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HBSE 10th result 2019: मजदूर और कारपेंटर की बेटियों ने किया टॉप, चार अव्‍वल में तीन लड़कियां

HBSE 10th result 2019 में इस बार टापर्स में गरीब परिवार की बेटियां शामिल हैं। पहले स्‍थान पर एक मजदूर और एक कारपेंटर की बेटियां शामिल हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 17 May 2019 05:57 PM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 05:59 PM (IST)
HBSE 10th result 2019: मजदूर और कारपेंटर की बेटियों ने किया टॉप, चार अव्‍वल में तीन लड़कियां
HBSE 10th result 2019: मजदूर और कारपेंटर की बेटियों ने किया टॉप, चार अव्‍वल में तीन लड़कियां

पंचकूला, जेएनएन। HBSE 10th Result 2019 में टॉपर चार विद्यार्थियों में तीन लड़कियां हैं। पहले स्‍थान पर रहने वाले में टाॅपर्स में झज्‍जर के हिमांशु के साथ-साथ कैथल के सांघन की ईशा, पानीपत के करहंस की कुमारी संजू और जींद के नरवाना की शालिनी शामिल हैं। ईशा मजदूर की बेटी है तो कुमारी संजू के पिता कारपेंटर हैं। हिमांशु के पिता फार्मासिस्‍ट हैं। ऑटो चालक की बेटी जींद की छाया ने स्टेट में तीसरा स्थान किया हासिल।

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पानीपत, जींद और कैथल की बेटियां पहले स्‍थान पर रहीं

आज जारी HBSE 10th Result 2019 में कैथल जिले के सांघन गांव के शिव शिक्षा निकेतन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की ईशा देवी ने 497 अंक लेकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। ईशा को जैसे ही परीक्षा परिणाम की जानकारी तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। ईशा ने कहा कि उसकी खुशी का कोई ठिकाना है। प्रदेशभर में प्रथम स्थान प्राप्त कर वह बेहद खुशी है।

ईशा का मुंह मीठा करवाते उनके पिता।

ईशा ने बताया कि उसने पांचवीं कक्षा तक की शिक्षा उसने गांव के सरकारी स्कूल में ली है। इसके बाद वह छठी कक्षा से शिव शिक्षा निकेतन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में दाखिला लिया। ईशा ने बताया कि वह नियमित पढ़ाई करती थी। दिन में वह स्‍केल के अलावा रोज दस घंटे तक पढ़ाई करती थी। पहले स्कूल और इसके बाद घर जाते ही किताब उठाती थी। रात को एक या दो बजे तक पढ़ती थी।

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ईशा के पिता धर्मेंद्र जिले के खनोरी में ट्रक यूनियन में मजदूरी करते हैं। ईशा ने बताया कि घर में कोई स्मार्ट फोन नहीं है। पापा के पास सामान्य की पैड वाला फोन है। अ‍ार्थिक हालातों के कारण कभी कोई ट्यूशन पढ़ने की सोवी भी नहीं। वह सोशल मीडिया व टीवी से दूर रही। ईशा ने कहा कि उसकी कामयाबी में मम्‍मी-पापा को अहम योगदान है। दोनों ने हमेशा पढ़ने के लिए सहयोग किया अौर हर संभव ध्‍यान रखा। इस दौरान मां का भरपूर सहयोग मिला। उसकी पढ़ाई को देखते हुए मां ने कभी झूठा गिलास तक नहीं उठाने दिया।

कुमारसंजू अपनी मां अंजू व पिता रामपाल के साथ।

इसी तरह करहंस की कुमारी संजू के पिता रामपाल के कारपेंटर हैं। संजू करहंस आशादीप आदर्श हाई स्कूल की छात्रा है। उसकी कामयाबी के बारे में जानकारी मिलते ही परिवार के साथ-साथ पूरे गांव में खुशी छा गई। लोग संजू और उसके परिजनों को बधाई दे रहे हैं। टॉपर में शामिल जींद की शालिनी के पिता सरकारी स्‍कूल और माता निजी स्‍कूल में शिक्षक हैं।

माता-पिता के साथ हिमांशु।

HBSE 10th Result 2019 में पहले स्‍थान पर झज्‍जर का हिमांशु भी है। हिमांशु के पिता फार्मासिस्‍ट हैं और माता डाईटिशिइन हैं। उनका परिवार मूलरूप से झज्‍जर जिले के भूरावास गांव को रहने वाला है। वर्ष 2007 में वे झज्जर में आ गए थे। तीन बहन भाई में सबसे छोटे हिमांशु का सपना एस्ट्रोनॉट बनना है। उसका कहना है कि अगर ऐसा नहीं हो पाया तो वह सिविल सर्विस में जाएगा। हिमांशु का कहना है कि एक समय में एक ही सब्जेक्ट नहीं पढ़ना चाहिए। जब भी बोर होने लगें या ऐसा महसूस हो कि पढ़ाई में मन नहीं लग रहा तो टॉपिक चेंज कर पढ़ाई करनी चाहिए।

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