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दफ्तर में बैठकर फाइलें साइन करने वाले चिकित्सा अधिकारी भी करेंगे इलाज

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रशासनिक कार्य में जुटे चिकित्सा अधिकारियों के लिए आदेश जारी किए हैं कि वे भी सप्ताह में एक दिन चिकित्सीय कार्य करें।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 04:54 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 05:07 PM (IST)
दफ्तर में बैठकर फाइलें साइन करने वाले चिकित्सा अधिकारी भी करेंगे इलाज
दफ्तर में बैठकर फाइलें साइन करने वाले चिकित्सा अधिकारी भी करेंगे इलाज

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी के मद्देनजर अब उन चिकित्सा अधिकारियों की सेवाएं ली जाएंगी, जो अपने दफ्तर में बैठकर काम करते हैैं। ऐसे चिकित्सा अधिकारियों, दांतों के डाक्टरों और जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों को भी ओपीडी (मरीजों के इलाज) के लिए अपनी पसंद के अस्पताल चुनने का विकल्प दिया गया है। इसकी एवज में उन्हेंं कोई अतिरिक्त राशि नहीं दी जाएगी। ओपीडी के लिए चुना गया अस्पताल यदि दूर है तो आने-जाने का किराया (टीए-डीए) सरकार देगी।

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मनोहर सरकार पिछले पौने चार साल से डाक्टरों की कमी जल्द दूर होने का दावा कर रही है, लेकिन यहां डाक्टर अपनी सेवाएं देना नहीं चाहते। प्राइवेट सेक्टर में उनकों मिलने वाली सुविधाएं और वेतन अधिक हैैं, जबकि सरकारी सेवाओं में उनके रहने का इंतजाम भी अच्छा नहीं होता। लिहाजा पहले तो यहां डाक्टर आते नहीं और जो आते हैैं, वे टिकते नहीं।

प्रदेश में आबादी के लिहाज से करीब चार हजार डाक्टरों की जरूरत है, लेकिन इस समय करीब ढाई हजार ही काम कर रहे हैैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों से चर्चा के बाद बीच का रास्ता निकाला है। उन्होंने प्रशासनिक पदों पर तैनात हरियाणा नागरिक चिकित्सा सेवा, हरियाणा दंत चिकित्सा सेवा और जिला आयुर्वेदिक चिकित्सकों को अब सरकारी अस्पतालों में अतिरिक्त क्लीनिकल ड्यूटी देने के आदेश जारी किए हैैं। राज्य के अन्य विभागों में कार्यरत या प्रतिनियुक्ति पर गए चिकित्सकों पर यह आदेश लागू नहीं होगा।

एक सप्ताह बहाना बनाया तो अगले सप्ताह देनी होगी ड्यूटी

यदि किन्हीं कारणों से कोई चिकित्सक यह ड्यूटी करने में असमर्थ रहता है तो उसे अगले सप्ताह अतिरिक्त कार्य दिया जाएगा। स्वास्थ्य महानिदेशक एवं अतिरिक्त स्वास्थ्य महानिदेशक को भी सप्ताह में किसी भी दिन दो घंटे और राज्य के सभी सिविल सर्जन एवं समकक्ष अधिकारियों को सप्ताह में एक दिन चिकित्सीय कार्य करना होगा। प्रधान चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, उप सिविल सर्जन, वरिष्ठï चिकित्सा अधिकारी तथा समकक्ष अधिकारियों को भी सप्ताह में दो दिन चिकित्सीय ड्यूटी करने के आदेश जारी किए गए हैैं।

इन अधिकारियों को भी देखनी होगी ओपीडी

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निर्देशों के मुताबिक स्वास्थ्य महानिदेशालय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, एचएमएससीएल, एचएसएचआरसी, एड्स कंट्रोल सोसायटी व एसआइएचएफडब्ल्यू में तैनात उपनिदेशक (सीनियर स्केल), अन्य उपनिदेशक, वरिष्ठï चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारियों और दंत चिकित्सकों को सप्ताह में दो दिन क्लीनिकल ड्यूटी करनी होगी। आयुष विभाग के जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों को सप्ताह में दो दिन चिकित्सीय कार्य करना होगा।

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