1968 बैच के आइएएस अधिकारी धनेंद्र कुमार 2005 से 2009 तक वर्ल्ड बैंक में कार्यकारी निदेशक रह चुके हैं। वर्ल्ड बैैंक के 25 कार्यकारी निदेशक होते हैैं तथा 189 देश इसके सदस्य हैैं।
खुल्लर की गिनती देश के योग्य और हरियाणा के पॉवरफुल अधिकारियों में होती है।
केंद्र व राज्य सरकारें लागू कर रही उनकी बनाई योजनाएं
सीएम के प्रधान सचिव पद पर रहते हुए उन्होंने एक साथ 22 विभागों के कामकाज की जिम्मेदारी संभाली। मूल रूप से चंडीगढ़ के रहने वाले खुल्लर ने पंजाब विश्वविद्यालय से भौतिक शास्त्र में एमएससी की और सरकारी सेवा में आने के बाद टोक्यो के ग्रिप्स से लोक प्रशासन में मास्टर डिग्री हासिल की। खुल्लर हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी के साथ ही संस्कृत भाषा के अच्छे जानकार हैं। साहित्य लेखन और संगीत सुनने के साथ ही मुशायरा सुनने में उनकी खास रुचि है। उर्दू के शायरों का खुल्लर दिल से सम्मान करते हैं।
अब तक सभी अमेरिकी रहे विश्व बैंक के अध्यक्ष
विश्व बैंक समूह के चार संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले कार्यकारी निदेशकों के चार बोर्ड होते हैं। इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (आइबीआरडी), अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (आइडीए), अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आइएफसी) और बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (एमआइजीए)। इन बोर्डों में काम करने वाले कार्यकारी निदेशक आमतौर पर समान होते हैं। कार्यकारी निदेशकों के यह बोर्ड विश्व बैंक समूह के सामान्य संचालन के लिए जिम्मेदार हैैं और सदस्यों का प्रतिनिधित्व बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा किया जाता है।
इन बोर्ड में 24 कार्यकारी निदेशक होते हैं और एक अध्यक्ष होता हैं। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के अधिकारी डेविड मालपास को विश्व बैंक के 13वें अध्यक्ष के तौर पर चुना गया। विश्व बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक इसके अध्यक्ष का नाम प्रस्तावित करता है। अमेरिका विश्व बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक है और यही कारण है कि अब तक इसके सभी अध्यक्ष अमेरिकी ही रहे हैं।
देश और राज्यों में सराहे गए खुल्लर के प्रयोग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव रहते हुए खुल्लर ने हरियाणा में कई नए प्रयोग किए हैं। उन्होंने दिन-रात मेहनत करते हुए प्रदेश के लोगों में न केवल सरकार की विश्वसनीयता को बढ़ाने का काम किया, बल्कि आधा दर्जन से अधिक ऐसी पालिसी तैयार कराई, जिनकी सराहना केंद्र सरकार ने तो की ही, साथ ही विभिन्न राज्यों ने उन्हें अपने यहां स्वीकार किया।
जींद जिले के बीबीपुर गांव के आधार पर खुल्लर ने बेटियों को पढ़ाने के साथ-साथ बेटियों को बचाने की मुहिम आरंभ कराई, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से लांच किया। शिक्षकों की ऑनलाइन तबादला नीति, ऑनलाइन फाइल ट्रैकिंग सिस्टम, पांच सौ कर्मचारियों से अधिक विभागों में ऑनलाइन तबादले की प्रक्रिया, ऑनलाइन सरकारी खरीद, सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के स्तर में सुधार तथा लड़कियों के लिए बस सेवा के साथ ही स्कूलों में उनके लिए अलग से टायलेट की व्यवस्था सरीखे ऐसे कई प्रोजेक्ट हैं, जो खुल्लर की कार्य प्रणाली को दूसरे ब्यूरोक्रेट से अलग करते हैं।
कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए हरियाणा में किया काम
कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए किसानों व वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करते हुए खुल्लर ने हरियाणा को पंजाब के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया। खुल्लर द्वारा 1994 में बनाई नीति 'अपनी बेटी-अपना धन' पूरे भारतवर्ष में अपनाई गई। किसानों को धान न उगाने तथा पानी के संरक्षण की दिशा में खुल्लर के प्रयास काफी रंग लाए। गुरुग्राम व फरीदाबाद को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने की दिशा में उन्होंने अच्छी शुरुआत की, जिसका असर यह हुआ कि प्रदेश दो बार बेसहारा पशु मुक्त हो चुका है, लेकिन यह मुहिम अभी भी जारी है।
भारतीय क्रिकेट टीम ने लांच की खुल्लर की 'वायरल मैच'
31 अगस्त 1963 को जन्मे राजेश खुल्लर अच्छे साहित्यकार भी हैं। अपने व्यस्त समय में से थोड़ा समय निकालकर उन्हें न केवल प्रदेश में मुशायरे कराए, बल्कि शास्त्रीय संगीत पर आधारित कार्यक्रमों को प्रोत्साहन देने का कोई मौका नहीं गंवाया। 2008 में एचआइवी पर उनकी किताब 'वायरल मैच' खासी चर्चित रही। 'वायरल मैच' पहली थ्रिलर मेडिकल बुक है, जिसे बेंगलूर में भारतीय क्रिकेेट टीम ने लांच किया था।
उस समय भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हो रहा था। खुल्लर सहज, सरल और मधुरभाषी व्यक्तित्व के धनी हैं। इनके बारे कहा जाता है कि उन्हें गुस्से में शायद ही कभी किसी ने देखा हो। सितंबर 2019 में एशिया पोस्ट, फेम इंडिया और पीएसयू वॉच द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में खुल्लर को भारत के शीर्ष नौकरशाहों में से एक नामित किया गया।
ऋण कोष और प्रमुख द्विपक्षीय समझौतों की संरचना के कर्णधार
केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव के रूप में खुल्लर ने भारत के बुनियादी ढांचे के ऋण कोष और प्रमुख द्विपक्षीय समझौतों की संरचना तैयार की थी। जून 2013 में उन्होंने 723 मिलियन डॉलर मूल्य के प्राकृतिक संसाधनों के ऊर्जा, पर्यावरण और प्रबंधन के क्षेत्र में वित्तीय और तकनीकी सहयोग के लिए भारत में तत्कालीन जर्मन राजदूत कॉर्ड मीयर-क्लोड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
फरवरी 2014 में खुल्लर चेन्नई में हॉस्पिटल फॉर चिल्ड्रन फॉर जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआइसीए) द्वारा 1,495 मिलियन निवेश के लिए महत्वपूर्ण कड़ी थे। मार्च 2014 में उन्होंने भारत और जापान के बीच जेपी 250 बिलियन से अधिक मूल्य के पांच भारतीय शहरों के लिए आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) ऋण समझौते का नेतृत्व किया, जिसमें दिल्ली मेट्रो और पवन-सौर ऊर्जा से संबंधित परियोजनाओं का विस्तार शामिल था। जापानी दूतावास के अनुसार, यह जापानी ओडीए के इतिहास में एक महत्वपूर्ण समारोह में हस्ताक्षरित सबसे बड़ी राशि थी।
काम के बूते ब्यूरोक्रेसी और राजनेताओं की पसंद बन गए
हरियाणा में आने के बाद खुल्लर ने अपने काम के बूते ब्यूरोक्रेसी, राजनेताओं और आम पब्लिक में अपनी अच्छी छाप छोड़ी। कई बार विकट स्थितियों में उनके द्वारा लिए गए निर्णयों से सरकार को बड़ी राहत मिली। लोक संपर्क विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के रूप में उन्होंने मनोहर सरकार में तीसरी पारी खेली। खुल्लर ने कोरोना काल के शुरुआती दौर से अब तक प्रशाशनिक दक्षता से चुनौतियो में भी बखूबी अपने दायित्वों को निभाया है।
विपरीत परिस्थितयों को अनुकूल करने की खुल्लर अपनी क्षमता के चलते मुख्यमंत्री कार्यालय के सबसे शक्तिशाली व भरोसेमंद ब्यूरोक्रेट बनने में कामयाब रहे। अब उन पर केंद्र की विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के रूप में बड़ी जिम्मेदारी आन पड़ी है, जिसमें वह वैश्विक प्लेटफार्म पर भारत की साख को बढ़ाने का काम करेंगे।