Move to Jagran APP

स्‍थानीय निकाय कर्मचारियों की हड़ताल समाप्‍त, पटरी पर लौटने लगी सफाई व्‍यवस्‍था

हरियाणा में स्‍थानीय निकाय कर्मचारियों की हड़ताल समाप्‍त हो गई है। कर्मचारी शुक्रवार से काम पर लौट आए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 24 May 2018 05:41 PM (IST)Updated: Fri, 25 May 2018 09:00 PM (IST)
स्‍थानीय निकाय कर्मचारियों की हड़ताल समाप्‍त, पटरी पर लौटने लगी सफाई व्‍यवस्‍था
स्‍थानीय निकाय कर्मचारियों की हड़ताल समाप्‍त, पटरी पर लौटने लगी सफाई व्‍यवस्‍था

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में स्‍थानीय निकाय कर्मचारियाें की हड़ता समाप्‍त हो गई है। हरियाणा सरकार और हड़ताली कर्मचारियों के नेताओं के बीच वार्ता में समझौता हुआ तो राज्य में सफाई व्यवस्था पटरी पर लौटने लगी। हरियाणा निवास में हुई बैठक के बाद नगरपालिका कर्मचारी संघ ने हड़ताल समाप्‍त करने का एेलान किया था। यह हड़ताल पिछले 16 दिन से चल रही थी।

loksabha election banner

वार्ता में समझौता हो जाने के बाद वहां मौजूद मंत्रियों ने कर्मचारी नेताओं का मुंह मीठा कराया। वार्ता स्‍थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, मुख्‍यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन, राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर और कृष्ण कुमार बेदी के साथ ही मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर भी मौजूद थे। वार्ता के बाद कर्मचारी नेताओं समाप्‍त करने की घोषणा की। कर्मचारी शुक्रवार से काम पर लौट आए।

वार्ता के दौरान हरियाणा सरकार ने कर्मचारी नेताओं काे 8 मई की स्थिति बहाल करने का भरोसा दिलाया। समझौते में तय हुआ कि हड़ताल के दौरान कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इसके साथ ही हड़ताल के दौरान निलंबित किए कर्मचारी भी बहाल होंगे। समझौता वार्ता करीब चार घंटे चली।

यह भी पढ़ें: 10वीं परीक्षा: चौकीदार का बेटा टॉपर तो गोल गप्‍पे बेचने वाले की बेटी बनी सेकेंड टॉपर

वार्ता में प्रदेश के सफाईकर्मियों की अधिकतर मांगों मानने को राज्‍य सरकार ने सहमति बन गई। राज्य सरकार ने कर्मचारियों की रेगुलर करने की मांग को मानते हुए एक कमेटी बनाने की बात कही है। यह कमेटी इससे जुड़े पहलुओं पर विचार करेगी। इस कमेटी में कर्मचारी नेताओं को भी शामिल किया जाएगा।

समझौता वार्ता के बाद एक कर्मचारी नेता का मुंह मीठा कराते राज्‍यमंत्री मनीष ग्रोवर।

जानकारी के अनुसार, सरकार ने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने के लिए भी राजी हाे गई। कर्मचारी वेतन 15000 रूपये करने की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उनका वेतन 13500 रुपये फिक्स किया है। बताया जाता ह कि इनके अलावा फायर विभाग के कर्मचारियों को नहीं हटाने पर भी सहमति बन गई।

समझौता बैठक के बाद हरियाणा सचिवालय में स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर एवं कृष्ण कुमार बेदी ने पत्रकाराें को वार्ता के बारे में जानकारी दी। उन्‍होंने कहा कि हरियाणा ने सबसे पहले पालिकाओं में सातवें वेतन आयोग का लाभ दिया। पालिका में समान काम समान वेतन देंगे। शहरी निकाय विभाग वेब पोर्टल एप बनाएगा और कर्मचारी समान काम समान वेतन सहित अन्‍य मामलों के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसका पालिका अधिकारियों के कमेंट के साथ दो महीने में निपटारा किया जाएगा।

चंडीगढ़ में समझौता वार्ता के बाद पत्रकारों से बात करतीं कैबिनेट मंत्री कविता जैन।

कविता जैन ने बताया कि स्‍थानीय निकायों में जारी ठेकाप्रथा खत्म किया जाएगा और इनमें कार्यरत सफाई और सीवर कर्मचारियों को स्‍थानीय निकाय के तहत किया जाएगा। पालिकाओं में फायर सर्विस में लगे कर्मचारियों को लाभ देने के लिए भर्ती का पुनः विज्ञापन संशोधित शर्तों के साथ जारी किया जाएगा। तय शर्तें पूरी करने के लिए उन्हें समय दिया जाएगा और उन्हें हटाया नहीं जाएगा।

उन्‍होंने कहा कि पालिका कर्मचारियों को पीएफ और ईएसआइ का लाभ दिया जाएगा। संबंधित डीडीओ का वेतन तब जारी किया जाएगा, जब इनके पीएफ व ईएसआइ का भुगतान हो जाएगा। कर्मचारियों को पक्का करने के लिए नीति तैयार की जाएगी, जिसके लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी। इसके आधार पर आगे प्रक्रिया शुरू की जाएगी

बता दें कि कर्मचारियों की मांगों पर बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री ने स्‍थानीय निकाय मंत्री कविता जैन की अध्यक्षता में तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की थी। इसमें राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर और कृष्ण कुमार बेदी भी शामिल थे। बैठक में मुख्य सचिव डीएस ढेसी भी मौजूद थे। इस दौरान कर्मचारियों की 11 मांगों पर विचार-विमर्श किया ।

राज्‍यमंत्री मनीष ग्रोवर का मुंह मीठा कराते कर्मचारी नेता।कैबिनेट मंत्री कविता जैन भी मौजूद हैं।

कर्मचारियों की मुख्य मांगे कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, ईपीएफ और ईएसआइ का पैसा कर्मचारियों के खातों में डालने, न्यूनतम वेतन निर्धारित करने तथा समान काम के लिए समान वेतन देने की थी। करीब 30 हजार कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहरों में सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमराई गई थी। अब इसके शुक्रवार से पटरी पर आने की संभावना है।

यह भी पढ़ें: दो बच्चों संग स्कूल पढ़ने जाती थी दिव्‍यांग सुनीता, हासिल की कामयाबी की बुलंदी

प्रधान सचिव ने पहले किया फोन, फिर भेजी चिट्ठी

इससे पहले बुधवार को मंत्री समूह की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने कर्मचारी नेताओं को फोन कर बृहस्पतिवार को हरियाणा निवास में होने वाली वार्ता का न्योता दिया था। कर्मचारी संगठनों ने मांग की कि बैठक के लिए उन्हें लिखित में पत्र दिया जाए। इसके बाद प्रधान सचिव ने कर्मचारी नेताओं को चिट्ठी लिखकर वार्ता के लिए बुलाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.