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Haryana Budget 2020: खेती और किसानों पर अधिक मेहरबान हो सकते हैं CM मनोहर लाल

Haryana Budget 2020 में मुख्‍यमंत्री मनाेहरलाल खेती और किसानों पर अधिक मेहरबान हो सकते हैं। उनका फोकस किसानों की आमदनी दोगुना करने के लक्ष्‍य पर होगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 07:33 AM (IST)
Haryana Budget 2020: खेती और किसानों पर अधिक मेहरबान हो सकते हैं CM मनोहर लाल
Haryana Budget 2020: खेती और किसानों पर अधिक मेहरबान हो सकते हैं CM मनोहर लाल

चंडीगढ़, [महेश कुमार वैद्य]। Haryana Budget 2020: मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती...। वर्ष 1967 में रिलीज हुई फि़ल्म उपकार का यह गाना आज भी लोगों की जुबान पर है। बतौर वित्तमंत्री अपना पहला आम बजट पेश करने जा रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) शुक्रवार को धरती से सोना पैदा करने वाले अन्नदाताओं की जिंदगी आसान बनाने के लिए उन पर कुछ ज्यादा मेहरबान हो सकते हैं। बजट में खेती और किसानी पर खास फोकस की आस है।

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खेती को प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार बनाने पर होगा खास जोर

फिल्म उपकार के समय इस गाने के केंद्र में बैल और रहट थे जबकि बदले जमाने में मनोहर के बजट के केंद्र में खेती की ऐसी उन्नत तकनीक रहेगी जो मोदी का किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प पूरा करने में सक्षम हो। खेती के अलावा ग्रामीण विकास के लिए भी इस बार मुख्यमंत्री अधिक उदारता दिखा सकते हैं।

प्री-बजट चर्चा के दौरान किसानों से जुड़ी 50 योजनाओं पर मंथन कर चुकी सरकार

कृषि क्षेत्र के लोगों को उम्‍मीद है कि मुख्यमंत्री Manohar Lal Khattar शुक्रवार को बजट में खेती सहित विभिन्न मदों के लिए सिर्फ आवंटन का प्रस्ताव ही नहीं करेंगे बल्कि अपनी दूसरी पारी की दिशा और दशा का रोडमैप भी सामने रखेंगे। मनोहर कृषि एवं किसान कल्याण व इससे जुड़ी पूरक योजनाओं और गांवों को अधिक तवज्जो देंगे।

खेती से जुड़ी 50 योजनाओं पर बल

धरती से सोना निकालने के लिए मनोहर सरकार एक-दो योजना नहीं बल्कि पूरी 50 योजनाओं का दम दिखाएगी। गत 17 फरवरी को प्री बजट चर्चा के दौरान ही मुख्यमंत्री खेती से जुड़ी तमाम अहम योजनाओं के प्रति अपनी प्राथमिकता प्रदर्शित कर चुके हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि मनोहर सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने के हर संभव उपाय करके खेती को प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार बनाएगी।

हर वर्ष बढ़ा योजनाओं पर खर्च

वर्तमान में कृषि एवं किसान कल्याण से जुड़ी जो 50 योजनाएं चल रही है, उन पर सरकार ने अपनी पहली पारी से ही सीढ़ी दर सीढ़ी आगे की ओर कदम बढ़ाए हैं। वर्ष 2014-15 के दौरान इन सभी योजनाओं पर कुल 220 करोड़ 45 लाख रुपये खर्च किए गए। वहीं वर्ष 2018-19 में 1161 करोड़ की राशि खर्च की गई। चालू वित्त वर्ष में 11 फरवरी 2020 तक मनोहर सरकार 938 करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर चुकी है।


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