जींद के अखाड़े में सियासी दलों का आखिरी दांव, प्रचार खत्म होने से पहले आजमाए ऐसे-ऐसे फंडे
हरियाणा के जींद उपचुनाव के लिए अाज शाम प्रचार बंद हो गया। इसके साथ ही राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए नए-नए फंडे आजमाना शुरू कर दिया है। मतदान 28 जनवरी को होगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। जींद के उपचुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन सभी राजनीतिक दलों ने पूरा जोर लगाया। मतदान से दो दिन पहले सभी पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए नए-नए फंडे आजमा रही हैं। अखाड़ा बने जींद उपचुनाव में प्रचार की समय सीमा खत्म होते देख सभी सियासी दलों ने पूरी ताकत झोंकी।
आज शाम खत्म हो जाएगा चुनावी प्रचार, कल डोर-टू-डोर जनसंपर्क, 28 को मतदान
चुनावी रणनीति के तहत अंतिम दांव खेलते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में पूरी सरकार ने जींद में डेरा डाल दिया है, वहीं कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी, इनेलो और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के दिग्गज धुआंधार प्रचार अभियान के जरिये मतदाताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
भाजपा उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढ़ा के पक्ष में सभा को संबोधित करते मुख्यमंत्री मनोहरलाल।
प्रचार के अंतिम दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जींद के चुनावी रण में कूदकर जेजेपी उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला के लिए समर्थन जुटाने में लग गए। जींद विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए सोमवार 28 जनवरी को मतदान होगा। सत्तारूढ़ भाजपा के कृष्ण मिड्ढा जहां शहरी मतदाताओं के गुणा-भाग में उलझे हैं, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला भी अपनी जीत के प्रति आशान्वित हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान बुजुर्ग महिलाओं से आशीर्वाद लेते जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला।
उपचुनाव में सबसे पहले ताल ठोकने वाले लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रत्याशी विनोद आश्री अपने प्रचार के बल पर इस स्थिति में पहुंच गए कि किसी भी प्रत्याशी का खेल बिगाड़ सकते हैं। इनेलो उम्मीदवार उम्मेद सिंह रेढू स्थानीय होने और खाप से जुड़े रहने का लाभ लेने की कोशिश में हैं। ये सभी अपने अंदाज में मतदाताओं को रिझाने के लिए अलग-अलग फंडे आजमा रहे हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान रणदीप सुरजेवाला।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहे जाने वाले इस उपचुनाव में मतदाताओं की अपनी शिकायतें भी हैं। जातिगत समीकरणों पर सिमटते जा रहे चुनाव में अधिकतर सियासी दल जनता के असल स्थानीय मुद्दों को ही भूल गए।
दिलचस्प पहलू ये कि पिछले चुनाव में जहां सुरेंद्र बरवाला ने भाजपा और निर्दलीय टेक राम कंडेला ने स्वर्गीय इनेलो विधायक हरिचंद मिड्ढा के खिलाफ ताल ठोकी थी, वहीं अब दोनों उनके बेटे कृष्ण मिड्ढा के लिए वोट मांग रहे हैं। इसी तरह कभी कांग्रेस प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ मुखर रहे जयप्रकाश ने सुरजेवाला के लिए पूरी ताकत लगाई हुई है।
इनेलो उम्मीदवार के लिए वोट मांगते अभय चौटाला।
वर्ष 2014 में चुनाव के परिणाम
पार्टी - प्रत्याशी - वोट मिले
1. इनेलो - डॉ. हरिचंद मिड्ढा - 31631
2. भाजपा - सुरेंद्र सिंह बरवाला - 29374
3. कांग्रेस - प्रमोद सहवाग - 15267
4. बसपा - सुधीर गौतम - 13225
5. हजकां - रमेश सैनी - 12246
6. निर्दलीय -टेकराम कंडेला - 11223
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डेरा प्रेमियों पर नरमी खिला सकती कोई गुल
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में सीबीआइ कोर्ट द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाने के बाद प्रदेश सरकार फिर से डेरा प्रेमियों के प्रति कुछ नरम पड़ी है। शाह सतनाम के जन्मदिन पर शुक्रवार को सिरसा में डेरा सच्चा सौदा प्रबंध कमेटी को दो घंटे के लिए कार्यक्रमों के आयोजन की मंजूरी दे दी गई।
सियासी गलियारों में पूरे घटनाक्रम को जींद उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में खुलकर भाजपा की मदद करने वाला डेरा सच्चा सौदा इस बार राजनीतिक मामले में मौन है। सिरसा के अलावा कैथल व जींद में डेरा प्रेमी काफी संख्या में हैं। ऐसे में डेरा प्रेमियों की चुप्पी और उनके प्रति नरमी कोई गुल खिला सकती है।