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अरावली का संकट : लॉकडाउन के दौरान तैयार हो गई अवैध फार्म हाउस बनाने के लिए जमीन

अरावली क्षेत्र में कोरोना संकट के दौरान लागू लॉकडाउन में बड़े खेल हुए और अवैध फार्म हाउस के लिए जमीन तैयार कर ली गई। इससे अरावली का संकट और बढ़ गया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 09:11 AM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 09:11 AM (IST)
अरावली का संकट : लॉकडाउन के दौरान तैयार हो गई अवैध फार्म हाउस बनाने के लिए जमीन
अरावली का संकट : लॉकडाउन के दौरान तैयार हो गई अवैध फार्म हाउस बनाने के लिए जमीन

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। दिल्ली और हरियाणा के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रमुख शहरों को रेगिस्तान की धूल भरी आंधियों से बचाने वाली अरावली पर्वतमाला में लगातार अवैध निर्माण चल रहे हैं। प्रतिबंधित वन क्षेत्र के बावजूद फरीदाबाद-गुरुग्राम मार्ग और सूरजकुंड मार्ग पर लॉकडाउन की अवधि के दौरान एक दर्जन से अधिक नए फार्म हाउस बनाने की जमीन तैयार हो गई है। जिन फार्म हाउस के लिए लॉकडाउन से पहले पहाड़ी जमीन समतल की जा चुकी थी, उनमें घास की ऐसी हरियाली की गई है जैसे मानो कृषि योग्य भूमि पर कोई फसल उगा दी गई हो।

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पहले चारदीवारी फिर पहाड़ी क्षेत्र को समतल बनाने और अब मिट्टी डालने का काम हो चुका पूरा

पत्थरों को कटाई-छंटाई कर वहां पहाड़ी क्षेत्र को मिट्टी से इस तरह समतल कर दिया गया है कि मानो यह अरावली नहीं बल्कि मैदानी क्षेत्र हो। फरीदाबाद-गुरुग्राम मार्ग पर मांगर गांव से पहले पांच एकड़ जमीन को समतल किया गया है तो सूरजकुंड मार्ग पर स्वामी अडग़ड़ानंद महाराज के आश्रम से ठीक पहले पांच नए फार्म हाउस तैयार हुए हैं। यदि प्रशासनिक अधिकारियों ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान तैयार हुए इन फार्म हाउस पर कार्रवाई नहीं की तो आने वाले समय में यह पूरा मार्ग नए बैंक्वेट हॉल से गुलजार हो जाएगा।

एक बार चारदीवारी हो जाए बस...

अरावली का पहाड़ी क्षेत्र जहां प्राकृतिक वनस्पति के अलावा और कोई हरियाली दिखाई नहीं देती, वहां सुंदर घास दिखाई दे और वह भी पांच-पांच एकड़ क्षेत्र में तो यह सब योजनाबद्ध ही होता है। असल में अरावली में अवैध निर्माण के लिए सिर्फ एक बार चारदीवारी करने की समस्या आती है। इसके बाद चारदीवारी के अंदर अवैध निर्माण आसानी से हो जाते हैं। टैंकरों से पानी पहुंचाने से लेकर अन्य निर्माण सामग्री रात के अंधेरे में पहुंचती है और मजदूरों व राजमिस्त्रियों के अस्थायी आशियाना वहीं बना दिए जाते हैं।

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'' अरावली क्षेत्र में अवैध निर्माणों पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। अवैध निर्माणों पर समय रहते कार्रवाई के लिए हमने अरावली संरक्षण अभियान से जुड़े कुछ समाजसेवियों से भी संपर्क किया है। हम पुराने नए नहीं बल्कि सभी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करेंगे।

                                                                                    - यशपाल यादव, जिला उपायुक्त, फरीदाबाद।

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'' गुरुग्राम प्रशासन ने बंधवाड़ी के आसपास कुछ फार्म हाउस पर तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की है। हम इससे संतुष्ट नहीं हैं। कोई फार्म हाउस एक दिन में नहीं बनता। फार्म हाउस बनवाने में संबंधित नगर निगम, जिला आयोजना विभाग, वन विभाग से लेकर पुलिस प्रशासन की भी मिलीभगत होती है। ऐसे में जब तक अवैध निर्माणों के लिए जिम्मेदारी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी तब तक ऐसे अवैध निर्माण नहीं रूकेंगे।

                                                        - डॉ. आरपी बालवान, अरावली आंदोलन के सूत्रधार पर्यावरणविद्।


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