जन आशीर्वाद यात्रा में मनोहर का दांव, युवा और कर्मचारियों के बाद किसानों पर फोकस
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने अपनी जन आशीर्वाद यात्रा में युवाओं और कर्मचारियों के बाद अब किसानों को साधने के लिए उन पर फोकस किया है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। अंतिम दौर में पहुंची जन आशीर्वाद यात्रा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अब किसानों पर फोकस किया है। रथ यात्रा के बारहवें दिन दस लाख किसानों के बैंक ऋण पर ब्याज और जुर्माने के 4750 करोड़ रुपये माफ कर मुख्यमंत्री ने बड़ा दांव खेला। इस फैसले से न केवल पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश की तर्ज पर ऋण माफी की मांग कर रहे किसान संगठनों को साधने में मदद मिलेगी, बल्कि विपक्षी दलों से भी एक बड़ा सियासी मुद्दा छीन लिया है।
विधानसभा चुनाव में रंग दिखा सकती दस लाख किसानों के बैंक ऋण पर ब्याज और जुर्माने की माफी
18 अगस्त को शंखनाद कर रथ यात्रा पर निकले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले एक पखवाड़े के दौरान कर्मचारियों और युवाओं के साथ ही विभिन्न वर्गों के लिए दर्जन भर से अधिक बड़ी घोषणाएं की हैं। रोड-शो, सीधे संवाद और जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री जिन हलकों में गए, वहां करोड़ों के प्रोजेक्ट का शिलान्यास या लोकार्पण किया, जिसका सियासी फायदा भाजपा को विधानसभा चुनावों में मिल सकता है।
ऋण माफी नहीं होने से खफा चल रहे थे किसान, एक झटके में दूर हुई नाराजगी
कर्ज माफी की मांग पूरी नहीं होने पर किसान प्रदेश सरकार से खफा चल रहे थे। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से बड़े वर्ग को राहत मिली है। ऋण पर ब्याज और जुर्माने की माफी से प्राथमिक सहकारी कृषि समितियों, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास बैंक के कर्जदार किसानों को लाभ मिलेगा। बैंकों द्वारा एनपीए (नॉन परफार्मिंग असेट) घोषित किए जाने के चलते जो किसान नया ऋण नहीं ले पा रहे थे, वह अब फसली ऋण खातों का चक्र बदलवा सकेंगे। किसानों को सिर्फ मूल ऋण जमा कराना होगा।
यह भी पढ़ें: युवक ने घूमने के लिए दोस्त की कार ली, फिर कुरुक्षेत्र के एसएचओ को बेच दी
मुख्यमंत्री के साथ चल रहे हरियाणा भाजपा के प्रधान सुभाष बराला कहते हैं कि रथयात्रा को जो अपार स्नेह और समर्थन मिल रहा है, उससे लगता है कि पार्टी विधानसभा चुनावों में 75 पार के नारे से कहीं आगे निकल जाएगी। प्रदेश का जनमानस मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक बार फिर सरकार बनाने का आशीर्वाद दे रहा है। इस यात्रा ने पूरे हरियाणा की सियासी तस्वीर को बदल कर रख दिया है।
यह भी पढ़ें: तो फिर एक हाेगा चौटाला परिवार, सर्वखाप ने उठाया बीड़ा, अभय बोले- अजय जो कहेंगे मानूंगा
उधर, भाजपा ने संगठन स्तर पर पन्ना प्रमुखों के पंजीकरण, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली और 10 से 14 सितंबर तक हर बूथ पर डोर टू डोर अभियान के लिए वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी लगाई है। भाजपाइयों का दावा है कि 8 सितंबर को होने वाले पन्ना प्रमुख सम्मलेन का भव्य स्वरूप सबको देखने को मिलेगा।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें