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मिशन 2019 से टेंशन में भाजपाई, मंत्रियों-विधायकों को सता रहा टिकट कटने का डर

भाजपा के मिशन 2019 से हरियाणा के कई ऐसे मंत्री, विधायक आैर सांसद टेंशन में हैं जिनको अपना टिकट कटने का खतरा नजर आ रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 02 Jul 2018 10:23 AM (IST)Updated: Mon, 02 Jul 2018 09:04 PM (IST)
मिशन 2019 से टेंशन में भाजपाई, मंत्रियों-विधायकों को सता रहा टिकट कटने का डर
मिशन 2019 से टेंशन में भाजपाई, मंत्रियों-विधायकों को सता रहा टिकट कटने का डर

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा के कई मंत्री, विधायक और सांसद मिशन 2019 को लेकर टेंशन में हैं। इन मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को चुनाव में अपना टिकट कटने का खतरा नजर आने लगा है। पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी, चुनाव से पहले प्रमुख कार्यकर्ताओं का फीडबैक और विस्तारकों की रिपोर्ट टिकट कटने का बड़ा आधार बनेगी। भाजपा ने बेशक हर जिले में प्रभारी नियुक्त कर चुनावी जीत का खाका तैयार कर लिया है, मगर जिम्मेदारी उन्हीं नेताओं को मिली है, जिनका टिकट कटने वाला हैै।   

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कार्यकर्ताओं की अनदेखी पड़ेगी भारी, बैठक में उठा मुद्दा तो सचेत हुए मंत्री

भाजपा की लोकसभा चुनाव देखरेख समिति की शनिवार को गुरुग्राम में हुई बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उन्हें सुनकर मंत्रियों व विधायकों के चेहरे की हवाइयां उड़ गई। मुख्य मुद्दा कार्यकर्ता को घर से निकालकर फील्ड में भेजने का रहा। कई नेताओं और प्रमुख कार्यकर्ताओं ने माना कि आम कार्यकर्ता अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है। इसका कारण वही मंत्री और विधायक हैैं, जिन्हें चुनाव जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

डाॅ. अनिल जैन, कैलाश विजयवर्गीय और मनोहर लाल ने खुद संभाला मोर्चा

बैठक में कहा गया कि मंत्री चंडीगढ़ में उनकी सुनवाई नहीं करते, जबकि फील्ड में उनके दौरों की जानकारी तक नहीं दी जाती। आम कार्यकर्ता अधिकारियों की अनदेखी के शिकार पहले से हैैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं को तैयार कर चुनावी फील्ड में उतारना पार्टी के सामने बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से पार पाने के लिए अब पार्टी प्रभारी डाॅ. अनिल जैन, कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद मोर्चा संभाल लिया है।

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भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुरेश भट्ट को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के लिए जो संभव हो सके, उसे अमल में लाएं। बैठक में इनेलो-बसपा गठबंधन के जेल भरो आंदोलन का जवाब देने का सुझाव भी आया। गुरुग्राम की बैठक के बाद अब भाजपा को अपनी चाल ढाल बदलने के लिए मजबूर होना पड़ गया है।

मंत्रियों को कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने को कहा जा रहा है, क्योंकि इसका नुकसान उन्हें खुद भी होगा। भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन 8 जुलाई को फरीदाबाद में हरियाणा भाजपा कोर ग्रुप की बैठक लेंगे, जिसमें अगली चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाया जाएगा।

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