कालका में स्थानीय का मुद्दा लतिका शर्मा के लिए खतरा, दूसरे नेता कर रहे लॉबिंग
विधायक लतिका शर्मा की राह में इस बार कई अड़चनें खड़ी हो रही हैं।
राजेश मलकानियां, पंचकूला : 2014 में कालका विधानसभा क्षेत्र में चंद ही दिनों में कमल का फूल खिलाने वाली विधायक लतिका शर्मा की राह में इस बार कई अड़चनें खड़ी हो रही हैं। विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा के नेता ही लोकल का मुद्दा गर्म करके लतिका शर्मा की टिकट कटवाने की फिराक में है। कई ऐसे मुद्दे लतिका शर्मा के खिलाफ हथियार बनाए जा रहे हैं जिनका जवाब फिलहाल खुद विधायक के पास भी नहीं है। रोजगार, अवैध खनन, एचएमटी बंद होना लतिका शर्मा के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है तो कई ऐसे काम जोकि विधायक ने करवाए, वह उनको लाभ दे सकते हैं। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के चलते केंद्रीय स्तर पर भी उनकी खूब लॉबिग चल रही है लेकिन स्थानीय नेता मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नजरों में अपनी छवि बनाकर लतिका शर्मा की टिकट कटवाने की कोशिश में है। कुछ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया है कि लतिका शर्मा नारायणगढ़ से हैं और वहां से वह पहले टिकट मांगती थी, इसलिए उन्हें वहीं भेज दें। जबकि लतिका शर्मा कालका से टिकट पर अड़ी हैं। पौने दो लाख मतदाता करेंगे फैसला
कालका विधानसभा क्षेत्र में इस समय लगभग एक लाख 80 हजार मतदाता हैं। भाजपा से टिकट के लिए पूर्व चेयरमैन वीरेंद्र भाऊ, समाजसेवी संत शर्मा और रूबी भगत सिंह टिकट के लिए लाइन में लगे हैं। कालका में ब्राह्माण, राजपूत और गुर्जर जाति का वोट बैंक अच्छा है। ऐसे में पार्टी सभी समीकरणों को ध्यान में रखकर ही टिकट देगी। कालका मेरी कर्मभूमि है
विधायक लतिका शर्मा का कहना है कि मैं हर समय लोगों के बीच मौजूद हूं। अपना निवास अमरावती में बनाया है ताकि पिजौर, कालका एवं मोरनी के लोग आसानी से मिल सकें। इसमें कोई दोराय नहीं कि कालका मेरा जन्म क्षेत्र नहीं है लेकिन कर्मक्षेत्र जरूर है। हमारी कुल देवी मोरनी है। मैंने विकास में नहीं छोड़ी कोई कसर
लतिका शर्मा के मुताबिक कालका के विकास में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी। हर साल नवरात्र में कालका मंदिर में बड़े स्तर मेले लगवाए। सीएम को 11 बार लेकर आई। जोकि पिछले सीएम कभी नहीं आते थे। केंद्रीय और हरियाणा के मंत्रियों का आगमन लगा रहा। कांग्रेस और इनेलो ने मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया। मैं यहीं से टिकट मांग रही हूं। नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मेरा ससुराल है, दिल्ली में मेरे बच्चे रहते हैं। पहले 2014 में मैं नारायणगढ़ के लिए ट्राई कर रही थी तो पार्टी ने कालका भेज दिया। अब पार्टी से तो मैं कालका की मांग कर रही हूं, बाकी समय को जो मंजूर होगा। मुझे उम्मीद है कि भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने का भी लाभ मिलेगा। यहां होगा नुकसान
एचएमटी फैक्ट्री की तालाबंदी
रायपुररानी को सब डिवीजन नहीं बन पाई
मोरनी का पहाड़ी क्षेत्र नहीं बन पाया
शिवालिक विकास बोर्ड की 2015 के बाद बैठक नहीं होना
रेलवे वर्कशॉप को प्राइवेट हाथों में दिया जाना
सूरजपुर से सुखोमाजरी बाईपास नहीं बन पाना
कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आना
पेरीफेरी एक्ट नहीं हटाया गया इनका मिलेगा लाभ
रायपुररानी में कॉलेज की स्थापना करवाना
कालका एरिया में आठ स्कूल अपग्रेड करवाना
नानकपुर पॉलीटेक्निक संस्थान
पिजौर-बद्दी बाईपास का निर्माण
अमरावती के पास बाईपास का प्रोजेक्ट लगाना
नीमवाला, बडीशेर, रायपुररानी में सात नए पुलों का निर्माण
एएनम, जीएनएम का कोर्स शुरू करवाना
वीटा चिल्ली प्लांट लगवाना
मोरनी की 110 ढाणियों में बिजली की व्यवस्था
क्षेत्र में 132 केवी स्टेशन लगाया जा रहा है
कालका में पानी की समस्या का हल करवाना, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगवाना